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*बदरा आईटीआई भवन निर्माण में भारी भ्रष्टाचार* *भवन शुरू होने से पहले ही टपक रहा दोनों मंजिल का छत*

*बदरा आईटीआई भवन निर्माण में भारी भ्रष्टाचार*
*भवन शुरू होने से पहले ही टपक रहा दोनों मंजिल का छत*
*ग्रामीणों ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग*
संतोष चौरसिया
जमुना कोतमा अनूपपुर जिले के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र ग्राम पंचायत बदरा में सरकार द्वारा इस मंशा से आईटीआई भवन का निर्माण कराया जा रहा है जिससे कि ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले बच्चों को भी इसमें पढ़ने वाला अन्य डिग्रियां प्राप्त करने का अवसर प्राप्त हो लेकिन यह भवन शुरू होने से पहले ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है जिसे देखने और सुनने वाला कोई नहीं है ऐसी स्थिति में जब केंद्र सरकार द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र का निजी करण किया जा रहा है तो इनके भ्रष्टाचार को देखते हुए यह लग रहा है कि केंद्र सरकार का निर्णय सही है इन भ्रष्टाचारियों पर कम से कम निजी करण होने के बाद रोक तो लगेगा
ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत बदरा के अंतर्गत नेशनल हाईवे 43 खपीटोला स्वर्गीय एमएन सिंह पेट्रोल टंकी के सामने पीआईयू विभाग द्वारा लगभग 10 करोड़ की लागत से आईटीआई भवन का 60 सीटर बालक 60 सीटर बालिका छात्र छात्रावास एवं टाइप फ्लैट का निर्माण ठेकेदार मैसर्स अनिल ग्रोवर जबलपुर के माध्यम से कराया जा रहा है भवन का निर्माण इतना गुणवत्ता विहीन है कि भवन शुरू होने से पहले ही भवन के दोनों छत लीकेज हो रहा है जब बरसात का पानी भवन के पहले छत पर भरा तो पहले छत से पानी रिसाव कर दूसरे छत पर नीचे आया और वहां से भी वह नीचे टपकने लगा जिससे इस भवन के निर्माण के गुणवत्ता की पूरी तरह पोल खुल गई
*पदस्थ हैं दो इंजीनियर*
जानकारी के मुताबिक बदरा आईटीआई भवन निर्माण एजेंसी मध्य प्रदेश राज्य सहकारी आवास संघ मर्यादित भोपाल की देखरेख के लिए पीआईयू विभाग के 2 इंजीनियर वहां मौजूद रहते हैं जिसमें शुभम व एक अन्य इंजीनियर शामिल है बताया जाता है कि यह लोग अपना इंजीनियरिंग न करके दिन रात सुरा और सुंदरी के चक्कर में डूबे रहते हैं
*रात में कराया जाता है महिलाओं से काम*
बदरा आईटीआई भवन के निर्माण में रात के समय महिलाओं से कार्य कराया जाता है जिनका की संबंधित थाने में किसी प्रकार की कोई सूचना नहीं दी जाती है साथ ही नाबालिक से भी काम कराया जाता है जो कि नियम विपरीत है
*चोरी के मटेरियल से तन गए अन्य भवन*
शासन की मनसा के अनुसार जो भवन आईटीआई का बदरा में बनना चाहिए वह तो भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया हां लेकिन उसके मटेरियल से अन्य निजी भवन जरूर बनकर गुलजार हो गए हैं प्राप्त जानकारी के अनुसार जो मटेरियल आईटीआई भवन निर्माण के लिए आता है जिसमें सीमेंट पाइप टाइल्स प्लाई बोर्ड सरिया आदि को वहां पदस्थ विवेक राजपूत नामक मुंशी द्वारा स्थानीय लोगों को निर्धारित मूल्य से कम दाम पर भेच दिया जाता है और वह मटेरियल लेकर निजी भवन आज तैयार हो गए हैं जिसका की पुख्ता प्रमाण प्रतिनिधि के पास उपलब्ध है
*अवैध रेत का विशाल भंडारण*
बताया जाता है कि वर्तमान समय में या यूं कहें कि पिछले कई महीने से रेत के उत्खनन पर एनजीटी की रोक लगी हुई है जो कि वर्तमान में भी जारी है उसके बाद भी करीब ₹2 सौ ट्रैक्टर ट्रिप अवैध रेत का भंडारण किया गया है यह रेट कहां से आया यह गहन जांच का विषय है क्या इसकी रॉयल्टी पर्ची इनके पास उपलब्ध है
*उच्चाधिकारियों से जांच की मांग*
बदरा क्षेत्र कि ग्रामीण जनता ने पीआईयू विभाग के उच्च अधिकारी व जिले के लोकप्रिय कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर महोदय से मांग किया है कि उक्त आईटीआई भवन का स्वयं निरीक्षण करें जिससे की गुणवत्ता विहीन हुए निर्माण कार्य की पोल खुल सके क्योंकि अगर छत टपक रहा है तो वह दिखेगा जो प्रमाणित भ्रष्टाचार हैं साथ ही इसमें सन लिप्त विभागीय इंजीनियर ठेकेदार के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करते हुए भवन निर्माण को सही कराया जाए साथ ही दोषियों को खिलाफ उचित कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग की गई है

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