अनूपपुर

आजादी के बाद भी आजाद नहीं है आदिवासी समाज-डॉ.हीरालाल

पाँचवी अनुसूची का आधार धरातल में पूर्णतः लागू कराने हेतु महापंचायत का आयोजन

रिपोर्टर@देवानंद विश्‍वकर्मा
अनूपपुर। जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) जिला अनूपपुर द्वारा स्वसहायता भवन प्रांगण राजेंद्रग्रसम में महापंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें आदिवासियों के हित में बनाए गए। कानून पर चर्चा की गई और उन्हें एकजुट होकर अपनी लड़ाई लड़ने का आव्हान किया गया। महापंचायत में मुख्य अतिथि के रूप में जयस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनावर विधायक डॉ.हीरालाल अलावा उपस्थित रहे, अध्यक्षता जिला अध्यक्ष अनूपपुर आर.पी.सिंह धुर्वे ने की विशिष्ट अतिथि के रूप में अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र मरावी जिला पंचायत उपाध्यक्ष राम सिंह आर्मो जनपद अध्यक्ष हीरा सिंह श्याम उपस्थित रहे। अनुसूचित क्षेत्र में पाँचवी अनुसूची व पेशा कानून को लागू करने हेतु सभी आगंतुकों ने बात की वही मुख्य अतिथि डाॅ. अलावा ने कहा कि समाज के हित के लिए यदि सरकार से लड़ाई करना पड़ा तो मैं पीछे नही हटूंगा मैं सिर्फ अपने क्षेत्र का विधायक नाही हूं मैं सभी आदिवासी भाइयो का विधायक हुँ और उनके विकास के लिए विधानसभा मे हमेशा आवाज उठाता रहूंगा। उन्होने आदिवासी भाईयो को अपने हित की लड़ाई लोकतांत्रिक तरीके से लड़नी पड़ेगी और षिक्षित होकर अधिकारो व हक के लिए आगे आना पड़ेगा। उन्होने कहा कि समाज की ताकत के कारण ही मैं विधानसभा में पहुॅचा हूं और एक वर्ष के अंदर आदिवासियों के हित में जितने सवाल मेरे द्वारा पूंछे गये है, उतने अन्य आदिवासी विधायक ने नहीं पूंछा। आजादी के पूर्व से क्रांतिकारी आदिवासियों ने अपने संस्कृति, संरक्षण, व्यवहार के लिए अंग्रेजो और मुगल शासको से लड़ाईया लड़ी और हमारे समाज के अनेक लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दी,लेकिन आजादी के 70 साल बाद भी आदिवासी की हालत ज्यो की त्यो है और उनके अधिकारों का हनन किया जा रहा है। डाॅ. अलावा ने युवाओं से आहवान किया है कि प्रत्येक पंचायत में सही ढंग से ग्रामसभा आयोजित कराने, कमर कसें और पूरे ग्रामीणों के समक्ष ग्रामसभा आयोजित कराये न की मात्र 12 या 20 पंचो के हस्ताक्षर ग्रामसभा सम्पन्न हो जाये। यदि ग्रामसभा सही ढंग से कराई जायेगी तो आदिवासी को उनका शत-प्रतिषत हक मिलेगा और उनका शोषण नहीं होगा। अनुसूचित क्षेत्रो में देखा जा रहा है कि प्रदेष के बाहर से आये व्यापारियों द्वारा अपने संस्थानो को स्थापित करने के लिए सरपंच व पंचो को बरगलाकर ग्रामसभा में प्रस्ताव पारित करा लिया जाता है और अपने संस्थान स्थापित करा लिये जाते है। पुष्पराजगढ़ क्षेत्र में देखा जा रहा है कि ऐसे क्रेषर संचालको द्वारा आदिवासी भाईयों का शोषण किया जा रहा है। सीएसआर की राषि का सही उपयोग इन क्षेत्रो में नहीं किया जा रहा है। यदि सीएसआर का सही उपयोग हो तो क्षेत्र में षिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा मुहैया हो सकती है। इनके अलावा मध्यप्रदेश अनुसूचित जनजाति के पूर्व आयोग अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह मरावी, जनपद अध्यक्ष हीरा सिंह श्याम, विंध्य प्रभारी शीतल टेकाम, जिला पंचायत उपाध्यक्ष राम सिंह आर्मो, नर्मदा सिंह, डिण्डौरी जिलाध्यक्ष इन्द्र पाल मरकाम, अनूपपुर जिला प्रभारी, दिनेष सिंह श्याम, रोहित सिंह मरावी और आर.पी.सिंह धुर्वे ने अपने विचार रखे। महापंचायत का शुभारंभ उपस्थित आंगतुको ने डाॅ. बाबा भीमराव अम्बेडकर तैल चित्र पर दीप प्रज्जवलित किया। महापंचायत कार्यक्रम में जे.आर.पेन्द्राम, गोपाल सिंह, संजीत कुमार पर्ते, ललन सिंह, रघुवीर मरावी, यषोदा पाटले, मानसिंह, करन सिंह, मुनेष्वर, विमला सिंह, सुधा सिंह, मनोज सिंह,गंगा सिंह हजारो संख्या में उपस्थित रहे।

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