छत्तीसगढ़

आईसीएआई बिलासपुर चेप्टर द्वारा कार्यक्रम का किया आयोजन

रिपोर्टर@देवानंद विश्‍वकर्मा

बिलासपुर। आईसीएआई बिलासपुर चेप्टर द्वारा कार्यक्रम का किया आयोजन किया गया। इन्सटीट्यूट आफ कास्ट एकाउन्ट्स ऑफ इण्डिया, बिलासपुर चेप्टर द्वारा दिनांक 06.02.2020 को सीएमए अमल कुमार दास और सीएम चन्द्र बाधवा इंस्टीट्यूट ऑफ काॅस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया,नई दिल्ली की उपस्थिति में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर बिलासपुर चेप्टर के अध्यक्ष सीएमए संजय श्रीवास्तव ने बिलासपुर चेप्टर के इतिहास व कार्यों पर प्रकाष डालते हुए कहा कि आईसीएआई बिलासपुर चेप्टर वर्ष 1992 से कार्य कर रहा है। जिसमें छात्रों को शिक्षा प्रदान किया जा रहा है कि संसाधनों का अधिक कुशलता से उपयोग कैसे किया जाए, उपभोक्ताओं द्वारा सस्ती कीमत पर वस्‍तुएं और सेवाएं प्रदान की जाएं और अर्थव्यवस्था में पारदर्शी और सुशासन विकसित करें। बिलासपुर चेप्टर से लगभग 400 छात्रों ने परीक्षा पास की थी जिनमें कुछ ऑल इण्डिया रैंक होल्डर थे। बिलासपुर चेप्टर छत्तीस-सजय़ के बिलासपुर, अम्बिकापुर, कोरबा, कोरबा, रायग-सजय़ और अन्य आसपास के दूरदराज के कोयला क्षेत्र के सदस्यों के लिए नियमित रूप से सतत शिक्षा कार्यक्रम (सीईपी), कार्यशाला, संगोष्ठी का आयोजन करता है ताकि पेशे में नई तकनीक, नवाचार एवं नवीनतम विकास से अपडेट रह सकें। इस अवसर पर बिलासपुर चेप्टर के सचिव सीएमए गणेशन श्रीनिवासन, कोषाध्यक्ष सीएमए पी.ई. राव, सीएमए आर.पी.शुक्ला महाप्रबंधक (वित्त) एसईसीएल के साथ बड़ी संख्या में एसईसीएल, रेल्वे, अन्य संगठनों व चेप्टर के छात्रगण उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में बिलासपुर चेप्टर के पूर्व चेयरमैन सीएमए एम.मैती द्वारा उपस्थितों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। विदित हो कि इंस्टिट्यूट ऑफ कास्ट एकाउंटेट्स ऑफ इंडिया की स्थापना 1944 में एक पंजीकृत कंपनी के रूप में हुई थी। 28 मई 1959 को संस्थान को संसद के एक विषेष अधिनियम द्वारा लागत और लेखाकार अधिनियम 1959 द्वारा विनियमन, लागत और लेखा प्रबंधन के पेशे के लिए वैधानिक पेशेवर निकाय के रूप में स्थापित किया गया था तब से यह देश की औद्योगिक एवं आर्थिक वातावरण के विकास में सतत योगदान दे रहा है।

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