Breaking News

जनजातीय गौरव और स्वावलंबन के लिए स्वदेशी जागरण मंच करेगा वृहद् ट्रायबोप्रेनर जनजागरण-आचार्य (डॉ) विकास

अनुपपुर। स्वदेशी जागरण मंच स्वावलंबी भारत अभियान, राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, शम्भूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय तथा सामाजिक संगठन के संयुक्त तत्वावधान में भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया गया। तथा भगवान बिरसा मुंडा सहित शहीद वीर नारायण सिंह, शहीद गेंद सिंह, गुण्डाधुर, रायन्ना, सिद्धो संथाल, कान्हू संथाल, बाबा तिलका माँझी, अल्लूरी यांचाराम राज, सुरेन्द्र साय, शंकर शाह, झलकारी देवी, रघुनाथ शाह, टंट्या भील, खाज्या नायक, अमर बलिदानी डेलन शाह, भीमा नायक, सीताराम कंवर, रघुनाथ सिंह मंडलोई, टूरिया शहीद मुड्डे बाई, मंशु ओझा, लक्ष्मण नायक और चांद-भैरव के साथ फूलो-झानो जैसी वीरांगना बहनों के असाधारण साहस तथा गौरव पर व्याख्यान हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वावलंबी भारत अभियान के अखिल भारतीय संचालन समिति सदस्य, स्वदेशी शोध संस्थान के केंद्रीय मेंटरशिप टोली सदस्य तथा स्वदेशी जागरण मंच महाकौशल प्रांत के प्रांत सहसंयोजक एवं राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय में संगणक संकाय के डीन आचार्य (डॉ) विकास सिंह ने कहा कि जनजातीय समाज के पास पारंपरिक समृद्ध कौशल, नवाचार तथा स्थानीय संसाधन से भरपूर शक्ति मौजूद है। स्वावलंबी भारत अभियान से वेलनेस, कला और शिल्प, खेल और खिलौने, वनऔषधि, वनउपज, डेयरी, गोवर्धन, पारंपरिक सौंदर्य प्रसाधन और फैशन सहित हजारों विविध उत्पाद के इस जनजातीय-उद्यमिता के माध्यम से जनजातीय संसाधनों और क्षमता का सही दिशा लगभग 10 लाख करोड़ मूल्य का घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार है। बिरसा मुंडा वर्ष 2025 में हर जनजातीय परिवार स्वदेशी तथा हर जनजातीय उद्यमी बने इस योजना के साथ संकल्प जरूरी है। जनजातीय युवा रोजगारयुक्त होकर अपने उद्यम का मालिक बनें यहीं भारत के समस्त जनजातीय नायकों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर वर्ष 2025 को जनजातीय गौरव वर्ष घोषित-राजेश सिंह

कार्यक्रम के मुख्यवक्ता तथा जिला भाजपा मीडिया प्रभारी राजेश सिंह ने कहा की सभी जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित करने और स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में उनके योगदान और सांस्कृतिक विरासत की रक्षा को याद करने और स्वीकार करने के लिए, इस वर्ष, चौथा जनजातीय गौरव दिवस 15 नवंबर 2024 से 26 नवंबर 2024 तक मनाया जा रहा है। भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाने के लिए वर्ष 2025 को जनजातीय गौरव वर्ष घोषित किया गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जनजातीय गौरव को वैश्विक विशेष पहचान दिला रहे है। केंद्रीय सहकारिता एवं गृह मंत्री श्री अमित शाह, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, प्रदेश संगठन मंत्री हितानंद शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष श्री बीडी शर्मा तथा राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल सहित भाजपा परिवार के सभी सदस्य जनजातीय गौरव से जनजातीय समृद्धि के लिए कृत संकल्पित हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भगवान बिरसा मुंडा के जन्म दिवस को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा करके जनजातीय समुदाय का गौरव बढ़ाया है। इसके लिए सम्पूर्ण जनजातीय समाज की ओर से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार जताया। पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने देश की 10 करोड़ जनजातीय आबादी के कल्याण के लिए पृथक मंत्रालय बनाया।

