
एक ही छत के नीचे दो कम्पनियों का हो रहा काम
प्राइवेट सेक्टर में जहां कम्पनियां अपने आपको को बेहतर प्रस्तुत करने के लिए बाजार में लाखों रूपये व्यय करके प्रचार-प्रसार अन्य माध्यम से अपना मुकाम हासिल करने में लगी हुई तो वहीं प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले उन तमाम मेहनत मजदूरो की खून,पसीने की कीमत उस समय आंकी जाती है जब तैयार किये गये समान बाजार में अच्छी बिक्री के साथ अपना स्थान बना सके। यह सब मुमकिन तब होता है प्राइवेट कम्पनियों के एजेंसी होल्डर किसी भी कम्पनी के प्रति निष्ठा और ईमानदारी के साथ काम करे, अन्यथा कम्पनियों का भविष्य गर्त में जाना सुनिश्चित है। कोतमा के टीव्हीएस शोरूम संचालक कम्पनियों के नियमों के विपरीत जाकर एक ही छत के नीचे दो दुकान चला रहे है, जिससे उपभोक्ता परेशान है।
अनूपपुर। कोई भी प्राइवेट कम्पनी जब अपनी एजेंसी देती है तो वह उसके साथ कई तरह की शर्ते एजेंसी लेने वाले के साथ इकरार करती है,लेकिन अनूपपुर जिले के कोतमा में संचालित टीव्हीएस शोरूम के संचालक मनमानी तरीके से एक ही छत के नीचे दो-दो एजेंसी का काम करा रहे है। इनके पास टीव्हीएस शोरूम के अलावा होण्डा शोरूम का भी काम है। होण्डा और टीव्हीएस दोनो अलग-अलग कम्पनियां है दोनो ही बाजार में कम्पीटशन के दौर में एक-दूसरे को पीछे करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाये हुए है,लेकिन यहां पर केशव गोयंका के द्वारा कम्पनी नियमों को धता बताते हुए मनमर्जी के मुताबिक अपनी दुकान चला रहे है।
एक छत के नीचे
कोतमा स्थित मनेन्द्रगढ़ रोड पर टीव्हीएस शोरूम अन्नपूर्णा तथा होण्डा शोरूम जय अम्बे के नाम से केशव गोयंका के माध्यम से संचालित किया जा रहा है दोनो शोरूम में भर्रेशाही का आलम यह है कि यहां पर एक ही छत के नीचे दोनो शोरूमों के काम हो रहे है टीव्हीएस शोरूम का पूरा काम होण्डा शोरूम के अंदर कराया जाता है जिससे उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
नहीं मिलता नंबर प्लेट तक
कोतमा स्थित टीव्हीएस शोरूम अन्नपूर्णा में लापरवाही का आलम यह है कि इस शोरूम में मोटर सायकल के छोटी-छोटी सामग्री भी उपलब्ध नहीं रहती है उपभोक्ता गाड़ी खरीदने के लिए वर्षो तक चक्कर काटता रहता है लेकिन उसे जो गाड़ी के साथ मेें मिलना चाहिए वह भी नहीं मिलता है यहां तक की नंबर प्लेट के लिए भी सालो भटकना पड़ता है फिर भी उपभोक्ताओं को परेशान किया जाता है।
महंगे दामो पर वाहन
इतना ही नहीं कोतमा के होण्डा तथा टीव्हीएस शोरूम के संचालन के द्वारा मनमानी तौर पर मोटर सायकल का पैसा वसूल किया जाता है जिले के अन्य शोरूमो से तुलना की जाये तो इनके शोरूम में वाहनो की कीमत काफी ज्यादा होती है जिस कारण उपभोक्ता इनके यहां से वाहन खरीदने में हिचकता है और उसका फायदा छत्तीसगढ़ के अन्य शोरूमों को मिलता है।
उपभोक्ता हो रहे परेशान
टीव्हीएस शोरूम से गाड़ी खरीदने के बाद उपभोक्ताओं को सर्विसिंग के लिए होण्डा शोरूम में बुलाया जाता है होण्डा शोरूम में पहले से ही होण्डा गाड़ी के उपभोक्ता अपनी गाड़ी लेकर सर्विसिंग के लिए लाइन लगाये रहते है जिसके कारण उपभोक्ताओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है ऐसी स्थित में होण्डा और टीव्हीएस दोनों के ग्राहक परेशान होते है लेकिन इसकी परवाह शोरूम संचालक को बिलकुल नहीं होती है और वह दोनों कम्पनियों का चूना लगाकर अपनी स्वार्थ सिद्धी में लगा है।