
अनुपपुर। प्राप्त जानकारी के अनुसार यातायात पुलिस कागज के टोकन नम्बर देकर कर रही है वसूली जनता हर तरफ से परेशान है लेकिन यातायात पुलिस को इससे कोई लेना देना नही है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अनुपपुर यातायात विभाग का ऑफ लाईन वसूली अभियान जारी है। यातायात पुलिस लोगों को कागज में टोकन नम्बर लिख कर देते हैं। और वाहन चालकों पैसा देना पडता है, यातायात पुलिस बोलते है कि ये पैसा दे दूं तुम्हें एक सप्ताह तक नही देना पडेगा। विभागीय कर्मी बिना रसीद दिये माल वाहक वाहनो के चालकों से सरेआम कागज के टोकन नम्बर लिख कर वसूली कर अपना जेब भर रहे है।
रसीद की मांग करने पर अधिक जुर्माना लगाने की दी जा रही धमकी
अनुपपुर-राजेंद्रग्राम मार्ग पर स्थित सांधा मोड़ पर वाहनों की चेकिंग करने वाले सफेद वर्दीधारी जवान के द्वारा बकायदा वाहन चालकों को भारी रकम लेकर बिना रसीद दिये छोड़ा जा रहा है। रसीद की मांग करने पर उन्हें और अधिक जुर्माना लगाने की धमकी भी दी जाती है। जिसके कारण पूरे चेकिंग के दौरान कई लोगों से यातायात कर्मी की बहसा-बहसी भी हुई मगर लोगों के विरोध के बावजूद इस यातायात का खुलेआम वसूली अभियान कम जेब भरो अभियान चलता रहा।
वसूली करके विभाग को ही लगा रहे चुना
चेकिंग के नाम पर विभाग के ही कर्मचारी वसूली करके विभाग को ही चुना लगा रहे तो ऐसे में पुलिस का ही औचित्य क्या रह जाता है। यह सब कुछ साहब के आदेश पर यातायात कर्मी कर रहे है। यातायात के जिम्मेदार यातायात व्यवस्था को व्यवस्थित रूप से संचालित करने में कोई नहीं रहता यातायात विभाग जहां-तहां शहर में खड़े होने के साथ-साथ बल्करों से सेटिंग में लगा रहता है।
किसी भी चौराहों पर यातायात पुलिस की व्यवस्था नहीं
वैसे तो मुख्यालय में उगलियों में गिनती हो जाये, केवल इतने ही चैराहे हैं, उसके बाद भी कभी किसी चैराहे पर आपको यातायात विभाग का कर्मचारी नहीं दिखेगा, सूत्रों की माने तो यातायात विभाग के जिम्मेदार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की आम जनता कितनी परेशान हो रही है, साथ ही उनकी कार्य कुशलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज तक पुलिस विभाग द्वारा लगाये गये कैमरों के अलावा किसी भी प्रकार की चैराहों पर यातायात पुलिस की व्यवस्था नहीं की गई।