अनूपपुर

साइबर का डिजिटल वरदान हो रहा अभिशाप साबित

कैसे बचा जाए इस अभिशाप से डॉ.डी. सी.सागर (वरिष्टआईपीएस) अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने अपने लेख के माध्यम से जनता को समर्पित किया है

साथ ही साइबर क्राइम से बचने के भी कुछ महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए हैं
कैसे होते हैं शिकार साइबर क्राइम के इस बारे में जानकारी भी दी है
शहडोल। विश्व की चहुंमुखी प्रगतिशीलता के संदर्भ में साइबर या डिजिटल आविष्कार वरदान है। मार्केट से लेकर मिसाईल तक,पढ़ाई से लेकर चुनाव तक,रोज़गार से लेकर शासन-प्रशासन तक,मेडिकल से लेकर मौज-मस्ती तक,जन्म से लेकर मरण तक,हर क्षेत्र में साइबर अर्थात् इलेक्‍ट्रानिक कम्‍युनिकेशन की पैठ है और अंतरंग निर्भरता है। परंतु कुछ प्रतिशत लोग साइबर के उपलब्ध संसाधनों का निर्दयता,क्रूरता,कपटपूर्णता और अनभिज्ञता से दुरुपयोग कर साइबर की उपादेयता और वरदान को अभिशाप में बदल देते हैं। ऐसे लोग साइबर दुश्मन हैं जो देश में चहुमुखी प्रगतिशीलता की रफ्तार पर विपरीत असर डालते हैं। अतः केंद्र सरकार ने साइबर दोस्‍त की परिकल्पना के माध्यम से जनता को साइबर जगत के प्रति जागरूक करने का देशव्यापी अभियान चला रखा है। साथ ही साइबर से संबंधित अपराध करने वालों के विरुद्ध कड़ी प्रभावी वैधानिक कार्यवाही का भी शंखनाद किया गया है। हर क्षेत्र में साइबर का अपराध करने वाला व्यक्ति कुछ मूलभूत कारणों से अपने आपराधिक मंसूबों में कामयाब हो पाता है। जैसे कि जनता में लालच की प्रवृत्ति,लापरवाही, अनभिज्ञता और साइबर आक्रमण के विरुद्ध प्रभावी संसाधन की अभावग्रस्त व्यवस्था।
जनता साइबर,आक्रमण का शिकार कैसे बनती है, साइबर दोस्‍त द्वारा उससे बचने के कारगर उपाय और सावधानियां,कुछ उदाहरणों सहित इस प्रकार हैं:
हैकर- गुड मार्निंग,मैडम congratulations आप 25 लाख का लकी ड्रा जीत गई हैं ! पीड़िता- अच्‍छा Thank you मुझे बेटे की शादी भी करनी है,भगवान ने सुन ली । हैकर- अच्‍छा मैडम अब जल्‍दी पैसा ट्रांसफर करने के लिए अपना बैंक अकाउंट/ ATM कार्ड नंबर, CVV, OTP बताइएगा । पीड़िता- बस इतनी सी बात चश्‍मा लगाकर अभी बताती हूँ। थोडी देर में बैंक का का मैसेज आता है कि आपके एकाउंट से 30 लाख निकल गए हैं, क्‍या आपने निकाले हैं ? पीड़िता- बैंक मैसेज पढते ही उस लकी ड्रा वाले नंबर पर रिंग करी तो रिप्‍लाई आता है कि ये नंबर आस्तित्‍व में नहीं है (मराठी में सुनाई देता है) तब महिला रोते हुए हाय मेरा GPF का पैसा मै लुट गई। और बेहोश हो जाती है। पति और बच्‍चों को जब पता चलता है तो वे महिला को खूब सुनाते हैं। अतः कभी किसी से अपनें बैंक अकाउंट नंबर, CVV, ATM Pin, UPI Pin MPIN और OTP शेयर न करें। साथ ही इस बात की गांठ बांध लें कि कभी भी बैंक का प्रशासन इन सबकी जानकारी, ऑनलाइन, टेलीफोनिक कॉल, SMS आदि के माध्‍यम से नहीं मांगता है क्योंकि KYC उनके डाटाबेस में उपलब्ध रहती है। कभी भी QR Code स्‍कैन न करें यदि उसे भेजने वाला अपरिचित है। अनेक ऑनलाइन अर्निंग एप धोखाधड़ी से जनता से उनकी व्यक्तिगत जानकारी प्राप्त कर उससे Blackmailing और Bulling जैसे साइबर अपराध घटित करते हैं। Phishing, Vishing और Pharming (domain spoofing) के माध्यम से साबर अपराधी जनता को मूर्ख बनाकर ई मेल, एसएमएस,कॉल और वेबसाइट से व्यक्तिगत जानकारी षड्यंत्रपूर्वक निकलवाने में सफल हो जाते हैं। साइबर bullying में आरोपी धमकाते हैं,चमकाते हैं और उनको अपना गुलाम जैसा बना डालते हैं। इस प्रकार लोग साइबर Stalking का शिकार हो जाते हैं जिसमें ऑनलाइन किसी से लगातार और अवांछित संपर्क करके धमकी,मानहानि,यौन उत्पीड़न या अन्य कार्यों सहित कई घटनाओं को अंजाम देते हैं।अत: अजनबी और अनजान लोगों को अपनी व्यक्तिगत जानकारी शेयर न करें। साइबर Juice Jacking भी एक साइबर अपराध है जिस में एक ही USB केबल से चार्जिंग करते हुए साइबर अपराधी सिस्टम में मैलवेयर या वायरस डालकर महत्वपूर्ण जानकारी खींच लेता है। Juice Jacking एक तरह का साइबर फ्रॉड है,जिसमें स्मार्ट फोन,टैबलेट या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से USB (Universal Serial Bus) चार्जिंग पोर्ट का उपयोग करके डेटा कॉपी किया जाता है जो वास्तव में डेटा कनेक्शन और चार्जिंग दोनों के लिए उपयोग किया जाता है। पीड़ित को लगता है कि वह सिर्फ चार्जिंग पोर्ट ही है। साइबर अपराधी कंप्यूटर के हार्डवेयर,साफ्टवेयर,एप आदि में मेलवयर,रैनसम वेयर और ट्रोजनहार्स जैसे सिस्टम को ध्वस्त कर देने वाले वायरस कपटपूर्ण तरीके से डाल देते हैं। गृहमंत्रालय भारत सरकार (MHA) की जनहित में “साइबर दोस्‍त की अनूठी पहल” में दी गई साइबर अवेयरनेस से संबंधित सावधानियों का उल्‍लेख लेखक डॉ. डी.सी. सागर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के आलेख के भाग-2 में प्रस्‍तुत किया जायेगा,साथ ही सायबर अपराध से संबंधित शिकायत करने की ऑनलाइन प्रक्रिया (Indian Cyber Crime Coordination Center (I4C) एवं साइबर हेल्‍पलाइन No.1930) पर प्रकाश डाला जायेगा।

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