
अमरकंटक। पवित्र नगरी अमरकंटक उद्गम स्थल से माँ नर्मदा की पूजन कर शिक्षा बचाओ यात्रा का सुभारम्भ कर आगे की यात्रा प्रारंभ किये। यात्रा के संयोजक मोहन नागवानी कटनी ने बताया कि यह यात्रा अमरकंटक से शिक्षा बचाओ यात्रा प्रारंभ कर आगे राजेन्द्रग्राम, अनूपपुर, डिंडोरी, उमरिया, शहडोल, ब्यौहारी, रीवा, सतना, पन्ना, दमोह, सागर, टीकमगढ़, अशोकनगर, गुना, विदिशा, भोपाल आदि जगहों से होते हुए कटनी में आकर यात्रा समाप्त की जावेगी। इन सभी जगह कोविड 19 को ध्यान में रखते हुए गणमान्य नागरिकों, विद्वानों से चर्चा करने जैसे दुनिया, देश, समाज के भविष्य, बच्चों का भविष्य खतरे के बारे में चर्चा की जावेगी की क्या स्कूल बंदी ही कोरोना का इलाज है। विगत 1 वर्ष से कोरोना काल के चलते हमारा शिक्षा का ढांचा जिस बुरी तरह से ध्वस्त हुआ है उसके परिणाम हमे भविष्य में देखने को मिलेंगे। जंहा एक और बच्चों का बचपन, शिक्षा, अनुशासन, निरंतरता, सामाजिकता, समूह भावना तथा सामाजिक मूल्यों का पतन हुआ है वंही दूसरी ओर समाज एक अदृश्य भय से जकड़ता जा रहा है। इस दौरान सबसे ज्यादा प्रभावित गरीब शोषित एवं वंचित समूह के बच्चे हो रहे है। यात्रा के सह संयोजक जुगुल मिश्रा ने बताया कि हमने अमरकंटक से यात्रा की शुरुआत की है और यह 34 जिलों से होती हुई प्रदेश के नीति निर्धारण नगरी भोपाल से गुजरेगी। हमारा मध्यप्रदेश शिक्षा बचाओ मंच वैचारिक समर्थन की अपेक्षा करता है, जिसमे समाज के सभी वर्गों, विभिन्न अभिभावक संगठनों, छात्र हितैषी संगठनों, सामाजिक संगठनों की यात्रा में सहभागिता रहेगी। इस तरह बच्चों की शिक्षा दीक्षा आदि बिंदुओं पर नजर रख ब्यवस्थाओ पर कार्य किया जाय। यात्रा के साथ राजमणि सिंह, संतोष द्विवेदी, आकाश आदि यात्रा के साथ हैं।