कर्फ्यू का रहा व्यापक असर, एसडीएम अनूपपुर ने एक को भेजा रैन बसेरा
कर्फ्यू का रहा व्यापक असर, एसडीएम अनूपपुर ने एक को भेजा रैन बसेरा

कर्फ्यू का रहा व्यापक असर, एसडीएम अनूपपुर ने एक को भेजा रैन बसेरा
दीपक सिंह
अनूपपुर। देश में लगातार बढ़ते नोवेला कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव और सार्वजनिक स्थलों के सैनिटाईज करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने 4 अप्रैल के बाद 11 अप्रैल को दूसरा 24 घंटे का घोषित कर्फ्यू का व्यापक असर रहा। पूर्व से जारी लॉकडाउन के दौरान घरों में कैद नागरिकों में कुछ के सड़क पर निकलने का सिलसिला शनिवार को पूर्णत: बंद रहा। जिसके कारण जिला मुख्यालय अनूपपुर सहित जैतहरी, पसान, बदरा, कोतमा, बिजुरी, राजनगर, चचाई, अमरकंटक, रामनगर, राजेन्द्रग्राम की बाजारों में वीरानी छाई रही। जबकि मुख्य सड़कों से लेकर नगर की गलियों व ग्रामीण क्षेत्र की सड़कें भी सूनी पड़ी रही। नगर और ग्रामीण अचंलों की सड़को पर एक्का दुक्का जरूरतमंद लोगों की आवाजाही के अलावा कहीं कुछ नहीं दिखा। नगर से लेकर गांव तक के घरों में आम नागरिक कैद रहे। सब्जी और राशन सहित सभी प्रकार की आमजन से सम्बंधित सेवाओं को बंद रखा गया। सिर्फ दूध विक्रेता ही सुबह 6 से 9 बजे के बीच घर-घर जाकर दूध विक्रय कर सके,मेडिकल स्टोर्स को इस प्रतिबंध से मुक्त रखा गया था। इसके अलावा जिला प्रशासन ने बिजली उत्पादन में लगे संयत्र चचाई पावर प्लांट, एमबी पावर प्लांट तथा बिजली उत्पादन के लिए कोयला सप्लाई करने वाले एसईसीएल की खदानों तथा क्लोरीन उत्पादन करने वाले अमलाई कॉस्टिक सोडा फैक्ट्री को कर्फ्यू से राहत प्रदान की थी।
प्रधानमंत्री द्वारा 22 अप्रैल को अपील की गई 14 घंटे की जनता कर्फ्यू के बाद लॉकडाउन के दौरान जिला प्रशासन द्वारा घोषित यह तीसरा कर्फ्यू रहा, जो पूर्णत सफल रहा।अनूपपुर एसडीएम कमलेस पुरी ने तहसीलदार भागीरथ लहरे,नायब तहसीलदार दीपक तिवारी एवं रेल्वे सुरक्षा बल एसआई अनुपमा मिश्रा के साथ जिला मुख्यालय के रेल्व स्टेशन का निरिक्षण किया। इस दौरान एक मजदूर को रैन बसेरा भेजा गया।