म.प्र.बिजली कर्मचारी संघ ने 25 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम पर कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
रिपोर्टर@ देवानंद विश्वकर्मा

म.प्र.बिजली कर्मचारी संघ ने 25 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम पर कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
अनूपपुर। म.प्र.बिजली कर्मचारी महासंघ के प्रदेशव्यापी आव्हान पर अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई एवं जिला- अनूपपुर में बिजली के क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों व ठेका श्रमिकों की लंबित मांगो को लेकर विद्युत उत्पादन कर्मचारी संघ एवं भारतीय ठेका मजदूर संघ तृतीय चरण के आंदोलन के तहत आज 09 सितम्बर 2019 कलेक्टर कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री म.प्र.शासन भोपाल को संबोधित 25 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन कलेक्टर महोदय अनूपपुर के माध्यम से सौपा। ज्ञापन में प्रमुख मांगे निम्न है। प्रदेश के सभी संविदा/आऊट-सोर्स कर्मियों(ठेका कर्मियों)को नियमित किया जाये एवं 62 वर्ष तक सेवा की नीति बनाई जाये। छठवें वेतनमान की ग्रेड-पे संबन्धी विसंगतियां दूर की जाये। बिजली कर्मचारियों को सातवें वेतनमान में मेट्रिक्स राज्य शासन के अनुरूप कर लाभ दिया जाये। पूर्व की भांति उच्चशिक्षा प्राप्त (डिप्लोमा प्राप्त)कर्मचारियों को कनिष्ठ अभियंता के पद पर नियुक्त किया जाये। मण्डल कर्मियों की तरह कंपनी कैडर के कर्मचारियों/अधिकारियों को भी बिजली बिल में 50 प्रतिषत रियायत दी जाये जोकि कंपनी कैडर के कर्मचारियों/अधिकारियों को पूर्व में प्राप्त हुई है।
अवकाश नगदीकरण 240 दिन के स्थान पर 300 दिन किया जाये। तृतीय उच्च वेतनमान की विसंगति दूर कर वेतन छतीसगढ़ विद्युत कंपनियों के समान दिया जाये।ठेके पर कार्यरत श्रमिकों को सुरक्षा उपकरण,वेतनपर्ची, उपस्थिति पत्रक, बोनस राशी,ई.एल.राशी का भुगतान कराना सुनिश्चित किया जाये, जिसके आदेश पूर्व में श्रमायुक्त महोदय म.प्र.शासन ने जारी किये थे। चचाई पावर हाऊस में वर्षों से कार्यरत जिन ठेका श्रमिकों को ठेकेदार ने तानाशाही पूर्वक कार्य से निकाला दिया हैं उन्हें तत्काल कार्य पर लगाया जाये।चैथे चरण में दिनांक 26 सितंबर को मुख्यमंत्री के नाम उत्पादन कंपनी के प्रबन्ध संचालक महोदय को कंपनी मुख्यालय पर और 15 अक्टूबर को भोपाल में रैली तथा प्रदर्शन कर मान. मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौपेंगे।
इसके बाद भी मांगो का निदान नही हुआ तो प्रदेश महासंघ बैठक कर 24 घण्टे के नोटिस पर काम बंद हड़ताल का फैसला लिया जायेगा। ज्ञात हो कि महासंघ ने बिजली कर्मचारियों की लंबित मांगो को लेकर पांच चरण में आंदोलन करने का निर्णय लिया था, जो सतत 01 अगस्त 2019 से प्रथम चरण, 22 अगस्त 2019 को द्वतीय चरण में पूरे प्रदेश में क्रमशः प्रबन्ध संचालक महोदय,ऊर्जा सचिव महोदय,मा. ऊर्जा मंत्री महोदय को अधीक्षण अभियंता/मुख्य अभियंता के माध्यम से ज्ञापन सौपे गये, किंतु समस्याओं का निराकरण नही किया गया। विद्युत उत्पादन कर्मचारी संघ के सचिव सतेन्द्र पाटकर व भारतीय ठेका मजदूर संघ के सचिव-रामजी चैरसिया ने सभी कर्मचारियों/ठेका श्रमिकों से आगे के आंदोलन में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित रहने की अपील की हैं।