अनूपपुर

कोयले से भरी हाईवा को कोयला चोरी करते पुलिस ने पकड़ा,जांच उपरांत हो सकता है कई बड़ा खुलासा

रिपोर्टर समर बहादुर‍ सिंह

राजनगर। जिले के अंतिम छोर पर बसे रामनगर थाना क्षेत्र के जमुना कोतमा क्षेत्र की आमादा न खुली खदान परियोजना जहां आए दिन कोयला चोरी की शिकायतें आती रहती हैं जहां पूर्व के वर्षों में भी हाईवा से लदी ट्रक को पुलिस ने कोयला चोरी में पकड़ा था। गौरतलब हो कि उक्त खदान मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा से लगी हुई है जिसके कारण यहां पर ट्रांसपोर्टरों एवं खदान के अधिकारियों से मिलीभगत कर कोयला चोरी के बड़े खेल को अंजाम दिया जाता है। जहां 27 तारीख की दरमियानी रात को रामनगर पुलिस ने खदान के मुख्य गेट से 40 टन से अधिक चोरी के कोयले से भरा हाईवा को रामनगर पुलिस ने जप्त कर पूरे मामले की जांच कर रही है। बताया जाता है कि कोल माफिया द्वारा अधिकारियों से सेटिंग कर गाड़ी नंबर सीजी 15 ए सी 3077 को बिना किसी कागजात के जांच किए ही खदान के अंदर भेज दिया जाता है जहां पर सिंह ट्रांसपोर्ट कंपनी के लोडर ऑपरेटर द्वारा लोड किया गया था जिसे लेकर अवैध कोयले को बेचने जा रहा था जिसे मुखबिर की सूचना पर रामनगर पुलिस ने मुख्य गेट पर ही धर दबोचा जहां पुलिस की भनक लगते ही ड्राइवर फरार हो गया। वही मामला और रोचक तब हो गया जब रामनगर पुलिस ने वाहन को थाने लाकर वाहन नंबर एवं चेचिस नंबर का मिलान किया तो दोनों में भिन्नता पाई गई बताया जाता है कि वाहन पर जिस स्थान पर पीले कलर से वाहन का नंबर लिखा जाता है वहां पर वाहन का नंबर पेंट से ना लिखकर पीले कलर की स्टिकर रूपी पन्नी से लिखा हुआ नंबर था जिसमें परत दर परत कई नंबरों के स्टीकर चिपके हुए थे जो नंबर सामने दिख रहा था उसके अनुसार उक्त वाहन अंबिकापुर के मालिक की है किंतु सच्चाई यह की उक्त वाहन दर्शाए गए नंबर की नहीं है उक्त वाहन का नंबर कुछ और है जिसका उपयोग यह लोग कोयला चोरी में करते थे पूरे मामले की रामनगर पुलिस जांच कर रही है। वहीं पर जानकारों की माने तो यह खेल कई महीनों से चल रहा था जहां दूसरे नंबर की गाड़ी पर दूसरा नंबर चिपका कर उक्त खेल को अंजाम दिया जा रहा था जहां दो गुटों में हुए मनमुटाव के कारण सारी बातें सामने आ गई और पुलिस को उक्त वाहन को जप्त करने में सफलता हासिल हुई यहां सवाल यह उठता है कि गेट में एक एक क्लर्क, सुरक्षाकर्मी एवं यस आई यस के जवान की तैनाती होती है जो वाहनों की कागजों की जांच कर अंदर जाने देते हैं एवं बाहर आने देते हैं तो बिना जांच एवं रिकॉर्ड चेक किए ही इतना बड़ा वाहन कैसे अंदर प्रवेश किया और कोयला लेकर बाहर आ गया जो जांच का विषय है और जांच किया जाए तो कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।

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