सुंदरिया बाई ने लगाये रीडर पर रिश्वतखोरी का आरोप
कलेक्टर से पटवारी के विरूद्ध कार्यवाही करने की मांग

अनूपपुर। 15 अक्टूबर 2019 को कलेक्टर कार्यालय पहुॅचकर विधवा एवं वृद्ध महिला सुन्दरिया बाई राठौर के द्वारा अपने हिस्से की जमीन अपने लडकों से अलग करवाने के लिए आवेदन तहसील कार्यालय जैतहरी में आवेदन दी थी जिसकी सुनवाई के दौरान आवेदन खारिज कर दी गयी थी। शिकायत कर्ता का आरोप है कि आखिर यह रिश्वतखोरी का खेल कब समाप्त होगा, मानो कि गरीबो के उपर पहाड़ सा टूट पड़ा है यदि तहसील में छोटा सा काम लेकर जाउ तो वहां दलालो का जमावड़ा लगा रहता है वहीं राममिलन द्वारा 20 हजार रूपये की मांग पट्टा नामांतरण करने के नाम पर मेरे बेटे हीरालाल से 5 हजार रूपये एडवांस के नाम पर ले चुका है और बोला कि जो शेष राशि वह काम होने के बाद मांग की।
न्याय के लिए दर-दर भटक रही विधवा वृद्धा
जिसकी शिकायत मैने अनुविभागीय दण्डाधिकारी कार्यालय जैतहरी में की थी जमीन में बंधक थी जिसकी सुनवाई अनुविभागीय दण्डाधिकारी अमन मिश्रा द्वारा की गयी सुनवाई के दौरान पाया गया कि राम सिंह, राम प्रसाद हीरालाल पिता स्व. चन्दू राठौर ये सगे भाई है। माॅ सुन्दरिया बाई है जो वृद्ध हो चुकी है तथा इनकी देखभाल कोई नही करते है पाया गया कि राम सिंह राठौर पिता स्व. चन्दू के द्वारा भारतीय स्टेट बैंक जैतहरी से फर्जी तरीके से लोन इसी जमीन के पट्टे से के.सी.सी. ऋण लिया हुआ था जो 30,000 हजार रुपये थी जिसे भी म.प्र.सरकार छूट कर दी थी परन्तु राम मिलन राठौर एस.डी.एम साहब की बडे बाबू साहब है जो यह करते है वो एस.डी.एम. रुपये अमन मिश्रा करते है सुन्दरिया बाई के लडके हीरालाल से 20,000 रुपये की मांग की गयी जिसमें 5000 रुपये दी गयी शेष15,000 रुपये न देने पर सुन्दरिया बाई की बटनवाराा अपील खारिज करवा दी गयी ऐसी स्थिति में सुन्दरिया बाई की तबियत और खराब होती जा रही हैं यदि कुछ करते कुछ होता हे। तो इनकी पूरी जिम्मेदारी राम मिलन राठौर रीडर, एस.डी.एम. जैतहरी की होगी।