अनूपपुर

विभाग की निष्क्रियता से खनिज माफिया हो रहे मालामाल

रिपोर्टर@समरबहादुर सिंह

राजनगर। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा खनिज माफियाओं के साथ-साथ साथ अन्य माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश जारी किए गए हैं जिसके परिपालन में अनूपपुर कलेक्टर द्वारा माफियाओं के ऊपर कार्रवाई करने हेतु संयुक्त रूप से टीम का गठन किया गया है। जिसमें राजस्व, पुलिस, आबकारी एवं खनिज विभाग के अधिकारी शामिल है जिनका काम माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करना है, किंतु राजनगर कोयलांचल के संबंध में यदि यह कहां जाए की हाथी के दांत दिखाने के और खाने की ओर तो गलत नहीं होगा जहां पुलिस तो थोड़ी बहुत करवाई करती है, किंतु अन्य सारे विभाग निष्क्रिय दिखाई पड़ रहे हैं। जिससे क्षेत्र में अवैध रेत एवं कोयला माफिया सक्रिय नजर आ रहे हैं जिसका खामियाजा क्षेत्र की जनता को उठाना पड़ रहा है जिसका जीता जागता उदाहरण 1 जनवरी को मनहरण की मौत के रूप में देखा जा सकता है जो माफियाओं द्वारा दिए गए थोड़ी सी लालच के चक्कर में अपनी जान गवा बैठा। बताया जाता है कि राजनगर क्षेत्र अंतर्गत कुल्हड़िया नाला, रामनगर काॅलरी की मुख्य मैजीन सहित आसपास के क्षेत्रों से अवैध रेत का उठाव बड़े पैमाने पर किया जा रहा है जिससे 800 ट्राली मिलने वाला रेट इस समय 1500 से 2000 बिक रही है जिसका तर्क लगाया जाता है कि रेत का उठाव बंद है जिसके कारण ऊपर दक्षिणा देना पड़ता है जिससे मजबूरी में हमें रेत महंगे दामों में बेचना पड़ता है और यह बात सही क्यों न हो, क्योंकि अवैध रेत परिवहन को पकड़ने का जिम्मा चार-चार विभाग के अधिकारियों को है फिर भी क्षेत्र में धड़ल्ले से रेत का उठाव किया जा रहा है। वहीं कुछ एक वाहन मालिक सीमावर्ती राज्य मनेंद्रगढ़ से भी अवैध रेत का परिवहन करते हैं। वहीं दूसरे सबसे बड़े पैमाने पर क्षेत्र में कोयला माफियाओं द्वारा इस समय कोयले का अवैध व्यवसाय धड़ल्ले से किया जा रहा है जो जंगल क्षेत्र एवं क्षेत्र की बंद पड़ी खदानों में सक्रिय हैं जहां यह भोले भाले आदिवासी एवं मजबूर मजदूरों का उपयोग कर रातो रात लखपति बन रहे हैं सबसे अफसर की बात तो तब हो जाती है जब राम लव थाना क्षेत्र अंतर्गत पेजहा टोला, झिरिया टोला, पिपरहा, भल्मुदी, रामनगर गैस गोदाम, राम जानकी मंदिर शही त अन्य स्थानों पर सैकड़ों की संख्या में ईट भट्ठा संचालित किया जा रहा है जो पूर्ण रूप से अवैध होने के साथ-साथ इस में उपयोग किया जाने वाला कोयला सत प्रतिशत चोरी का होता है और उससे संबंधित अधिकारी सब कुछ जान कर भी अंजान बने रहते हैं और माफिया अपनी सेटिंग का हवाला देकर सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का की तर्ज पर बेधड़क उसे अपने अवैध कार्य को अंजाम देते हैं और चर्चा यह भी है कि ऐसा नहीं कि इन अवैध कार्यों की जानकारी संबंधित विभाग को नहीं है लेकिन कुछ एक दलालों के माध्यम से सभी विभागों का हिस्सा उनके वजन के हिसाब से पहुंचा दिया जाता है जो जांच का विषय है और इसी का परिणाम है कि जब 1 जनवरी को सभी लोग नए वर्ष की जश्न में डूबे थे तो माफिया द्वारा दिए गए छोटी सी लालच के कारण छोटी भालमुडी निवासी 30 वर्षीय मनहरण अगरिया पिता मैंकु अगरिया की कोयला निकालते समय चट्टान गिरने से दबकर मौत हो गई और प्रशासन यदि इसके बाद भी नहीं चैता और क्षेत्र में माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं किया तो माफियाओं के हौसले तो बुलंद होंगे ही साथ में मनहरण जैसे कई मजदूर वे समय काल के गाल में काला भूत हो जाएंगे क्योंकि इन माफियाओं द्वारा छोटी भालमुडी मैं चार से पांच जगह सुरंग बना का कोयला निकाला जा रहा है तो राजनगर खुली खदान परियोजना की बंद पड़ी खदानों जिसमें रामजानकी मंदिर रामनगर हॉस्पिटल  इ सेक्टर के साथ-साथ राजनगर रेलवे साइडिंग एवं रेलवे बैगनो से कोयला उत्तर वाया जाता है जो क्षेत्र संचालित होने वाले ईट भट्ठा के साथ साथ पिक अप में लोड कर सीमावर्ती राज्य मैं भिजवा दिया जाता है।
इनका कहना है
मुझे आपने जानकारी दी है मैं इस मामले को तत्काल दिखवाता हूं। यदि वन क्षेत्र से अवैध रेत एवं कोयले का उठाव  किया जा रहा है तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
एम.एस.भगदिया
डीएफओ, अनूपपुर
पुलिस की नजर में जो भी मामला आता है उसके ऊपर कार्यवाही की जाती है इसके लिए अलग से खनिज विभाग बना हुआ है आप उनसे बात कर ले।
किरणलता केरकेट्टा
पुलिस अधीक्षक, अनूपपुर
कोयलांचल क्षेत्र में बड़े पैमाने पर ईट भट्ठे का संचालन किया जा रहा है जिसके लिए अकेले कार्रवाई करना संभव नहीं है इसके लिए मैं कलेक्टर साहब एवं एसडीएम साहब से बात कर पुलिस एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम बनाकर कार्रवाई करेंगे।
राहुल शांडिल्य
खनिज निरीक्षक, अनूपपुर

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