अनूपपुर

मैकलांचल क्षेत्र में रावण दहन को लेकर मचा बवाल

प्रशासनिक निर्णय के इंतजार मे दो समूह

बुराई पर अच्छाई की जीत विजयादशमी का पर्व जिसमें रावण, कुम्भकरण, मेघनंद के पुतलों का दहन किया जाता है। यह पर्व जहां पूरे देश मे हर्षोल्लास व सद्भावना का प्रतीक बना हुआ है तो वहीं जिले के पुष्पराजगढ़ मे रावण दहन को लेकर दो गुट आमने-सामने खड़े है। एक गुट इसे परंपरागत त्यौहार के रुप मे मनाना चाहता है तो वहीं दूसरा रावण को अपना वंशज बता दहन का विरोध कर रहा है।
अनूपपुर। आदिवासी बाहुल्य जिला अनूपपुर के पुष्पराजगढ़ जनपद अंतर्गत आने वाली पंचायत किरगी मे प्रायः सभी विभागों का मुख्यालय बना हुआ है। यहां वर्षो से सभी समुदाय भाईचारे के साथ मिलकर नवरात्रि व विजयादशमी का त्यौहार परम्परागत रुप से मनाते आ रहे है। विगत वर्ष 2018 के रावण दहन कार्यक्रम का कुछ आदिवासी संगठनों द्वारा विरोध करते हुए कार्यक्रम नही होने दिया गया। विरोध कर रहे संगठनों का मानना है कि हम आदिवासी रावण के वंशज है, रावण हमारे पैतृक कुल मे पैदा हुए थे, ये हमारे वंष से बड़े सम्राट के तौर पर हमारे आराध्य है। हम अपने वंश के पैतृक पिता के पुतला दहन का विरोध करते है। रावण पुतला दहन कार्यक्रम से हमारी धार्मिक भावना आहत होती है तो वहीं वर्षो से सनातन धर्म, परम्परा का पालन करने वाले दशहरा पर्व मे बुराई का प्रतीक मानकर रावण दहन की परम्परा निभाने की बात कर रहे है।
प्रशासनिक निर्णय का इंतजार
सार्वजनिक दुर्गा उत्सव समिति राजेन्द्रग्राम के तत्वाधान मे दुर्गा उत्सव व दशहरा पर्व मनाये जाने को लेकर क्षेत्रीय विधायक फुन्देलाल सिंह मार्को की अध्यक्षता मे बैठक आयोजित की गई थी तब बैठक मे पूर्व विधायक सुदामा सिंह सिंग्राम, एसडीएम ऋषि सिंघई, पूर्व म.प्र. अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह मरावी, तहसीलदार टी. आर. नाग, नर्बदा सिंह, राजेन्द्र गुप्ता समेत किरगी ग्राम पंचायत के गणमान्य नागरिक उपस्थित हुये। बैठक मे पूर्व मे घटित घटना पर प्रकाश डाला गया। तब बैठक मे निर्णय लिया गया कि दशहरा पर्व कार्यक्रम को लेकर बना असमंजस को शांति समिति की आगामी बैठक मे दूर कर लिया जायेगा। नवदुर्गा उत्सव के पूर्व थाना परिसर मे शांति समिति की बैठक का आयोजन किया गया जिसमे दोनो पक्षों की बाते सुनी गई किन्तु निर्णय अपने अंतिम पायदान तक नही पहुंच सका। तब दोनो पक्षों ने इस बात पर सहमति दर्ज कराई कि जो भी निर्णय प्रशासन लेगा वह हमे स्वीकार होगा। जैसे जैसे दशहरे की तारीख निकट आती जा रही है दोनो ही पक्ष प्रशासन की तरफ टकटकी लगाये बैठे है। और उहापोह की स्थिति बनी हुई है।
पूर्व मे ऐसे घटी घटना
दुर्गा उत्सव व दशहरा पर्व क्षेत्र मे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता रहा है। पूर्व केन्द्रीय राज्य वित्त मंत्री स्व. दलबीर सिंह के नेतृत्व मे पुष्पराजगढ़ मुख्यालय के किरगी मे पर्व के धूमधाम से मनाये जाने पर इसे अलग ही स्थान मिला रहा इनके दिवंगत हो जाने के बाद पूर्व सांसद स्व. राजेशी नंदिनी ने रावण दहन कार्यक्रम को और भी वृहद कर मनाती रही हैं। जिसमे समूचे क्षेत्र के लोग कार्यक्रम देखने उमड़ पड़ते रहे। विगत वर्ष 2017 मे पहली बार कुछ लोगों द्वारा रावण दहन कार्यक्रम का दहन से ठीक पहले विरोध किया गया, किन्तु कार्यक्रम बिना किसी विवाद के सम्पन्न हो गया। वर्ष 2018 मे जोरदार तरीके से रावण दहन कार्यक्रम का कुछ लोगो द्वारा विरोध किया गया तब विवाद को बढता देख दुर्गा उत्सव समिति द्वारा रावण दहन कार्यक्रम की शासकीय अनुमति होने के बाद भी स्थगित किया गया। जिससे उक्त कार्यक्रम को देखने की लालसा लिये ग्रामीण अंचलों से आने वाले लोगों के मन मे हतासा के साथ गुस्से के भाव साफ नजर आद रहे थे।
विरोध पर नही हैं एक मत
रावण दहन कार्यक्रम का विरोध कर रहे आदिवासी समाज के कुछ लोग रावण को गोंड़ जनजाति के मरावी उपजाति का होना बताती है। वह खुद को राजा रावण के वंशज बता उक्त कार्यक्रम का विरोध कर रहे हैं तो वहीं इसी समाज के अधिकांष लोग इस बात से असहमत है। उनका मानना है कि ऐसा कोई भी प्रमाण नही है जिससे इसे स्वीकारा जाये कि रावण आदिवासी समाज का रहा है। असहमत लोगों का कहना है कि हमारी आपसी भाईचारे की भावना को नुकसान पहुंचाने के लिये ऐसी काल्पनिक कथा गढ़ी जा रही है। वर्षों से हम भाईचारे के साथ उक्त पर्व को बड़े ही धूमधाम से मनाते आ रहे हैं हमारी जानकारी अनुसार रावण बुराई का प्रतीक है न कि जाति का प्रतीक। वैसे भी धार्मिक ग्रंथों के अनुसार रावण को ब्राम्हण बताया गया है जिसकी जाति से हमे कुछ लेना देना नही है।
इनका कहना है
धार्मिक रीति नीति के हिसाब से ही कार्यक्रम का आयोजन होगा।
चंद्रमोहन ठाकुर
कलेक्टर अनूपपुर
हम 6 तारीख को जिला कलेक्टर के साथ पुष्पराजगढ़ मे दोनो समुदाय से बात कर इस विषय मे निर्णय लेंगे हमारी प्राथमिकता शांति व्यवस्था बनाये रखना है।
किरणलता केरकेट्टा
पुलिस अधीक्षक, अनूपपुर

Related Articles

Back to top button