संतोष चौरसिया
*आमाडांड ओसीएम मे संडे ड्यूटी मामला गरमाया*
*उत्पादन पहुंचा रसातल में= राजकुमार शर्मा*
संतोष चौरसिया
जमुना कोतमा कोल इंडिया की सहायक कंपनी एसईसीएल जिसे की मिनी रत्न और महारत्न का दर्जा प्राप्त है उसके जमुना कोतमा क्षेत्र की आमाडांड ओ सी एम में प्रबंधन की उदासीनता से सभी श्रम संघो में असन्तोष व्याप्त है उक्त आशय के विचार व्यक्त करते हुए संयुक्त कोयला मजदूर संघ एटक के क्षेत्रीय अध्यक्ष राजकुमार शर्मा ने बताया कि जमुना कोतमा क्षेत्र के अन्दर ऐसा पहली बार हुआ है कि कामगार अपनी मर्जी से संडे ड्यूटी नही किये किन्तु अफसरसाहि इतनी हावी है कि किसी अधिकारी ने ये जानने का प्रयास नही किये की वर्कर संडे क्यौं नही आये। यदि अधिकारिओं का यही रवैया रहा तो वो दिन दूर नही है जब जमुना कोतमा क्षेत्र टूट जायेगा और आसपास के अन्य क्षेत्रों में मर्ज हो जाएगा क्योंकि की प्रोड़कशन भी नही हो रहा उत्पादन का तो यह हाल है कि वह रसातल में चला गया है और प्रबंधन की निष्क्रियता की वजह से जहां पर अकेले जमुना ओसीएम 6 से 7 हजार
टन कोयले का उत्पादन करता था वह आज मात्र लगभग 535 टन में आ गया है श्री शर्मा ने माननीय महाप्रबंधक बी पी सिंह महोदय से अनुरोध है की जमुना कोतमा क्षेत्र को क्षेत्रीय जे सी सी कमेटी के अनुभव का लाभ लेते हुये जमुना कोतमा क्षेत्र को ऊबारने का कस्ट करें