कोयलांचल में देहाती मजदूरों के सामने भरण पोषण की खड़ी हो सकती है समस्या
गरीबों से अधिक अमीरों के पास गरीबी रेखा का कार्ड
रिपोर्टर@समर बहादुर सिंह
अनूपपुर। देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लाक डाउन घोषित किया गया है एवं प्रधानमंत्री के जनता कर्फ्यू को शामिल कर लिया जाए लाक डाउन घोषित हुए सप्ताह भर होने जा रहा है जहां शासन द्वारा यह घोषणा कर दी गई है कि किसी भी गरीब को भूखे नहीं मरने दिया जाएगा किंतु सप्ताह भर होने को है गरीबों तक शासन की कोई भी योजना नहीं पहुंच पाई है वहीं शनिवार से पंचायत द्वारा सामाजिक सहयोग करने की मुनादी कराई जा रही है जिससे गरीबों तक सहयोग प्रदान किया जा सके। गौरतलब हो कि शासन द्वारा गरीबी रेखा के कार्ड धारियों को 3 महीने का राशन देने का एलान किया गया था किन्तु उसमें भी 50% से अधिक लोगों को अभी तक राशन नहीं मिल पाया है जिस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार जो राशन आया था उसमें 3 महीना का राशन एक साथ देना था जो 50 प्रतिशत लोगों में ही बट पाया, बाकी बचा राशन अभी तक दुकानों तक नहीं पहुंच पाया है। वही दूसरा तथ्य सामने आ रहा है कि शासन शासन ने तो गरीबी रेखा के कार्ड धारियों को खाद्यान्न देने की बात कही है किंतु राजनगर कोयलांचल की तीन बड़ी पंचायतों में 50 प्रतिशत ऐसे कार्डधारी हैं जो गरीबी रेखा से ऊपर किंतु गरीबी रेखा का कार्ड बनाए हुए हैं एवं गरीबों का अनाज ले रहे है कुछ गरीबी रेखा कार्डधारक ऐसे हैं जो बच्चों की महीने की फीस 5000 से अधिक भरते हैं जिनके पास चार पहिया वाहन फिर भी कार्ड बना हुआ है जिससे गरीबों का एक बड़ा तबका इस लाभ से वंचित है वही एक बड़ी आबादी ऐसे लोगों की भी है जो गरीबी रेखा के लिस्ट में नाम नहीं है और प्रतिदिन मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं जिसके कारण 1 सप्ताह से काम बंद होने से उनके सामने अपने परिवार के भरण पोषण की समस्या आन खड़ी हुई है और शासन द्वारा अभी तक कोई भी योजना उनके तक नहीं पहुंच पाई है जिससे उन्हें अनाज अन्य सामग्री मिल सके क्षेत्र में 50 प्रतिशत लोगों के पास भरण पोषण की समस्या आन पड़ी हुई है वही कुछ लोगों ने उन उन अमीरों से जो अमीर एवं संपन्न होने के बाद भी गरीबी रेखा का राशन उठा रहे हैं उनसे अपील की है कि कम से कम से कम ऐसे लोग अपना राशन इस समय तो गरीबों तक पहुंचा है जिसे गरीब भूखा न रहे।