
अनूपपुर। वनपरिक्षेत्र कोतमा अंतर्गत लतार सर्किल के बीट मलगा, पोडी, चुकान, पडौर, धुरवासिन के जंगलो मे 16 अक्टूबर की देर रात को छत्तीसगढ के जंगलो से लगभग 18 हाथियो का दल पहुंच कर किसानो की फसलो को नुकसान पहुंचाया। घटना की सूचना पर वनविभाग की टीम द्वारा स्थल पर पहुंचकर हाथियो के झुंड को जैतहरी के जगल की ओर खदेड़ा गया। घटना के बारे मे प्रभारी परिक्षेत्र अधिकारी आर.एस. त्रिपाठी ने बताया कि 16 अक्टूबर को छत्तीसगढ के सिवनी, घिनौची, ढडिया गाॅव से होते हुए मध्य प्रदेश की सीमा मे घुसने की सूचना मिलने पर टीम सहित संभावित गावो बगडुमरा, बाडीखार जाकर ग्रामीणो को सतर्क करते हुए रात भर पहरा दिया। हाथियो के आने की सूचना उच्च अधिकारियो को दी गई। बडी संख्या मे हाथियो के आने पर सीसीएफ ए.के. जोषी, डी.एफ.ओ. एन.एस. भगदिया, एसडीओ ओजी गोस्वामी सहित कोतमा, बिजुरी, जैतहरी से 2 दर्जन के लगभग कर्मचारी जंगल मे पहुच कर रात भर हाथियो के झुंड को गाॅव की ओर आने से रोका। जिसके लिए मिर्ची का धुआं एवं पटाखे फोडा जाता रहा। गुरुवार की सुबह 7 बजे झुंड जैतहरी रेंज के रोहिला,कछरा, कुकुरगोड के बीच रखास (झंडी) के जंगलो मे ही मूवमेंट बना हुआ है। दल के वापसी की आंषका को लेकर कर्मवारी गस्त करने के साथ ग्रामीणो को जंगल की ओर जाने से रोक रहे है।