अनूपपुर

सहायक आयुक्त के आदेष का प्राचार्य ने किया अनदेखी

मूल पदस्थापना पर नहीं हुए पदस्थ, सहायक आयुक्त ने किया कार्यमुक्त

संजीत कुमार सोनवानी

अनूपपुर। शासकीय माध्यमिक शाला राजेन्द्रग्राम में एक दशक से नियम विरुद्ध तरीके से अंगत की तरह पैर जमाये बैठे प्रधानाध्यापक राजाबाबू सिंह जो आये दिन अपने क्रिया कलापों के कारण अखबारों की सुर्खियों में रहते है जिन्हें तत्कालिक सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग द्वारा पत्र क्रमांक 02/07/3790 दिनांक 06.08.2007 को एनसीसी के कार्य को दृष्टिगत रखते हुये शाउमावि लखौरा में ब्याख्याता पद के विरुद्ध पदस्थ कर दिया गया था तथा दिनांक 05.03.2013 को आदिवासी विकास विभाग द्वारा कार्यालीन आदेश क्रमांक 1482 पत्र जारी कर स्थानीय ब्यवस्था के तहत माध्यमिक विद्यालय राजेन्द्रग्राम में प्रधानाध्यापक पद रिक्त होने के कारण वैकल्पिक व्यवस्था के तहत आगामी आदेश जारी होने तक पदस्थ किया गया था राजाबाबू सिंह भले ही डियूटी माध्यमिक विद्यालय में करते रहे परंतु उन्हें बेतन संकुल प्राचार्य शाउमावि लखौरा से ही प्राप्त होता रहा।
सहायक आयुक्त ने किया कार्यमुक्त
प्रधानाध्यापक राजाबाबू सिंह की लगातार हो रही शिकायतों पर विचार करते हुऐ पत्र क्रमांक 6830 दिनांक 13.12.2019 को राजाबाबू सिंह प्रधानाध्यापक माध्यमिक विद्यालय राजेन्द्रग्राम से उनके मूल पदस्थापना माध्यमिक विद्यालय इटौर में कार्य करने हेतु कार्यमुक्त कर आदेश जारी कर दिया गया।
सहायक आयुक्त आदेश बेअसर
अपने कार्यमुक्त के आदेश की खबर सुनते ही राजाबाबू सिंह झल्ला पड़े और पहले तो आदेश लेने से ही इंकार कर दिए बाद में औपचारिकता बतौर आदेश तो ले लिये परंतु 25 दिन बीत जाने के बाद भी राजेन्द्रग्राम प्रधानाध्यापक पद का मोह उनसे छोड़ा नही जा रहा है और आदेश को दरकिनार कर श्री सिंह अपने मूल पदस्थापना माध्यमिक विद्यालय इटौर में जवाईनिग ना देकर आज भी राजेन्द्रग्राम में अपनी ड्यूटी दे रहे है।
राशि का नही कोई हिसाब
राजाबाबू सिंह द्वारा अपने कार्यकाल में शाला बिकास मार्केट से प्रत्येक माह बसूल की गई राशि  का अनाप शनाब खर्च दर्शाकर कागजी खानापूर्ति कर रफादफा कर दिया गया आये दिन शाला बिकास मार्केट के किरायेदारों के साथ दुर्बयव्हार किया जाता रहा मासिक किराये की राशि संस्था के खाते में जमा ना कराकर नगद राशि जमा करने के लिए बाध्य किया जाता रहा जिसकी पूर्व में दुकानदारों द्वारा कलेक्टर महोदय से लिखित शिकायत भी की गई थी।

इनका कहना है
कलेक्टर (आदिवासी विकास)के आदेश के बाद भी अगर राजाबाबू सिंह माध्यमिक शाला राजेन्द्रग्राम में डियूटी कर रहे है तो मैं उपस्थिति रजिस्टर दिखवाता हूँ।
नयनभान सिंह
विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, पुष्पराजगढ़

राजाबाबू सिंह हमारे विद्यालय से रिलीव हो चुके है अब चाहे जहाँ डियूटी करें मैं इस माह का वेतन अपने कार्यालय से नही दूंगा।
भोग सिंह मरावी
प्राचार्य, शास.उ.मा. विद्यालय लखौरा

मुझे आदेश की कापी 20 दिन पूर्व प्राप्त हो चुकी है, परंतु राजाबाबू सिंह अभी तक संस्था में उपस्थित नहीं हुए है।
श्रीमती अनीता झारिया
प्राचार्य, शास.उ.मा.विद्यालय इटौर

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