गर्मी से राहत देने हेतु छाँछ एवं सेवा हेतु 24 घंटे उपलब्ध हैं शासकीय सेवक एवं स्वास्थ्य दल
श्रमिक सहायता केंद्र कोतमा एवं डोला अनवरत लगे हुए हैं प्रवासी श्रमिकों की व्यवस्था में

रिपोर्टर@समर बहादुर सिंह
अनूपपुर। ज़िले की छत्तीसगढ़ से लगी हुई सीमा में ग्राम स्थित ग्राम डोला में एवं कोतमा तहसील मुख्यालय में ज़िला प्रशासन द्वारा श्रमिक सहायता केंद्र स्थापित किए गए है। ग्राम डोला में स्थापित श्रमिक सहायता केंद्र में छत्तीसगढ़ से आ रहे एवं जाने वाले प्रवासी श्रमिकों के आगमन एवं प्रस्थान की विधिवत व्यवस्था हेतु 24 घंटे शासकीय सेवक ड़्युटी में तैनात हैं। केंद्र में आने वाले सभी श्रमिकों का पंजीयन किया जाता है तथा स्वास्थ्य परीक्षण उपरांत सभी श्रमिकों को उनके गंतव्य तक भेजे जाने का प्रबंध किया जाता है। तहसील मुख्यालय कोतमा में स्थापित श्रमिक सहायता केंद्र में अनूपपुर मुख्यालय से एवं श्रमिक सहायता केंद्र डोला से कोतमा के मूल निवासी श्रमिकों को भेजा जाता है, जहाँ पर स्वास्थ्य जाँच उपरांत अग्रिम कार्यवाही की जाती है। एसडीएम कोतमा अमन मिश्रा ने जानकारी दी कि श्रमिक सहायता केंद्र में गर्मी को ध्यान में रखते हुए आगंतुकों हेतु छाँछ की व्यवस्था की गयी है। इसके साथ ही उन्हें नमकीन बिस्किट आदि स्वल्पाहार भी उपलब्ध कराया जा रहा है। श्री मिश्रा ने बताया कि श्रमिकों की जाँच हेतु स्वास्थ्य दल की 24 घंटे हेतु ड्यूटी लगायी गयी है। साथ ही केंद्र के संचालन हेतु राजस्व निरीक्षकों एवं पटवारियों की 24 घंटे उपलब्धता बनी रहे इस आधार पर प्रभार सौंपें गए हैं। ज़िले के मूल निवासी श्रमिकों को स्वास्थ्य जाँच उपरांत उपयुक्त पाए जाने पर उन्हें होम क्वॉरंटीन हेतु भेजा जाता है, ऐसे श्रमिक जिनमे संदिग्ध लक्षण है, उन्हें संस्थागत क्वॉरंटीन में रखकर स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के अनुसार अग्रिम कार्यवाही की जाती है। संस्थागत केंद्रो में कलेक्टर महोदय द्वारा निर्धारित मेन्यू के आधार पर भोजन की व्यवस्था की गयी है। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर के निर्देशानुसार समस्त तहसील मुख्यालयों एवं चिन्हित सीमा क्षेत्रों में श्रमिक सहायता केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहाँ पर आगंतुक श्रमिकों के आवागमन को सहज एवं सुरक्षित बनाने के प्रबंध हैं, जिन्हें शासकीय सेवकों द्वारा नियमित रूप से सुनिश्चित किया जा रहा है।