अनूपपुर

जिला प्रशासन द्वारा कायाकल्प कर छात्रावासों को बनाया जा रहा मॉडल

आदिवासी बालक आश्रम गौरेला जिले का पहला मॉडल छात्रावास बना

आगामी तीन माह में जिले के 40 छात्रावास बनेंगे मॉडल

अनूपपुर। जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित छात्रावासों को कायाकल्प कर मॉडल बनाए जाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा कार्य किया जा रहा है। जिले के जनपद पंचायत जैतहरी के ग्राम गौरेला स्थित आदिवासी बालक छात्रावास में अधोसंरचना तथा सुविधाओं का विकास कर आकर्षक स्वरूप दिया गया है। आदिवासी बालक आश्रम गौरेला में कक्षा 6 से 8 तक के 50 बच्चे दर्ज हैं। जिन्हें आवश्‍यक सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं। छात्रावास का आकर्षक रंगरोगन कर चित्रकारी की गई है। छात्रावास में छात्रों के बेडरूम, पढ़ाई के लिए स्मार्ट क्लास रूम, लाईब्रेरी, डाईनिंग टेबल, फ्रिज, स्मार्ट टीव्ही, मॉड्यूलर वाषिंग मषीन, कम्प्यूटर, आरओ वॉटर कूलर, बुक सेल्फ के साथ ही खेल सामग्री की व्यवस्था सुनिश्चित कराई गई है। जिला प्रषासन द्वारा छात्रावासों में कूलर और इनवर्टर की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है। छात्रों के बेहतर शैक्षणिक गुणवत्ता के लिए छात्रावास में रेमेडियल क्लास का संचालन भी शीघ्र प्रारंभ कराया जाएगा। छात्राओं को बेसिक कम्प्यूटर की शिक्षा देने की भी व्यवस्था की जा रही है।

जिले के 40 छात्रावास बनेंगे मॉडल

जनजातीय कार्य विभाग के अंतर्गत जिले में संचालित 140 छात्रावासों में से 40 छात्रावासों को आगामी तीन माह में मॉडल छात्रावास के रूप में बनाने का कार्य जिला प्रशासन द्वारा मिशन मोड में किया जा रहा है। आगे जिले के सभी छात्रावासों को मॉडल छात्रावास बनाने के कार्य भी किए जाएंगे। अब तक जिले के आदिवासी बालक आश्रम गौरेला, सीनियर आदिवासी बालक एवं कन्या छात्रावास सकरा, सीनियर आदिवासी बालक छात्रावास कोठी, जूनियर आदिवासी बालक छात्रावास निगवानी को मॉडल छात्रावास के रूप में स्थापित किया गया है।

मॉडल छात्रावास गौरेला के अधोसंरचना तथा सुविधाओं की कलेक्टर ने की सराहना

बुधवार को कलेक्टर श्री आशीष वशिष्ठ ने जिले के आदिवासी बालक आश्रम गौरेला का निरीक्षण कर अवलोकन किया गया तथा विद्यार्थियों के लिए की गई सुविधाओं, व्यवस्थाओं तथा अधोसंरचना कार्य का अवलोकन कर सराहना की गई। इस मौके पर जनजातीय कार्य विभाग की प्रभारी सहायक आयुक्त व एसडीएम अनूपपुर दीपशिखा भगत, सरपंच गौरेला श्री रमेश सिंह धुर्वे, शासकीय उमावि गौरेला के प्राचार्य श्री एम.आई. रासदीन, आश्रम अधीक्षक श्री रघुवीर कोल तथा शिक्षकगण भी मौजूद रहे। कलेक्टर ने आदिवासी बालक आश्रम गौरेला में अध्ययनरत विद्यार्थियों से सुविधाओं के बारे में फीडबैक लिया, छात्राें ने आश्रम की व्यवस्थाओं, सुविधाओं तथा अधोसंरचना कार्य की सराहना करते हुए शासन, प्रशासन का आभार जताया गया। कलेक्टर ने सभी छात्रों को खूब मन लगाकर पढ़ने तथा लक्ष्य की प्राप्ति की शुभकामनाएं दी गई। छात्रों ने अपने बीच कलेक्टर को पाकर उनके साथ ग्रुप फोटोग्राफी भी कराई।

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