विश्व आदिवासी दिवस है जनजातीय बर्बर नरसंहार के स्मरण का शोक दिवस-मोरध्वज पैकरा

कार्यक्रम के विशेष अतिथि तथा स्वावलंबी भारत अभियान के मध्य क्षेत्र के क्षेत्र स्वावलंबन केंद्र प्रमुख मोरध्वज पैकरा ने बताया की विदेशी शक्तियां समाज को विखंडित करने हेतु मूलनिवासी दिवस का उपयोग कर रहीं हैं। नौ अगस्त, वस्तुतः पश्चिमी साम्राज्यवादियों द्वारा किये गए बड़े, बर्बर नरसंहार का दिन है। इस शोक दिवस को उसी पीड़ित व दमित जनजातीय समाज द्वारा उत्सव व गौरवदिवस रूप में मनवा लेने का षड्यंत्र है। भगवान बिरसा मुंडा ने भारत की आजादी में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने शोषक ब्रिटिश औपनिवेशिक व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई लड़ी तथा एक भारतीय जनजातीय धार्मिक सहस्त्राब्दि आंदोलन का नेतृत्व किया। जनजातीय गौरव तथा संविधान के आदर्शों के प्रति देश में नई चेतना का संचार हो रहा है तथा इस चेतना को कार्यरूप दिया जा रहा है। यह भावना जनजातीय समाज सहित पूरे देश के उज्ज्वल भविष्य का आधार बनेगी।

जनजातियों को समृद्ध बनाना ही सच्ची श्रद्धांजलि–डॉ मनीष तारम

कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि तथा शम्भूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय के विभागध्यक्ष डॉ मनीष तारम ने बताया की जनजातीय परिवार शुरू से प्रकृति आधारित स्वराज मॉडल को अनुसरण करता है। महाकौशल प्रान्त के सभी तहसील, ग्राम पंचायतों/गांवों में विशेष ग्राम सभा-सह-ओरिएंटेशन/प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करके विकसित, समावेशी दृष्टिकोण के साथ जुड़कर पेसा अधिनियम और वन अधिकार अधिनियम (एफआरए) पर क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण के माध्यम से स्वावलंबन स्थापित करते हुए बिरसा मुंडा को सच्ची श्रद्धांजलि दी जाएगी।

जनजाति समाज एकात्म तथा हम सभी के पुरखे-पूर्वज एक है-चिन्मय पाण्डेय

कार्यक्रम के शोध अतिथि तथा स्वदेशी जागरण मंच के जिला युवा आयाम प्रमुख चिन्मय पांडे ने बताया कि शोध से यह साबित हुआ है कि जनजातीय समाज और भारत के अन्य सभी समाज के लोगों के पूर्वज एक ही हैं, हम सभी के डीएनए में समानता है तथा वंशावली में हमारे पूर्वज सैकड़ों पीढ़ी पहले एक ही थे और हम सभी भारत के ऋषि मुनि के संतान हैं, इसलिए अलग-अलग जातियों के गोत्र भी समान ऋषि के नाम पर है, हम सभी के पुरखे-पूर्वज-परंपरा एक है हम सब हिन्दू है तथा जनजाति समाज के साथ हमारा एकात्म संबंध है।

सूरज की उर्जा से मुफ्त में जगमगायेगा जनजातीय परिवारों का घर-खेलन सिंह ओरके

कार्यक्रम के जनजातीय अतिथि तथा स्वावलंबी भारत अभियान के अनुपपुर जिला संपर्क प्रमुख खेलन ओरके ने बताया की लगभग 80 हजार करोड़ रुपए की लागत वाले ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’ से हर जनजातीय व्यक्ति को योजनाओं का लाभ मिलेगा। इस का उद्देश्य 17 मंत्रालयों के समन्वित प्रयासों के माध्यम से जनजातीय क्षेत्रों में सामाजिक बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा और आजीविका की आवश्यकताओं को संतृप्त कर स्वावलंबी बनाना है। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ़्त बिजली योजना के तहत जनजातीय परिवारों का घर सूरज के उर्जा से रौशन हो जायेगा। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से हीरा सिंह उद्दे, अशोक मरावी, सुजीत कुमार पैकरा, तुलसीदास श्रीवास्तव, अशोक मिश्रा, ओम प्रकाश पाठक, डॉ पूनम साहू, गीतेश साव, अमन सिंह, आर्यन सोनी, जितेश साहू, निधि पांडे, राजाराम साहू, शोधछात्र ऋतुराज सोंधिया, वर्तिका सेन सहित अनेक युवा एवं छात्र शामिल रहे। कार्यक्रम मिश्रित मोड ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनों मोड में आयोजित किया गया।

Related Articles

Check Also
Close
Back to top button