ग्राउन्ड वाटर की छोटी-छोटी जल प्रदाय योजनाओं की वजाय बड़ी योजनाएं बनाई जाएं
रिपोर्टर प्रकाश कुशवाहा

अनूपपुर। कलेक्टर चन्द्रमोहन ठाकुर ने कहा है कि जल जीवन मिषन के तहत जल आपूर्ति हेतु ग्राउन्ड वाटर की छोटी-छोटी जल प्रदाय योजनाएं बनाने की बजाय बेहतर होगा कि उनके स्थान पर बड़ी-बड़ी योजनाएं बनाई जाएं। कलेक्टर ने यह बात यहां सम्पन्न हुई जिला जल स्वच्छता मिशन की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मिलिन्द कुमार नागदेवे, कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एस.के. साल्वे समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर ने साफ किया कि जल जीवन मिषन के तहत ग्राउण्ड वाटर की लघु जल परियोजनाओं से दीर्घकालीन लाभ नहीं लिया जा सकता, जबकि बड़ी जल परियोजनाओं से दीर्घकालीन लाभ उठाया जा सकता है। आपने यह काम जल निगम को देने का सुझाव दिया। अगर जल निगम यह काम ना कर पाए तो लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग इन परियोजनाओं का काम हाथ में ले। इससे बीस साल तक के जल प्रदाय का इंतजाम हो जाएगा और अगले कई सालों के लिए जल संकट की स्थिति उत्पन्न नहीं हो पाएगी। ग्राम पंचायतों में नल-जल योजनाओं के बढ़े हुए बिजली के बिल देने की समस्या की ओर ध्यान आकर्षित कराने पर कलेक्टर ने इस समस्या के समाधान के लिए जनपद पंचायतों के सहयोग से षिविर आयोजित करने के बिजली कम्पनी के संभागीय यंत्री को निर्देष दिए। उन्होंने कहा कि बिजली बिल की वास्तविक वसूली योग्य राषि की वसूली हो जाए, जिससे नल-जल योजनाएं निर्बाध रूप से चलती रहें। कलेक्टर ने इस तरह के बिजली बिलों का आंकलन करने के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों जनपद को निर्देष दिए। उन्होंने षिविर आयोजन संबंधी तिथियां एवं स्थान का जल्द आदेश जारी करने की मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को हिदायत दी। कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी ने स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में जल प्रदाय योजनाओं के चल रहे कार्यों को रेखांकित करते हुए बताया कि अभी जिले के 352 स्कूलों में जल प्रदाय योजनाओं पर काम चल रहा है। जबकि 214 आंगनबाड़ी केन्द्रों में यह कार्य प्रारंभ हो गया है। कार्यपालन यंत्री ने बताया कि ग्राम पंचायतें आधी-अधूरी नल जल योजनाओं का संचालन नहीं करती हैं। इस पर कलेक्टर ने कार्यपालन यंत्री से पूछा कि ऐसी कितनी आधी-अधूरी योजनाएं हैं, जिन पर काम करने की जरूरत है। कलेक्टर ने सीमित खर्चे पर ग्राम पंचायत स्तर पर बेहतर ढंग से नल जल योजनाएं चलाने पर जोर दिया और कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी से कहा कि किसी गांव में नल जल योजना के मेंटेनेंस, बिजली बिल समेत नल जल योजना चलाने के काम पर किसी व्यक्ति को रखने पर कितना खर्च आएगा, इसका आंकलन किया जाए। योजना चलाने हेतु जिस व्यक्ति को रखा जाए, वही व्यक्ति उपभोक्ताओं से जल कर की राषि भी वसूल करे। कलेक्टर ने ग्राम पंचायतों में नल जल योजनाएं चलाने के काम की ग्राम पंचायत स्तर की समीक्षा करने के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों जनपद को निर्देश दिए।