
अनूपपुर। जिला मुख्यालय में आयोजित हुई लोक अदालत में जिले भर के कई मामलों का निपटारा किया गया साथ ही कर वसूली के मामले में अच्छी खासी रकम लोक अदालत के माध्यम से जमा कराई गई है संपन्न हुई इस लोक अदालत पारिवारिक मामलों में भी सुनवाई हुई है जिसमें अदालत ने रकम वसूली के साथ रिश्तो को भी बचाने का प्रयास इस लोक अदालत के माध्यम से किया है। संपन्न हुई इस लोक अदालत को लेकर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रत्नेश चंद्र सिंह बिसेन के निर्देश पर लोक अदालत में 248 मामलों का निपटारा किया गया जिसमें प्री लिटिगेशन के 17 मामले भी थे 248 मामला के निपटारे में बैंक, संपत्ति कर, बिजली वसूली, जलकर, पारिवारिक विवाद, दुर्घटना के शिकार हुए लोगों के मामले में लोक अदालत से राजीनामा के तहत के केस समाप्त करते हुए लोगों को राहत देने का काम किया गया है। इतना ही नहीं 248 मामलों के निपटारे में में अदालत के द्वारा 1 करोड़ 90 लाख 25 हजार 546 रुपये की वसूली भी इस लोक अदालत के माध्यम से हुई है यह रकम अलग-अलग मामलों के तहत लोक अदालत में जमा हुई है। इतना ही नहीं विधिक सेवा प्राधिकरण के अधिकारी भास्कर यादव ने बताया कि जिले की कोतमा कोर्ट में पारिवारिक विवाद में पति पत्नी के बीच हुए विवाद के चलते मामला कोतमा कोर्ट पहुंच गया था जिस पर आज अदालत के द्वारा पति पत्नी को समझाइश देते हुए दोनों को खुशी-खुशी एक साथ तलाक ना देने के लिए राजी किया गया और उनके परिवार को टूटने से बचाया गया। आमतौर पर उम्र दराज हो जाने के बाद आज जहां बदलती पीढ़ी अपने बुजुर्गों को साथ रखने में अपना अपमान समझती हैं जिसके चलते कई परिवारों में घर के बुजुर्गों को घर से बेदखल कर दिया जाता है ऐसा ही एक मामला अनूपपुर अदालत में भी दर्ज हुआ था जिसमें सामतपुर निवासी तबस्सुम निशा ने अपने बेटे व बहू के खिलाफ कोर्ट में मामला लगाया था जिसके बाद से कोर्ट के द्वारा बेटे- बहुओं को न्यायालय में बुलाया गया और आज लोक अदालत के माध्यम से मां के द्वारा दर्ज की गई शिकायत व मुकदमा बेटों को बेदखल करने की मांग पर लोक अदालत के माध्यम से समझाइश देते हुए उन्हें खुशी-खुशी उनके घर के लिए विदा किया गया। संपन्न हुई इस लोक अदालत में अलग-अलग मामलों के तहत कई केस अधिवक्ताओं के द्वारा लगाए गए थे जिसमें कई मामलों में समझौता हुआ भी और नहीं भी हुआ ऐसे में एक युवा अधिवक्ता धर्मेंद्र पटेल फुनगा निवासी ने दुर्घटना के मामले में लगभग 22 मामलों का निपटारा कर आया है इसमें दुर्घटना में शिकार हुए लोगों को उचित न्याय दिलाया।