अमरकंटक में जगज-जगह चल रहा सट्टे का कारोबार नगर के लोगो ने सांसद को लिखित सौंपा ज्ञापन
रिपोर्टर संजीत सोनवानी

इंट्रोः-अमरकण्टक की पवित्र नगरी में इन दिनों पुराने सटोरिया का पुराना दिन जो वापस आ गए हैं दिन दोगुनी रात चैगुनी तरक्की होने लगी है पुलिस भी इस आंख मिचैली के खेल में बराबर का साथ दे रही है सूत्रों के अनुसार सटोरिये के बड़े भाई का कनेक्शन आरएसएस संगठन के बड़े नेताओं से जो है पुरानी यारी निकाल कर सट्टा किंग बनने का रास्ता जो साफ कर लिया है और किंग बन बैठा है।
अनूपपुर। अविरल गौतम पुष्पराजगढ़ के पवित्र नगरी अमरकंटक मैकलांचल पर्वतों के बीच बसा दूर दूर तक प्रसिद्ध होने के कारण टूरिस्टों का आना जाना लगा ही रहता है इन टूरिस्टों में कुछ भक्ति भाव से परिपूर्ण होते हैं तो कुछ रंगीन मिजाजी के लोग भी होते हैं तरह तरह के लोग अपने सपनो को साकार करने मां नर्मदा की आँचल में आते हैं दुनिया भर के लोग अपनी मन की मुरादों को पाने यंहा आते हैं परन्तु यंहा आते ही पता चलता है कि पवित्र नगरी को अपवित्र बनाने में यंहा आकर बसे लोगों ने लूट का अड्डा बना रखा है दूर दूर से आने वाले लोगों को राहत देने की वजाय लूटने खसोटने में लगे रहते हैं सट्टे जैसे घिनौने कार्य को करने वाले सटोरिये को ये नही पता कि मां नर्मदा की गोद मे बैठकर गलत करने का परिणाम गलत से भी भयंकर होगा यंहा के भोले भाले लोगों को 1 रुपये का 80 रुपये देने का झांसा देकर खुले आम लूटने वाले पुराने सटोरिये का तो चारो उंगली घी में सर कड़ाही में है पर उन गरीबों का हाय कंहा जायेगा सटोरिये का बड़ा भाई खुले आम लोगो को कह रहा है कि सत्ता तो हमारा ही चलेगा जिसको जो करना है करले क्यों कि भाजपा के बड़े बड़े नेताओं से मेरा पहचान है मेरा कोई कुछ नही बिगाड़ सकता।
शह पर हुआ खेल चालू
पुष्पराजगढ़ में बसे सांसद, विधायक,एवं जनपद अध्यक्ष जो कि अमरकंटक नगरी से कुछ ही दूरी पर हैं जिनका नाम लेकर सट्टा किंग और उसका बड़ा भाई गलियों में चीख चीख कर यह कहते हैं कि बड़े बड़े नेताओं से हमारे पुराने रिस्ते हैं और अगर अमरकंटक में किसी का सत्ता चलेगा तो सिर्फ मेरा इन सत्ता किंग पर पुलिस पूरी तरह महेरबान है जिससे इनके हौसले इतने बुलन्द हैं।
इस तरह हो रहा कारोबार
पवित्र नगरी अमरकंटक के नगर परिषद के सामने ठेले गुमटियों में आपको खुले आम सट्टा पट्टी काटते नजर आ जाएंगे सटोरिये सोन मूड़ा, एवं कपिल धारा के ठेले गुमटियों में मंदिर के पीछे और कई जगहों पर खुले आम बिना किसी डर भय के ये सट्टा पट्टी काटते नजर आ जाएंगे ये सत्ता नामक दीमक धीरे धीरे लोगो को अंदर ही अंदर खोखला करता जा रहा है जबकि जिम्मेदारों का आना जाना लगातार इन्ही रास्तों से होता है किंतु पैसों के चादर के कारण ये सब कहा नजर आता है।
पुलिस की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में
अमरकंटक पुलिस दोनों सत्ता किंग के बारे में जानते हुए भी दान दे रही है अगर से ही इन सटोरियो पर नकेल कसती तो ये लूटने का कारोबार का जन्म ही नही होता। सांसद महोदय एवं पुलिस विभाग के साथ उच्च अधिकारियों को भी लिखित शिकायत दिया गया है और नगर वासियों ने जल्द से जल्द इस सट्टे पर लगाम को लिखित शिकायत किया है।