चिरमिरी रेलवे स्टेशन में स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा बिना पीपीई किट यात्रियों की करोना जांच करने का मामला पहुंचा राजधानी
जिला प्रवक्ता सौरव मिश्रा ने स्वास्थ्य मंत्री को पत्र और एसएमएस के माध्यम से दी जानकारी

चिरमिरी कोरिया। जिले के चिरमिरी रेलवे स्टेशन में रेल यात्रियों के कोरोना जांच के लिए लगी स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा बिना पी.पी. ई. किट के यात्रियों के करोना जांच करने का मामला बढ़ता ही जा रहा है। बेबाकी और निडरता से अपनी बातों को रखने वाले जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सौरव मिश्रा ने स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव को पत्र लिखते हुए इस मुद्दे से अवगत कराया है। श्री मिश्रा ने पत्र में उल्लेख किया कि प्रदेश में करोना के लगातार बढ़ते मामलों के बावजूद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा इस तरीके की लापरवाही बरतना निश्चित ही बेहद ही गंभीर मसला है। मिश्रा ने लिखा कि प्रदेश सरकार द्वारा शुरुआत से लेकर अब तक कोरोना महामारी से निपटने के लिए लगभग 853 करोड की राशि का आवंटन किया जा चुका है अभी राज्य आपदा निधि से 50 करोड़ की राशि का आवंटन किया गया है उसके बावजूद जिला स्वास्थ्य विभाग इस तरह की लापरवाही बरतेगा तो आम जनमानस के सामने यह सवाल उठेगा कि क्या जिला प्रशासन के पास कोरोना महामारी से लड़ने के लिए पर्याप्त मात्रा में पी.पी. ई. किट एवं अन्य जरूरी व्यवस्थाएं उपलब्ध नहीं है ? जिला प्रवक्ता सौरव मिश्रा ने स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव को पत्र लिखने के साथ ही व्यक्तिगत रूप से भी इस मामले की जानकारी दी है साथ ही स्वास्थ्य मंत्री से इस मामले को गंभीरता से संज्ञान लेते हुए जांच कराने की मांग की है कि क्या जिला प्रशासन के पास पर्याप्त मात्रा में पी.पी.ई. किट एवं अन्य संसाधन उपलब्ध नहीं है जिसके कारण बिना उसके यात्रियो की कोरोना जांच करना पड़ रहा है या फिर जिला प्रशासन के पास पर्याप्त मात्रा में संसाधन उपलब्ध है और जिले में स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारियों की अनदेखी एवं लापरवाही के कारण बिना पी.पी. ई. किट कर्मचारियों द्वारा यात्रियों की कोरोना जांच की जा रही थी। क्योंकि विकासखंड स्तर पर स्वास्थ्य विभाग के मुखिया बेहद ही सजग और मुस्तैद हैं उनके नेतृत्व में खंडगवा पीएससी को नेशनल क्वालिटी सर्टिफिकेट मिला है तो उनके द्वारा इस प्रकार की लापरवाही किए जाने की संभावना ना के बराबर है। मिश्रा ने पत्र में आगे लिखा कि कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण के बावजूद जिले में संसाधनों की कमी या अधिकारियो की अनदेखी से स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा इस तरीके की लापरवाही बरतने से निश्चित ही वह खुद भी इसके शिकार हो सकते हैं जो ना केवल जिले के लिए बल्कि पूरे प्रदेश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण होगा क्योंकि इस कोरोना महामारी में सीधे लड़ाई लड़ने वाले स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी एवं अधिकारी हैं इसलिए इस मुद्दे पर तत्काल संज्ञान लेकर इस पर जांच किया जाना आवश्यक है, ताकि जमीनी स्तर पर लड़ाई लड़ने वाले स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को उचित सुविधाएं मुहैया कराई जा सके। साथ ही जिला प्रवक्ता सौरव मिश्रा ने जिले में 60 बेड आइसोलेशन वार्ड के लिए 210 लाख की स्वीकृति प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के इस मुश्किल घड़ी में पूरा प्रदेश आप की तरफ भरोसे की उम्मीद से देख रहा है, पूरे प्रदेश वासियों को इस बात का भरोसा है कि स्वास्थ्य मंत्री के रुप में आपके द्वारा किए जा रहे नेतृत्व से जल्द ही इस महामारी से निपटा जा सकता है लेकिन कुछ अधिकारी एवं कर्मचारियों की लापरवाही एवं अनदेखी के कारण जिले में स्वास्थ्य विभाग की छवि धूमिल हो रही है।