संतोष चौरसिया
कोयलांचल में धड़ल्ले से चल रहा कबाड़ का कारोबार
आए दिन कोल माइन्स और रहवासियों के यहां हो रही लाखों की चोरी
संतोष चौरसिया
कोयलांचल के जमुना कोतमा क्षेत्र में टिन प्लास्टिक और रद्दी के नाम पर लाइसेंस लेकर कबाड़ का कारोबार करने के नाम पर स्थानीय कोल माइंस में खुलेआम डकैती की तर्ज पर कारोबार हो रहा है
संतोष चौरसिया
*कोतमा मार्ग पर स्थित कबाड़ के ठीहे*
बदरा जमुना अनूपपुर जिले के कोयलांचल नगरी के भालूमाडा से कोतमा मुख्य मार्ग पर संचालित इस अवैध कारोबार की खबर पुलिस से लेकर हर आम और खास को है सुबे के नए मुखिया ने जीरो टारलेस की बातें भी वर्दी धारियों के सामने खोखली साबित हो रही हैं
करीब एक दशक से कोयलांचल नगरी जमुना कोतमा क्षेत्र से होकर गुजरने वाले भालूमाडा मार्ग पर एक युवक द्वारा टिन प्लास्टिक और रद्दी के नाम पर लाइसेंस लेकर कबाड़ खरीदने और बेचने का काम किया जा रहा है ऊपर से साफ सुथरे दिखने वाले इस कारोबार के आड़ में क्षेत्र की कोल माइंस में डकैती की तर्ज पर लोहा और जो कुछ भी मिल जाए उसे रात के अंधेरे में निकालने और बेचने का काम बदस्तूर जारी है बीते 1 माह के दौरान इस कारोबार में गुणात्मक वृद्धि दर्ज की गई है क्षेत्र की खुली व बंद कोयला खदाने ही नहीं बल्कि दूसरे थाना क्षेत्रों के कोयला खदानों को भी यहां से निशाना बनाया जा रहा है और बेरोजगार युवाओं की टोली बनाकर उन्हें हथियार से लैस कर खदानों में उतारा जाता है वहीं दूसरी तरफ जब कोल माइंस द्वारा ऐसी शिकायतें थाने में पहुंचती हैं तो पुलिस द्वारा बिल आदि मांगे जाते हैं बीते दिनों में ऐसा ही एक मामला राजनगर थाना के अंतर्गत सामने आया था जिस में शिकायत करता शे विल आदि मांगे गए विदित है कि दशकों पहले कोल इंडिया की सप्लाई के बिल जुटा पाना मुमकिन ही नहीं है
*दरकिनार जीरो ताल रेस*
सुबे के नए मुखिया बनते ही कमलनाथ ने प्रदेश पुलिस के मुखिया सहित अन्य विभाग प्रमुखों को जीरो टाल रेस की दिशा में कार्य करने के आदेश दिए थे लेकिन सूबे के मुखिया का यह आदेश शायद अनूपपुर और कोयलांचल के जमुना कोतमा थाने में नहीं पहुंचे हैं जिसके कारण बीते एक दशक से संचालित कबाड़ के अवैध ठीक है को बंद कराने की दिशा में सोचा तक नहीं जा रहा है
*खुलेआम मासिक नजराने के दावे*
बीते कई वर्षों से अवैध कबाड़ के मुखिया द्वारा स्थानीय पुलिस स्टाफ को मासिक नजराना और उसके एवज में खुलेआम काम करने के दावे किए जाते रहे हैं लेकिन जब 15 सालों की सरकार चली गई और नई सरकार के मुखिया ने जीरो टाल रेस की घोषणा कर दी तो सरकार से मोटा वेतन देने वाले प्रभारी और उनके मातहत आखिर कब तक कथित कबाड़ी के मासिक नजराना लेकर सरकार की जगह कबाड़ी को प्रश्रय देते रहेंगे
*अपराधों का प्रमुख कारण है कारोबार*
कोयलांचल मैं अन्य क्षेत्रों की तुलना में अपराध अधिक होने का मुख्य कारण कथित कबाड़ी का यह ठीहा और ऐसे ही अन्य संगठित अपराधी गिरोह हैं जो स्थानीय युवाओं बेरोजगारों को कुछ घंटों की मेहनत की एवज में मोटी रकम देते हैं और इससे युवा चोरी डकैती जैसे शॉर्टकट रास्ता को अपनाने लगता है और जब जब उसका खदानों या अन्य जगहों पर चोरी का जुगाड़ नहीं लगता है तो वह शार्टकट के फेर में राजनी लूटपाट जैसे अपराधों को कार्य करता है
*आम और खास निशाने पर*
कोतमा मुख्य मार्ग में स्थित कबाड़ के ठीहै के संचालक द्वारा पूर्व के वर्षों में कालरी की संपत्ति लूटी जाती थी लेकिन अब इसकी नजर नगर पालिका की संपत्ति पर भी पड़ रही हैं जिस मार्ग पर दुकान स्थित है वहां से रोजाना पुलिस और हंड्रेड डायल की गाड़ी कई चक्कर लगाती है लेकिन सब महाभारत के धृतराष्ट्र की तरह गलत होता देख चुप हैं
इनका कहना है
जमुना बंद पड़ी ओसिएम से कबाड़ की चोरी हो रही है तो उसका मुख्य कारण यह है कि कालरी में जो प्राइवेट सुरक्षा गार्ड लगते थे वह इस समय बंद हो गया है फिर भी हम पुलिस की रात्रि पेट्रोलिंग उक्त जगह पर करेंगे
मनोज दीक्षित थाना प्रभारी भालूमाडा
जमुना ओसिएम से अगर कबाड़ की चोरी हो रही है तो इसकी जानकारी आप पहले कालरी वालों को दें उसकी सुरक्षा करना उनका काम है और वह नहीं कर पा रहे हैं तो कबाड़ को थाना में जमा करा दे फिर भी हम रात्रि में उस जगह पर पुलिस की पेट्रोलिंग कराएंगे चोरी किसी कीमत पर नहीं होने दी जाएगी
आरएन प्रसाद
एसडीओपी कोतमा