
अनूपपुर। प्रदेश के शासकीय महाविद्यालय में अध्ययनरत अतिथि विद्वान चुनाव पर कांग्रेस पार्टी द्वारा दी गई वचन पत्र की कंडिका 17.22 अनुसार अतिथि विद्वानों के नवीकरण की मांग लगातार जारी है नियमितीकरण हेतु उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी के चुनाव क्षेत्र इंदौर से मुख्यमंत्री निवास भोपाल तक अतिथि विद्वान द्वारा संघर्ष मोर्चा द्वारा न्याय यात्रा निकाली जा रही है उस यात्रा में कोतमा महाविद्यालय के अतिथि विद्वानों ने भी भाग लिया है और महाविद्यालय में पढ़ाने से मना कर दिया है। जिले के शासकीय महाराजा मार्तंड महाविद्यालय,कोतमा के सभी अतिथि विद्वान 10 अक्टूबर से हड़ताल पर चले गए हैं जिससे कि कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के भविष्य और पढ़ाई में काफी फर्क देखने को मिल रहा है। महाविद्यालय में कक्षाएं खाली पड़ी है अतिथि विद्वानों के हड़ताल पर जाने से छात्र-छात्राओं के परीक्षा परिणाम में विपरीत असर पड़ सकते है। अतिथि विद्वान के हड़ताल पर चले जाने से छात्र-छात्राएं भी महाविद्यालय में आकर शिक्षकों को महाविद्यालय में न देखकर निराश होकर वापस चले जाते हैं। कोतमा महाविद्यालय की महिला अतिथि विद्वानों डॉ जयंती पयासी, डॉ.प्रजिला सिंह, जयंता चतुर्वेदी छात्रा ने बताया कि पूरे प्रदेश में अतिथि विद्धवान द्वारा नियमितीकरण हेतु सामूहिक आंदोलन चलाया जा रहा है एवं पदयात्रा निकाली जा रही है। महाविद्यालय की अतिथि विद्वान शिक्षको ने बताया कि 8 अक्टूबर 2019 को नियमितीकरण आंदोलन में शामिल होने के लिए 10 लोग चले गए थे और 10 अक्टूबर 2019 से 4 अतिथि विद्वान भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये है। और इसके लिए महाविद्यालय,कोतमा को ज्ञापन सौंप कर अवगत कराया। जब इस संबंध में प्राचार्य महोदय से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होने बात नहीं करने को कहा।