ओलावृष्टि वर्षा से दलहन और तिलहन फसलो को क्षति
किसान में चिंता की लकीरे, अचानक बारिष से लोग अस्त-व्यस्त

रिपोर्टर@प्रकाश कुशवाहा
अनूपपुर। जिला मुख्यालय सहित ग्रामीणांचलों में रविवार को झमाझम बारिश हुई और अचानक मौसम परिवर्तन हो गया। बताया जाता है कि अनूपपुर सहित कोतमा, बिजुरी,राजनगर,अमलाई,संजयनगर, विवेकनगर,अमलाई,जैतहरी सहित लगभग क्षेत्रों में दोपहर के लगभग 2 बजे से झमाझम बारिश होती रही। जानकारी के अनुसार बेमौसम बारिश से दलहनी फसल अरहर,मसूर,चना मटर, तिलहनी में राई के फसल को नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। क्षेत्र में किसानों का कहना है कि इस बेमौसम बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है और यही हाल रहा तो दलहनी फसल पूरी तरह चैपट हो जायेगे। ऐसे में अन्नदाताओ के माथे में चिन्ता की लकीरें खिचने लगी है। छत्तीसगढ़ के सीमा में स्थित वेंकटनगर तथा आसपास के ग्रामों में शाम 4 बजे के लगभग भारी ओलावृष्टि हुई उसके बाद घंटो भीषण वर्षा हुई जिससे समस्त तिलहन,दलहन के अलावा जिन गेहूं की बालियाँ आगई हैं उन फसलों की छति 80ःऔर जिस गेहूँ की बालियां नहीं निकली और गांठें आगई हैं उनके 50 प्रतिशत की क्षति हुई आम और महुआ की फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है, जिले के पहाड़ी इलाको पुष्पराजगढ़ अमरकंटक के सभी इलाको में दिन भर बादलो का डेरा रहा और रुक रुक कर पूरे दिन बारिश होती रही। जिससे जिले के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है और अचानक जिले में ठंड बढ़ गई है जिला कृषि विभाग के उप संचालक एन.डी.गुप्ता ने बताया कि 23 फरवरी के बारिष और ओले से गेहूं की जल्दी बोवाई हो गई थी उनमे बालियां आ गई है उसमें ज्यादा नुकसान की आशंका है जिन फसलो में फूल आ गए है उसमें भी नुकसान की आशंका है कितना नुकसान हुआ है ये कल मैदानी अमलो के सर्वे के बाद ही पता चल पाएगा।