अनूपपुर

सांस्कृतिक कार्यक्रम की मनमोहक प्रस्तुति के साथ मनाया गया वार्षिकोत्सव

राजनगर। कोयलांचल क्षेत्र राजनगर से लगे हुए केन्द्रीय विद्यालय एसईसीएल झगराखांड में वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया। वार्षिकोत्सव आयोजन बेहद सफल और उद्देश्य पूर्ण रहा। इस कार्यक्रम का विद्यार्थी एवं अभिभावकगणों में लम्बे समय से इंतजार था, जिसका अनुमान विद्यार्थियों एवं अभिभावकगणों की उपस्थिति से लगाया जा सकता था। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि यू.टी. कंझरकर एवं श्रीमती अंजली कंझरकर व विद्यालय समिति के चेयरमैन एल.पी. तिर्की थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में अजय मिश्र (जिला शिक्षा अधिकारी) व मानवेंद्र सिंह (अतिरिक्त जिला न्यायाधीश) थे। मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि का स्वागत केंद्रीय विद्यालय झगराखांड के यशस्वी प्राचार्य वाय.के. सोलंकी द्वारा पुष्पगुच्छ एवं बैज प्रदान कर किया गया। तत्पश्चात प्राचार्य ने अपने स्वागत वक्तव्य के साथ ही विद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन भी प्रस्तुत किया। वार्षिक प्रतिवेदन में प्राचार्य ने विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की उपलब्धियों की चर्चा की। इसके बाद पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि व प्राचार्य के कर कमलों से संपन्न हुआ एवं प्रतिभाशाली छात्रों का अभिनंदन किया गया व उन्हें प्रशस्ति प्रमाण पत्र दिए गए। आगंतुक अतिथियों और सभी पधारे हुए व्यक्तियों के स्थान ग्रहण करने के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न प्रदेशों के समूह नृत्य, समूह गीत एवं बहुभाषी नाटकों की प्रस्तुति की गई। जिसे मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि व अभिभावकगणों ने सराहा। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं प्राचार्य ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं प्राचार्य महोदय ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए पुष्प अर्पित किए। विद्यालय के यशस्वी प्राचार्य वाय. के. सोलंकी ने अपने स्वागत वक्तव्य में मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि द्वारा समय-समय पर कार्यक्रमों में हिस्सा लेने व सहयोग करने की भूरी-भूरी प्रशंसा की। अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि महोदय ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए प्राचार्य की प्रशंसा करते हुए उनके द्वारा सतत प्रयत्नशील कार्यों की सराहना की व विद्यार्थियों की उपलब्धियों एवं अनुशासन की भी चर्चा की। साथ ही यह भी कहा कि केंद्रीय विद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बनाए हुए है और विद्यार्थी पढ़ाई के साथ-साथ विविध क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर अपना सर्वांगीण विकास कर रहे हैं इसमें शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है आगे उन्होंने बतलाया कि विद्यार्थी कठिन परिश्रम करें एवं साथ ही उच्चतर जीवन मूल्यों को बनाए रखें। विशिष्ट अतिथि ने केरल राज्य की एक लघु कथा सुनाते हुए विद्यार्थियों से श्रेष्ठता के लिए सतत प्रयत्नशील रहने का आह्वान किया। इस पूरे कार्यक्रम में विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों का जोश देखते ही बन रहा था। सभी कार्यक्रम निर्धारित समय पर संपन्न हुआ।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सभी व्यवस्थाएं समय से पूर्ण कर ली गई थीं। सांस्कृतिक प्रस्तुति का संगीत संयोजन विद्यालय के संगीत शिक्षक बी. रविंद्र द्वारा किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन विद्यालय के शिक्षक धर्मेंद्र कुमार एवं श्री. अश्विनी ने किया। श्रीमती पूजा गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, प्राचार्य एवं अभिभावकगणों का आभार व्यक्त किया व साथ ही विद्यालय परिवार, छात्रों एवं कार्यक्रम में प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से सहयोग प्रदान करने वाले समस्त सदस्यों के प्रति हार्दिक कृतज्ञता ज्ञापित की।

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