अनूपपुर

पवित्र स्थान को बना दिया मल मूत्र का कुण्ड

ठेकेदार की मनमानी की नहीं कोई सुनवाई.

रिपोर्टर@देवानंद विश्‍वकर्मा

अनूपपुर। ठेकेदार जब सरकार एवं अधिकारियों का दुलारा बन जाता है तो वह ना केवल किसी नेता के पतन का कारण बन जाता है, बल्कि आम जनता के मौलिक अधिकारों को ठेगें में रख कर जीवन को नारकीय बना देता है। वेंकटनगर मार्ग के ठेकेदार को अदना सा कहना ही बडी गलती है। वह ऐसा ठेकेदार है, जिसने कछुआ चाल से काम करते हुए सडक निर्माण में ऐसी कलाकारी की कि किसी भी नामचीन धन्नासेठ का एक बाल भी टेढा नहीं हुआ। सड़क मनमाने तरीके से एक फुट दाएं से बांए, बाएं से दाएं कर दी गयी।
गंदा पानी का भराव
इंदिरा चैक से तहसील के बीच सडक चार-पांच फुट दक्षिण की ओर खिसक गयी तो दूसरी ओर पेट्रोल पंप से इंदिरा चौक तक मनमाना आचरण किया जा रहा है। शंकर मन्दिर चैक को मलमूत्र का कुण्ड बनाकर रख दिया गया है। यहाँ तीन मकानमालिकों ने अदालत की शरण ली थी। मामला कहां है, कैसा है,इससे परे प्रशासन ने सख्ती दिखलाते हुए हरिओम ताम्रकार के घर से लगी दुकानों को लगभग एक माह पूर्व आनन-फानन जमींदोज कर दिया था।
स्थानीय लोगो ठेकेदार पर जताई नाराजगी
स्थानीय लोगों में नाराजगी है कि ठेकेदार ने वहाँ सडक की खुदाई कर एक व्यक्ति विशेष के घर के सामने गहरा गड्ढा खोद दिया है। जिसमें मोहल्ले भर का गन्दा पानी आकर भर गया है। अब एक ओर हरिओम ताम्रकार के घर की निकासी बन्द है, तो कुछ दुकानदारों की दुकानों में ताला पड गया है। उनके सामने रोजी रोटी का संकट है।  जिन दुकानों को तोड दिया गया है उसके सामने भरे गन्दे पानी की बदबू से मोहल्ले वासियों का जीवन तथा सडक से गुजरने वालों का निकलना मुश्किल है। बार-बार अपील करने पर भी सडक व नाली निर्माण का कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है। शान्तिप्रिय जनता के धैर्य की परीक्षा ठेकेदार ले रहा है,प्रशासन भी। कुछ लोगों ने यहाँ तक आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुडे होने तथा भाजपा समर्थित होने के कारण हरिओम ताम्रकार को अधिकारियों ध् नेताओं के इशारे पर टारगेट कर उनके परिवार को नारकीय जीवन जीने के लिये मजबूर कर परेशान किया जा रहा है।

Related Articles

Back to top button