सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में उपचार के लिए लगे मरीजो की लाइन
अस्पताल मे 10 डाॅक्टरो की पदस्थापना, ईसीजी कराने के लिए भटकते है मरीज

रिपोर्टर@देवानंद विश्वकर्मा
अनूपपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोतमा में बेमौसम बारिष होने से आयेदिन सैकड़ो तदात पर आयेदिन उपचार के लिए आते है। कोतमा क्षेत्र की आबादी लगभग दो लाख से ऊपर है और यहां की जनता को स्वास्थ्य सुविधा सही ढंग से नही मिल पाती है जिसके कारण वे बाहर ईलाज करवाने के लिए मजबूर है। कोतमा अस्पताल मे ब्लड बैंक की स्थापना तो करवा दी गई, लेकिन आज तक उस ब्लड बैंक का पंजीयन तक नही हुआ इसी तरह ई सी जी मषीन चलाने के लिए एक टेक्निीषियन की व्यवस्था विधायक के द्वारा करवाई गई थी लेकिन बाद मे यह पता चला कि उसके पास तो किसी प्रकार की डिग्री ही नही है हाॅ अनुभव एक निजी क्लीनिक मे काम करने का जरूर था जिसे वर्तमान मे लैब सहायक के रूप मे कार्य करवाया जा रहा है। आज भी गरीब जनता ईसीजी करवाने के लिए प्राईवेट क्लीनिको मे पैसा देकर करवा रही है। वर्तमान मे कोतमा अस्पताल की व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है। इस अस्पताल मे 10 डाॅक्टरो की पदस्थापना है, लेकिन वर्तमान मे डाॅक्टर मनोज गुप्ता डाॅ. मोहसिन डाॅक्टर के.एल. दीवान जो कि बी.एम.ओ. का भी कार्य कर रहे है। वही डाॅक्टर दीपारानी मराण्डी जिनकी पदस्थापना बेलियाबडी अस्पताल मे है लेकिन उन्हे कोतमा अस्पताल मे अटैच किया है लेकिन वह भी दस दिन की टेªनिंग मे जबलपुर चली गई है। वर्तमान मे कोतमा अस्पताल की स्थिति यह है कि एक डाॅक्टर ही सुबह से लेकर शाम तक मरीजो को देख रहा है प्रतिदिन अस्पताल मे सर्दी खासी बुखार सहित अन्य बीमारी के ईलाज करवाने के लिए लगभग दो से ढाई सौ मरीज आते है लेकिन उन सब मरीजो को एक ही डाॅक्टर देख रहा है अस्पताल मे स्थिति यह है कि डाॅक्टरो के कमरे के सामने दो-दो लंबी लाईने लगा दी जाती है जो बिचारे ईलाज करवाने आते है उन्हे शाम हो जाती है तब कही जाकर ईलाज हो पाता है, जबकि कोतमा अस्पताल मे दस डाॅक्टरो की पदस्थापना है, लेकिन वर्तमान मे नियमित दो ही डाॅक्टर पदस्थ है। जो भी सरकार आती है वह महज स्वास्थ्य सुविधा को लेकर कोरे घोषणाए करती है वर्तमान कोतमा विधायक सुनील सराफ अस्पताल की व्यवस्था को लेकर काफी चिंतित दिखाई देते है आयेदिन उनके द्वारा शासन से फण्ड लाकर अस्पताल की कायाकल्प करवाने की बात करते है। पूर्व मे कोतमा विधायक के द्वारा सोषल मीडिया के माध्यम से कोतमा अस्पताल मे दो डाॅक्टरो की पदस्थापना करवाने की बात कही गई थी, लेकिन उन डाॅक्टरो का आज तक अता पता नही है इसी तरह कोठी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मे विधायक ने तीन डाॅक्टरो की पदस्थापना करवाई थी ग्वालियर से तीन डाॅक्टर कोठी आये जरूर थे लेकिन वर्तमान उनका भी अता पता नही है। कोतमा अस्पताल की स्थिति यह है कि वर्तमान मे भगवान भरोसे अस्पताल की व्यवस्था है यहां डिलेवरी के लिए भर्ती तो किया जाता है, लेकिन उन्हे तत्काल ही जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया जाता है जनचर्चा है कि कोतमा अस्पताल मे कुछ नर्सो के द्वारा दिलेवरी के नाम पर अनाब सनाब पैसे की मांग की जाती है नही देने पर नर्सो के द्वारा उन्हे डरा धमका कर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया जाता है।
इनका कहना है
वर्तमान मे सर्दी खासी बुखार के मरीज ईलाज के लिए अधिक संख्या मे आ रहे है डाॅक्टर दीपारानी मराण्डी टेªनिंग मे गई हुई है फिर भी अस्पताल की व्यवस्था सुचारू रूप से चलाई जा रही है।
डाॅ.के.एल.दीवान
बीएमओ, कोतमा