अनूपपुर

कोरोना संक्रमण से बचावः एक जुलाई से चलाया जाएगा सघन स्वास्थ्य जाँच एवं जागरूकता अभियान-कलेक्टर

घर-घर जाकर होगी जाँच,कोरोना को जड़ से नष्ट करने का है लक्ष्य

रिपोर्टर@देवानंद विश्‍वकर्मा
अनूपपुर। कलेक्ट्रैट सभाकक्ष में आयोजित जिला संकट प्रबंधन समूह की बैठक में कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु अब तक की गयी कार्यवाहियों, आगामी स्थिति से निपटने हेतु तैयारियों की जानकारी जनप्रतिनिधियों को प्रदान की गयी। बैठक में विधायक पुष्पराजगढ़ फुँदेलाल सिंह मार्को, विधायक कोतमा सुनील सराफ, मध्य प्रदेश राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र सिंह मरावी, पूर्व विधायक दिलीप जायसवाल, मनोज अग्रवाल, समाजसेवी बृजेश गौतम, जय प्रकाश अग्रवाल सहित अपर कलेक्टर सरोधन सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मिलिंद नागदेवे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन एवं अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री ठाकुर ने बताया वर्तमान में जिले में कोई भी एक्टिव कोरोना पॉजिटिव प्रकरण नही है। सभी 29 कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। आपने बताया यह बहुत संतोषजनक है कि सभी का जिले में ही इलाज सुनिश्चित किया गया, हालाँकि जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह मुस्तैद है, नियमित रूप से जिले में संचालित फीवर क्लीनिक एवं समस्त संदिग्ध प्रकरणो पर सक्रिय निगरानी रखी जा रही है तथा सैंपल भी जाँच हेतु भेजे रहे हैं। आपने बताया कि कोरोना से निपटने हेतु जिले की क्षमता में नियमित रूप से सकारात्मक सुधार किया जा रहा है। अब ट्रू नेट मशीन के माध्यम से जिले में प्रतिदिन 40 टेस्ट किए जा सकते हैं। कोविड केयर सेंटर में एक बार में लगभग 300 कोरोना पॉजिटिव मरीज को इलाज उपलब्ध कराया जा सकता है। कलेक्टर ने कहा आगामी चुनौतियों के लिए जिला प्रशासन तैयार हैं। जिला चिकित्सालय में कोरोना मरीज हेतु स्थापित आइसोलेशन वार्ड में 30 बेड में ऑक्सीजन सुविधा है। 3 वेंटीलेटर सुविधा युक्त बेड एवं शीघ्र ही 10 अतिरिक्त आईसीयू बेड स्थापित हो जाएँगे। इसके अतिरिक्त ब्लाक स्तर पर सीएचसी में भी कोरोना संक्रमण से निपटने हेतु तैयारी की गयी है। कोरोना संक्रमण से निपटने हेतु नियमित रूप से स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों से स्वास्थ्य दलों को अवगत कराया जाता है एवं प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
इसके साथ ही कलेक्टर ने बताया कि ग्राम गुट्टीपारा में एक संदिग्ध मृत्यु के प्रकरण में प्रोटोकाल के अनुसार अंतिम संस्कार कराया गया। जो कि बाद में कोरोना निगेटिव पाया गया। इस प्रकार जिले में अब तक कोरोना से एक भी मृत्यु नही हुई है। इसके साथ ही दमहेड़ी देवरी में जब 12 पॉजिटिव प्रकरण साथ आए थे तो तुरंत कंटेनमेंट जोन बनाकर 500 लोगों की सघन स्क्रीनिंग की गयी। 100 सैम्पल भेजे गए जिनमे सिर्फ 2 में ही संक्रमण पाया गया। आपने बताया जिला प्रशासन, स्वास्थ्य दल एवं पुलिस सक्रियता से कोरोना को नियंत्रित करने हेतु सतत रूप से प्रयासरत हैं।
कलेक्टर श्री ठाकुर ने बताया कि बाहर से आने वाले प्रवासी श्रमिक लगभग आ चुके हैं। आपने बताया कि राज्य शासन के निर्देशानुसार 1 जुलाई से स्वास्थ्य दल द्वारा घर-घर जाकर एक बार पुनः स्वास्थ्य जाँच का सघन अभियान ‘‘किल कोरोना’’ चलाया जाएगा। समस्त स्वास्थ्य दलों के पास थर्मल थर्मामीटर रहेंगे, सभी संदिग्ध/लक्षण वाले व्यक्तियों के सैंपल जाँच हेतु लिए जाएँगे। स्क्रीनिंग की जानकारी सार्थक एप में भी दर्ज की जाएगी। ‘‘किल कोरोना अभियान’’ का लक्ष्य, हर एक संक्रमण की पहचान कर, उसे उपचारित किया जाकर कोरोना को जड़ से नष्ट करना है।
इस दौरान जनप्रतिनिधियों द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य सहयोगी विभागों द्वारा अब तक की गयी कार्यवाही के लिए सराहना की गयी एवं कहा कि आगामी दिवसों में भी इस वैश्विक आपदा की रोकथाम के लिए वो प्रशासन के साथ रहेंगे।
बैठक में मानसून को दृष्टिगत रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ की स्थिति एवं जल भराव की स्थिति से निपटने के लिए तैयारियों के सम्बंध में जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया गया एवं आवश्यक सुझाव प्राप्त किए गए। अपर कलेक्टर सरोधन सिंह ने बताया कि पूर्व में रपटे में जल ऊपर से बहने के स्थलों का चिन्हांकन किया गया है एवं ऐसी स्थिति से निपटने हेतु सम्बंधित अमले को सतत रूप से सजग रहने एवं आवश्यक रोकथाम की कार्यवाही करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। इसके साथ ही ऐसे जलाशय जहाँ पर पूर्व में डूबने की घटनाएँ हुई हैं वहाँ पर चेतावनी बोर्ड लगाने की व्यवस्था के साथ रेस्क्यू टीम को तैयार रखा गया है। लैंडस्लाइड सम्भावित स्थलों में भी बचाव हेतु जिला प्रशासन मुस्तैद है। जनप्रतिनिधियों द्वारा क्षतिग्रस्त पुलिया एवं सड़कों की मरम्मत करने हेतु किए गए उल्लेखों पर शीघ्र कार्यवाही करने की बात कही गयी।
बारिश को दृष्टिगत रखते हुए मच्छरो पर नियंत्रण हेतु नियमित रूप से दवा के छिड़काव के निर्देश ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों को दिए गए हैं। पेय जल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु पेय जल स्थलों में क्लोरीन/ब्लीचिंग पाउडर आदि के छिड़काव के निर्देश दिए हैं। बैठक में जन प्रतिनिधियों द्वारा पेय जल जनित बीमारियों की रोकथाम हेतु दवाइयों ओआरएस, जिंक टैबलेट आदि की पर्याप्त उपलब्धता के सम्बंध तैयारी हेतु कहा गया, जिस पर यह अवगत कराया गया कि सीएचसी, पीएचसी के साथ-साथ आशा कार्यकर्ताओं को भी मूलभूत दवाइयाँ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करा दी जाएगी।

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