अनूपपुर

राजस्व अनुविभागीय अधिकारी कोतमा ने चंद मीडिया कर्मियों की उपस्थिति में की समीक्षा बैठक

अनुविभागीय अधिकारी ने प्रेस वार्ता कर आम जनता को भ्रांतियों से रहने का संदेश देने का किया प्रयास

अनूपपुर/ कोतमा। जिले के कोतमा क्षेत्र में कोरोना महामारी का निरंतर प्रकोप बढ़ने के कारण आए दिन जिला प्रशासन व स्थानीय प्रशासन के द्वारा कारणों की समीक्षा करने की कोशिश जारी है लेकिन अब तक कोतमा क्षेत्र में कोरोना संक्रमितों व संदिग्धों के लिए किए जा रहे प्रयास केवल कागजों तक सीमित दिखाई दे रहे हैं। कोतमा अनुभाग के अनुविभागीय अधिकारी ऋषि सिंघई ने अपने कार्यालय में मीडिया को आमन्त्रित कर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आम जनता तक प्रशासन के द्वारा किए जा रहे कार्यों को पहुंचाने हेतु प्रयास किया। इस बैठक में मीडिया को सम्बोधित करते हुए अनुविभागीय अधिकारी ने कहा कि विगत दिनों में कोरोना कर्फ्यू के अनुपालन में मीडिया व क्षेत्रीय नागरिकों का अच्छा सहयोग मिला, जिससे हम सभी संक्रमण से उबरने की स्थिति में पहुंच रहे हैं व जिले में संक्रमण की दर में कमी आई है, जिसका मुख्य कारण कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से पालन रहा है। जिला प्रशासन द्वारा 20 मई को जारी आदेश के अंतर्गत सुबह 6 से 9 तक खाद्यान व दूध सब्जी के होम डिलीवरी हेतु आदेश जारी किए गए हैं। जिसके तहत विगत दिनों जिला प्रशासन द्वारा दिये गए निर्देशों के परिपालन के लिए डिस्ट्रीब्यूटर व थोक व्यापारियों को तय समय सीमा सुबह 6 से 9 में सामान की लोडिंग व अनलोडिंग व होम डिलीवरी के माध्यम से सामान की सप्लाई किए जाने के निर्देश दिए गए थे। इसके बावजूद व्यापारियों द्वारा तय समय सीमा के बाद भी अपने गोदाम में खाद्यान, शक्कर, किराना की ट्रक से कई मजदूर लगाकर अनलोडिंग कराई जा रही थी। बड़े व्यापारी जब पूरे दिन गाड़ी खाली करवाते हैं, जिसमे कई मजदूर गाड़ी खाली करते हैं, तो संक्रमण का खतरा बढ़ता है। 18 मई को राजस्व अमले के नगर भ्रमण के दौरान गांधी चैक के पास अब्दुल कादिर एंड ब्रदर्स के यहां शाम 5रू30 बजे व रामा एंड कम्पनी पर दोपहर 12 बजे मौके पर अनलोडिंग करते पाया गया। जिसमे कोरोना कर्फ्यू धारा 144 के उल्लंघन में धारा 188 के साथ 269, 270, 271 व महामारी अधिनियम 1897 के संसोधित अधिनियम 1920 के 3, 4 व आपदा प्रबंधन अधिनियम 51 के तहत कार्यवाही ही गयी व गोदामो को आगामी आदेश तक सील कर वाहन जप्ती की कार्यवाही की गई थी। उक्त मामले पर जांच उपरान्त अन्य धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर एफ आई आर दर्ज की गई है। जब तक उस प्रकरण की सम्पूर्ण सुनवाई नही हो जाती है और जब तक फैसला नही आ जाता है। उस व्यक्ति को यह अवसर दिया जाता है कि वह अपना पक्ष रखे। गोदामो पर चस्पा नोटिश मीडिया ने देखा होगा। वो व्यक्ति इस कार्यवाही से यदि असंतुष्ट है तो उसे आवेदन या शिकायत करना चाहिए या वो स्वीकार करेगा या अस्वीकार करेगा दोनों ही परिस्थितियों में विधिपूर्वक जांच होगी। सम्पूर्ण मामले में बयान दर्ज किये जायेंगे। फिर उसके बाद ही फैसला किया जाता है। पूर्व में भी रजानी और फातमी इंडस्ट्रीज पर कार्रवाई कर 10000-10000 हजार का जुर्माना और राजानी पर एफ आई आर की कार्रवाई राजस्व विभाग द्वारा की गई है।
