राजश्री की कालाबाजारी फिर बड़ी* *पूरा गेम राजानी एजेंसी कोतमा का* संतोष चौरसिया
*राजश्री की कालाबाजारी फिर बड़ी*
*पूरा गेम राजानी एजेंसी कोतमा का*
संतोष चौरसिया
जमुना कोतमा अनूपपुर जिले के कोयलांचल नगरी कोतमा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर राज्यश्री घोटाला कहें या फिर कालाबाजारी अपनी चरम सीमा पर है और राजश्री खाने वालों के सर पर राजश्री खाने का ऐसा भूत सवार है कि उन्हें चावल दाल मिले ना मिले उन्हें राजश्री अवश्य खाना है फिर चाहे वह 20 की जगह ₹50 में ही क्यों ना मिले इसी लत का फायदा उठाते हुए एजेंसी संचालक द्वारा बड़े पैमाने पर इसकी कालाबाजारी कर लोगो की जेब काटकर करोड़पति बन रहा है जिसको देखने और सुनने वाला कोई नहीं है राजश्री गुटका के फुटकर विक्रेताओ ने बताया कि पूरे लॉकडाउन के दौरान राजश्री गुटखा जोकि ₹20 का मिलता था वह ₹50 में बिका वहीं पर ₹5 में मिलने वाला ₹15 में और ₹10 में मिलने वाला ₹30 में बिका और लोगों मजबूरी ने लिया भी लेकिन जब लॉकडाउन समाप्त हो गया और अनलॉक डाउन की प्रक्रिया शुरू हो गई तब राजश्री के रेट पर कुछ नियंत्रण हुआ और वह निर्धारित दर के आसपास पहुंच गया लेकिन वर्तमान समय में फुटकर राजश्री विक्रेताओं ने बताया कि पुनः वही स्थिति हो गई है जिसका प्रमुख कारण राजश्री के एजेंसी धारक दीपक साइकिल स्टोर कोतमा उर्फ राजानी एजेंसी के द्वारा राजश्री माल का स्टॉक करके फिर उसे दाम बढ़ाकर बेचा जा रहा है हम लोग तो दुकानदार हैं हमारी तो दोनों तरफ से मरन है उधर एजेंसी धारक लूट लेता है इधर ग्राहकों की बात सुननी पड़ती है लॉकडाउन में तो 180 वाला राजश्री ₹450 तक में बिका है यानी कि लगभग 3 गुना राजश्री के इस काले कारनामे पर किसी का ध्यान नहीं जाता जबकि यह घोटाला करोड़ों में वर्तमान समय में हो रहा है जिसका ज्वलंत उदाहरण अभी कुछ दिन पूर्व 40 लाख रुपए की राजश्री शहडोल में ट्रक से पकड़ी गई थी और इसी तरह कितने ट्रक बिना पकड़े पार हो गए होंगे इसका कोई अंदाजा नहीं है इस बात का अंदाजा इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितने बड़े पैमाने पर एजेंसी धारक राजश्री की कालाबाजारी कर रहे हैं कोयलांचल की जनता ने संबंधित विभाग व पुलिस प्रशासन से मांग किया है कि कोतमा के एजेंसी धारक के यहां छापामार कार्यवाही किया जाए ताकि राजश्री पर हो रहे कालाबाजारी पर रोक लग सके और लोगों को निर्धारित दर पर राजश्री उपलब्ध हो सके