अनूपपुर

डीजल चोरो को बचाने वाले थाना प्रभारी पर, आखिर कब गिरेगी कार्यवाही की गाज

रिपोर्टर@अरूण त्रिपाठी

दोष सिद्ध होने के बाद भी उच्च अधिकारियों का थाना प्रभारी को अभयदान
कोतमा। नेशनल हाईवे मार्ग 43 बदरा एम.एन. सिंह पेट्रोल पम्प के पास 31 अगस्त की दरमियानी रात बोलोरो वाहन क्र एमपी 65 टी 1164 से करीबन 2 बजे रात को 4 व्यक्ति पेट्रोल पंप पर उतरे और सुनसान देखकर पेट्रोल पम्प में खड़े ट्रक वाहनों के तेल टंकी के ताले तोड़कर डीजल चोरी की जा रही थी पेट्रोल पम्प में तैनात तीरथ प्रसाद सुरक्षाकर्मी को जैसे ही डीजल चोरी होने की आहट लगी तो अपने साथियों के साथ पेट्रोल पंप पर खड़ी वाहनों की चेकिंग की जाने लगी उसी समय चार व्यक्तियों द्वारा डीजल चोरी ट्रकों से की जा रही थी, दो गैलन चोरी का डीजल पेट्रोल पम्प पर खड़े वाहनों से निकाला जा चुका था पेट्रोल पम्प के कर्मचारियों द्वारा डीजल चोर गिरोह को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन दो डीजल चोरों को मौके पर ही पकड़ लिया गया और दो डीजल चोर मौके से फरार हो गए।
डीजल चोरी की घटना भालूमाड़ा पुलिस को तत्काल सूचना नहीं दी गई, किंतु मौके पर तत्काल घटनास्थल पर दो पुलिसकर्मी चालक करमजीत सिंह आरक्षक दिनेश सिंह राठौर आ पहुंचे और दोनों डीजल चोरों शिव प्रसाद उर्फ छोटू पिता अयोध्या लोनी निवासी ग्राम शिवपुर पंचायत लालपुर निगवनी एवं टीकमदास यादव ग्राम भर्री हाल निवासी पसला को भालूमाड़ा थाना के दोनों पुलिसकर्मी डीजल से भरे दो गैलन एवं बोलेरो वाहन को जप्त कर भालूमाड़ा थाने ले जाया जाता है और रात भर हथकड़ी लगाकर थाने पर ही रखा जाता है, लेकिन सुबह का सूरज निकलने से पहले भालूमाड़ा थाना प्रभारी मनोज दीक्षित द्वारा दोनों आरोपियों को बिना मामला दर्ज किए बगैर आरोपित व्यक्तियों को छोड़ दिया जाता है जैसे ही आरोपियों को छोड़ने की खबर पेट्रोल पम्प संचालक संग्राम सिंह को पता चलती है तो वह तुरंत सोशल मीडिया पर थाने में हथकड़ी लगे हुए दोनों आरोपियों की फोटो वायरल कर देते हैं और थाना प्रभारी के पूरे कारनामे की पोल खोल देते हैं साथ ही पुलिस अधीक्षक अनूपपुर को डीजल चोरी के पूरे घटनाक्रम व थाना प्रभारी की सांठगांठ कर आरोपियों को बचाने की जानकारी दी जाती है।
पुलिस अधीक्षक अनूपपुर की फटकार के बाद थाना प्रभारी द्वारा लगभग 20 घंटे बाद पकड़े गए दो डीजल चोरों पर मामला दर्ज किया जाता है और लगभग चोरी का डीजल 40 लीटर की ही जब्ती बताई जाती है थाना प्रभारी द्वारा पकड़े गए दो आरोपियों एवं सोशल मीडिया पर फदीहत किरकिरी होने के बाद दो आरोपियों पर तो मामला दर्ज कर देते हैं किंतु भागे हुए दो डीजल चोरों पर मामला तब भी दर्ज नहीं किया जाता है जिससे पता चलता है कि थाना प्रभारी मनोज दीक्षित की भूमिका संदिग्ध और आरोपियों से सांठगांठ पर भरोसा दिखाया। इसके उपरांत अनूपपुर पुलिस अधीक्षक श्रीमती किरणलता केरकेट्टा द्वारा डीजल चोरी के पूरे मामले की विभागीय जांच के निर्देश कोतमा एसडीओपी को दिए गए।
एसडीपीओ की जांच में,थाना प्रभारी की भूमिका संदिग्ध
डीजल चोरी के मामले में पुलिस अधीक्षक अनूपपुर के निर्देश पर भालूमाड़ा थाना क्षेत्र में 31 अगस्त को डीजल चोरी के मामले की विभागीय जाँच की गई जांच के उपरांत मीडियाकर्मियों के पूछे जाने पर एसडीओपी ,कोतमा एस.एन.प्रसाद ने बताया कि भालूमाड़ा थाना प्रभारी मनोज दीक्षित व दोनों पुलिसकर्मियों की भूमिका मामले में जांच के दौरान संदिग्ध पाई गई दो डीजल चोरो को पकड़कर पहले हथकड़ी लगाई जाती है फिर उन्हें छोड़ दिया गया पूरे मामले में कही न कही स्थानीय थाना प्रभारी व दोनों पुलिसकर्मियों द्वारा मामले को दबाने के लिए लीपापोती की गई थी और बाद में मामला दर्ज किया गया। घटना के समय मौजूद सभी गवाहों व थाना प्रभारी एवं दोनों पुलिसकर्मियों के बयान लेकर पुलिस अधीक्षक अनूपपुर को एक सप्ताह पहले ही सम्पूर्ण जांच रिपोर्ट भेज दी गई है।
इनका कहना है
डीजल चोरी की जांच एसडीओपी,कोतमा से कराई गई थी जांच रिपोर्ट आईजी शहडोल महोदय को भेज दी गई है।
किरणलता केरकेट्टा
पुलिस अधीक्षक,अनूपपुर

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