कोरोना और मरीजों की स्थिति से अधिक पूर्व कार्यवाहियों पर हुई समीक्षा
उपरोक्त संबोधन के विषय में मिली जानकारी के अनुसार ऐसा प्रतीत होता है कि अनुविभागीय अधिकारी के द्वारा कोरोनाकाल में व्यापारियों पर की गई कार्यवाहियों से असंतुष्ट व्यापारियों तक पूर्व में की गई कार्यवाहियों पर मीडिया के माध्यम से प्रकाश डालने की कोशिश की जा रही है। कोतमा क्षेत्र में कार्यरत कुछ मीडिया कर्मियों की उपस्थिति में बैठक करना समझ से परे है। अनुविभागीय अधिकारी कोतमा के आदेशानुसार कोतमा हल्का पटवारी राजीव द्विवेदी को मीडिया कर्मियों को आमंत्रित किए जाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी और उन्होंने कुछ लोगों को आमंत्रित कर शेष मीडिया कर्मियों को दरकिनार किस उद्देश्य से किया, ये समीक्षा का विषय है? किसी क्षेत्र में पत्रकार समाज का दर्पण होता है और पत्रकार वार्ता में समाज और क्षेत्र की समस्याओं की समीक्षा की जानी चाहिए थी और इसके लिए क्षेत्र के सभी पत्रकारों की उपस्थिति होनी अनिवार्य होनी चाहिए लेकिन इस बैठक का औचित्य समझ से परे है कि वास्तव में बैठक का उद्देश्य जनता की समस्याओं से अवगत होकर उनका निराकरण व जनता को जागरूक करने के विषय की समीक्षा करना था या पूर्व कार्यवाहियों पर समीक्षा कर सफाई देने की कोशिश की गई।
नगर में घर-घर पर की जा रही जांचे औपचारिकता मात्र
नगर में कोरोना पर नियंत्रण पाने के लिए जिला प्रशासन ने निर्देश दिए हैं कि घर घर पर गठित समिति के सदस्य जाएंगे और हर व्यक्ति की जांच करेंगे, लेकिन टीम को दिए गए उपकरण ठीक तरह से कार्य नहीं कर रहे हैं। साथ ही किसी व्यक्ति में लक्षण पाए जाने पर दवा की किट उपलब्ध कराए जाएंगे और उसके संपर्क में आने वालों की भी जांच की जाएगी। अभी हाल ही में अनूपपुर जिले में पदस्थ हुई कलेक्टर सुश्री मीणा के आगमन की खबर से कोतमा क्षेत्र में अधिकारियों में सुगबुगाहट देखी गई और अचानक ही पत्रकार वार्ता बुला ली गई। पत्रकार वार्ता के बाद जब अनुविभागीय अधिकारी जांच दल लेकर कोरोना संक्रमित लोगों के घर जाकर हाल लेने पहुंचे तो ऑक्सीमीटर कार्य नहीं कर रहा था। मीडिया की उपस्थिति में अनुविभागीय अधिकारी ने जांच दल और नगरपालिका के कर्मचारियों और अधिकारी को निर्देश देना प्रारम्भ कर दिया, जबकि इन सभी गतिविधियों पर व्यवस्थित रूप से नियमित समीक्षा की जानी चाहिए। मिली जानकारी के अनुसार वार्ड नं 01 में पूर्व में कंटेंटमेंट जोन बनाए गए क्षेत्र में नगरपालिका कर्मचारियों को भेज कर पुनः व्यवस्थित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।

Related Articles

Back to top button