Breaking News

चैत्र नवरात्रि में मां सिंह वाहिनी धिरौल में उमड़ी भक्तों की भीड़, लोगों ने की मां सिंह वाहिनी की पूजा-अर्चना

रिपोर्टर प्रकाश कुशवाहा

अनूपपुर। नवरात्रि का पर्व प्रारंभ हो गया है,बैठकी के प्रथम दिन मां सिंह वाहिनी धिरौल में स्थित आदिशक्ति जगत जननी मां सिंह वाहिनी मंदिर में चैत्र नवरात्रि पर्व के अवसर पर आम जन लोगों ने मां सिंह वाहिनी धिरौल में विधि-विधान से पूजा-अर्चना की तत्पश्चात गर्भगृह में घट स्थापित किया। इस अवसर पर पुजारी एवं भक्तजन उपस्थित रहे। आम जन लोगों ने मनोकामना कलश की रसीद कटवा कर जवारे कलश का शुभारंभ किया। विदित हो कि जिले के जनपद जैतहरी ग्राम पंचायत धिरौल जिला-अनूपपुर में स्थित मां सिंह वाहिनी मंदिर हर वर्ष श्रद्धालुओं के श्रद्धा का केंद्र रहता है लेकिन नवरात्रि के दौरान मां सिंह वाहिनी मंदिर में श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ता है, मंदिर में हजारों कलश जलते है। मंदिर में दूर-दूर से श्रद्धालु मंदिर ट्रस्ट द्वारा नियत शुल्क जमा कराकर कलश प्रज्जवलित कराते है। मां सिंह वाहिनी मंदिर के लिए नवरात्रि विशेष होती है। समिति द्वारा भोग लगाकर विशाल भण्डारा आयोजित किया जाता है तथा दर्शनार्थियो को प्रसाद बांटा जाता है। मां सिंह वाहिनी देवी को नवरात्रि के अवसर पर विभिन्न नौ रूपों में दर्शन किया जाता है। महाअष्टमी के दिन देवी का विशेष श्रृंगार किया जाता है जो स्वर्ण जडित होता है। जानकारी के अनुसार बता दे कि समिति के द्वारा मां सिंह वाहिनी मंदिर में अखंड ज्योति प्रति कलश के लिए 551 रुपये और प्रति जवारा कलश के लिए 151 रुपये की सहयोग राशि रखा गया है, साथ ही साथ मां सिंह वाहिनी समिति धिरौल के सदस्यों से संपर्क करके अपना कलश बुक करवा सकते हैं, संजय सिंह बघेल कार्यकारिणी अध्यक्ष 9522527697, प्रेमलाल पटेल उपाध्यक्ष 9806414602, संजीव कुमार साहू उपाध्यक्ष 9340517478, विकास सिंह बघेल परिसर प्रमुख 8319497894, हेतराम जायसवाल परिसर प्रमुख 9752531252, नितिन कुमार पांडेय पूजन प्रमुख 9806363196, शेषनारायण पटेल 9981215058, सुमित षर्मा 7000938149, गंगा साहू 6260013369, अयोध्या प्रसाद गुप्ता संयोजक 9755767389 इन्ही भक्तों के माध्यम से ही कलश बुकिंग मानी जाएगी इसका सभी भक्तगण विशेष ध्यान रखें। साथ ही साथ सभी भक्त अपना सहयोग एवं योगदान बैंक अकाउंट 63780201004019 और आईएफएससी कोड यूबीआईएन0563781 और क्यूंआर कोड के माध्यम से भी कर सकते है, ऐसा माना जाता है कि श्रद्धालुओ द्वारा कलश पूजन एवं दीपक जलाने से उनकी मनोकामनाएं पूरी होती है। रामनवमी के दिन काली नृत्य के साथ भव्य जवारा कलश यात्रा निकाली जाती है, जिसमें जिले सहित अन्य जगहों से श्रद्धालुगण शामिल होते है।

Related Articles

Back to top button