*स्टेट बैंक की मनमाना पूर्ण रवैया के परेशान व्यापारी कर्मचारी, उपभोक्तओं को होना पड़ता अपमानित*
*स्टेट बैंक की मनमाना पूर्ण रवैया के परेशान व्यापारी कर्मचारी, उपभोक्तओं को होना पड़ता अपमानित*
संतोष चौरसिया
जमुना कोतमा भालूमाड़ा
अनूपपुर जिले के भालूमाडॉ क्षेत्र में एकमात्र राष्ट्रीय कृत बैंक एसबीआई कोतमा कालरी जहां क्षेत्र के कोयला कर्मचारी व्यापारी आमजन विभिन्न स्थानों पर कार्यरत निजी कर्मचारी शासकीय कर्मचारी किसान पेंशन धारक छात्र छात्रा सभी के लिए बैंक की सुविधा के लिए केवल एक ही बैंक है एसबीआई कोतमा कालरी जहां पर अब आए दिन यहां के खाताधारकों को लेन-देन करने में समस्या के साथ-साथ अब उन्हें अपमानित भी होना पड़ता है बैंक के कर्मचारियों के द्वारा कारण कि छोटे छोटे काम के लिए उपभोक्ताओं को सुबह से शाम तक इंतजार करना पड़ रहा है वहीं बैंक कर्मचारियों के रूखे व्यवहार के चलते उपभोक्ता अपने आप को अपमानित महसूस करते हैं यहां तक की आए दिन बैंक कर्मचारियों द्वारा किसी ने किसी उपभोक्ताओं के साथ में कहासुनी अब तो रोजमर्रा की बात हो चुकी है इसी प्रकार की घटना 21 दिसंबर को भी सामने आई जिसमें खाताधारक श्री राम शर्मा जोकि पिछले जून माह में अपना बचत खाता एसबीआई शाखा कोतमा कालरी में खुलवाए थे लेकिन खाता खोलते समय उनके खाता में न तो आधार लिंक किया गया और ना ही उनका मोबाइल नंबर लिंक किया गया जिसके लिए खाताधारक लगातार बैंक के चक्कर काटता रहा और बैंक कर्मचारियों द्वारा उसे हर दिन यही कहा जाता रहा कि हो जाएगा कल आना परसों आना क्योंकि खाताधारक मजदूरी का काम करता है और जहां वह मजदूरी करता है उसकी मजदूरी का भुगतान उसके खाते में की गई और उसकी जानकारी उसके मालिक द्वारा बताई गई जिसके बाद खाताधारक ने अपना खाता चेक करते हुए जानने का प्रयास किया तब उसके मोबाइल नंबर पर यह एस एम एस भी आया कि आपके खाते में मोबाइल नंबर लिंक नहीं है जिसके बाद 21 तारीख को खाताधारक पुनः बैंक आकर अपनी बात बताई जहां पर बैंक करमचारी के साथ थोड़ी बहस भी हुई खाताधारक ने भी अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि मैं इतने दिन से बैंक के चक्कर काट रहा हूं मेरा घर यहां से 10-12 किलोमीटर है तो बैंक कर्मचारियों द्वारा कहा गया कि आप बाहर चले जाओ नहीं तो आप को बैंक से बाहर फिकवा दिया जाएगा इस बात से इस व्यथित होकर श्रीराम शर्मा ने बैंक प्रबंधक को एक लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए पूरे मामले की शिकायत उसने बैंक के उच्चाधिकारियों को भी किया है और पूरे मामले की जांच करने की मांग खाताधारक द्वारा की गई है
वही नगर के प्रतिष्ठित ठेकेदार विमल त्रिपाठी ने भी बताया कि 17 जून को उन्होंने एसबीआई कोतमा कालरी शाखा से कार लोन लिया था और 17 तारीख को ही उन्होंने कार खरीदी की और उसके बाद गाड़ी का कागज इंश्योरेंस बैंक में नियमतह जमा करना होता है जिसके बाद 7 जुलाई को उनके गाड़ी का पेपर अनूपपुर आरटीओ विभाग से कंप्लीट हुआ और उन्होंने 12- 13 जुलाई को बैंक में आरसी कॉपी इंश्योरेंस कॉपी जमा कर दिया और उसके बाद बैंक द्वारा पुनः तीन चार बार उसी कागज को मांगा गया उसके बाद भी उन्होंने बैंक को कागज दिए और बैंक द्वारा उक्त कागज को सम्मिट ना करते हुए लापरवाही बरती गई और बैंक द्वारा 5 दिसंबर 2020 को खाताधारक के अकाउंट से ₹2950 कटौती कर ली गई आरसी कॉपी नहीं जमा करने के कारण इस बात की भी शिकायत विमल त्रिपाठी द्वारा बैंक को की गई है लेकिन अभी तक उनका कोई निराकरण नहीं हो सका है भालूमाडॉ नगर में एकमात्र राष्ट्रीय कृत बैंक होने के कारण आम लोगों के पास दूसरे बैंक का कोई विकल्प नहीं बचता और यही कारण है कि एक बैंक होने के कारण इस बैंक में उपभोक्ता उनके लिए उपभोक्ता ना होकर केवल एक भीड़ का हिस्सा नजर आते हैं और आए दिन खाताधारकों के साथ इसी तरह की घटनाएं होती रहती हैं खासकर कोविड के समय से लेकर अब तक शाखा में खाताधारकों को अत्यधिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है एक तो कोविड के कारण बैंक में बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है और ना ही बैंक में एक बूंद पीने का पानी है बुजुर्ग महिलाएं पुरुष घंटो घंटो लाइन में और बैंक से बाहर खड़े रहते हैं वही लोगों की शिकायत यह भी है कि कोतमा कालरी बैंक में केवल दलालों का बोलबाला है यहां हर काम दलाल के माध्यम से होता है कर्मचारी भी उन्हीं काम को प्राथमिकता देते हैं जो काम दलाल कहते हैं दलालों के लिए ना तो कोई नियम है और ना कानून जबकि सीधे-साधे खाताधारकों के लिए यह बैंक कर्मचारी तरह-तरह के नियम कानून बताकर उन्हें अनावश्यक परेशान करते हैं और बैंक के अंदर तो कोविड-19 का पालन किया जा रहा है और दूर-दूर लोग खड़ा किया जा रहा है लेकिन वही गेट के बाहर में कोविड-19 ही असर नहीं देखा गया जहां पर की सैकड़ों लोग एक दूसरे से सट कर खड़े हैं इसे फोटो में स्पष्ट देखा जा सकता है