अनूपपुर

गैर संचारी रोगों पर आशा प्रशि‍क्षण कार्यक्रम का समापन दिल का दौरा एवं लकवा की रोकथाम में आशा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है

रिपोर्टर प्रकाश कुशवाहा

अनूपपुर। दिल का दौरा (हार्ट अटैक) एवं लकवा (स्ट्रोक) की रोकथाम में आषा कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। दिल का दौरा (हार्ट अटैक) एवं लकवा (स्ट्रोक) के लक्षणों को जानते ही तुरंत चिकित्सालय पहुंचने पर मरीज को बचाया जा सकता है। यदि किसी भी व्यक्ति में दिल का दौरा एवं लकवा के कोई लक्षण दिखते हैं, तो उसे तुरंत जांच एवं इलाज हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सी.एच.सी.) या उच्च स्वास्थ्य संस्थान पर भेजा जाना चाहिए। यह जानकारी लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के तत्वावधान में गैर संचारी रोगों पर यहां चले प्रश‍िक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर आशा कार्यकर्ताओं को दी गई। यह प्रश‍िक्षण मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बी.डी. सोनवानी, नोडल अधिकारी डाॅ. एस.बी. चौधरी एवं डाॅ. शि‍वेन्द्र द्विवेदी के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। जिला कम्यूनिटी मोबीलाइजर निश्‍चय चतुर्वेदी एवं मौहरी क्षेत्रीय विकास समिति की ओर से  रमेश द्विवेदी ने प्रश‍िक्षण को गति दी। प्रश‍िक्षण समापन पर आशाओं को प्रमाण-पत्र भी बांटे गए। प्रश‍िक्षकों में सुश्री गरिमा श्रीवास्तव, श्रीमती बबीता त्रिपाठी एवं श्रीमती चेती मेहरा ने आषाओं को समझाया कि आशा को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि 30 साल और उससे ऊपर की उम्र के सभी महिलाओं और पुरुषों की जांच अवश्‍य हो। जोखिम वाले व्यक्तियों की रक्तचाप और मधुमेह की जांच नियमित रूप से अवष्य करनी चाहिए। विशेष रूप से उन व्यक्तियों को भी शामिल करते हुए जिनके परिवार में पिछला कोई लकवा या दिल के दौरे का इतिहास रहा हो। ऐसे व्यक्तियों, जिनको उच्च रक्तचाप एवं मधुमेह की श‍िकायत है, उन्हें अपनी जीवन शैली में बदलाव और नियमित रूप से दवाओं के सेवन के लिए प्रेरित करना चाहिए। प्रश‍िक्षण के दौरान आशाओं को उच्च रक्तचाप एवं मधुमेह की श‍िकायत से पीड़ित व्यक्तियों को परिश्‍कृत (पालिशवाला) अनाज एवं दालें, मीठा, नमक और वसायुक्त खाद्य पदार्थ का प्रयोग कम से कम करने की सलाह देनी चाहिए और रेशेदार खाद्य पदार्थ जैसे फल, सब्जियां, साबुत अनाज खासकर छिलके वाले अनाज एवं दालें खाने की सलाह देनी चाहिए। उन्हें अपनी दैनिक दिनचर्या में शारीरिक व्यायाम को नियमित और पर्याप्त मात्रा में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। धूम्रपान एवं शराब के उपयोग को कम करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। वजन को सामान्य रखने हेतु प्रेरित करना चाहिए तथा अधिक वजन वाले लोगों को वजन कम करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। तनाव से मुक्त रहने के लिए प्रेरित करना चाहिए। आशाओं को समझाया गया कि इस बात पर जोर दें कि यदि किसी भी व्यक्ति को हार्ट अटैक या स्ट्रोक के लक्षण दिखें, तो उसे तुरंत ही प्रश‍िक्षित चिकित्सा प्रदाता के पास या उच्च स्वास्थ्य संस्थान पर तुरंत भेजना चाहिए, जिससे आरंभिक जांच एवं इलाज सुनिश्‍चित हो सके। यह सुनिश्‍चित होना चाहिए कि डाक्टर द्वारा दी जानी वाली सलाह का सही पालन हो एवं दिए गए सभी उपचार को सही तरीके से लिया जाए।

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