पोल खुलने के डर से बौखलाये रोजगार सहायक ने पत्रकार को दी धमकी
फिर चौथे स्तंभ पर खतरे की आशंका

पोल खुलने के डर से बौखलाये रोजगार सहायक ने पत्रकार को दी धमकी
फिर चौथे स्तंभ पर खतरे की आशंका
पहले भी कर चुके हैं ऐसी करतूतेंए आडियो अभी भी सुरक्षित
इन्ट्रो. नौकरी मद से चूर होकर जब कोई व्यक्ति अपने आपको सबसे ऊपर समझने लगता है तो उस दौरान वह न तो सरकार का नौकर माना जाता है और न ही जनता का सेवक। कुछ ऐसा ही हाल भ्रष्टाचार की जद मे गहराई तक जा चुके किरगी पंचायत का है जहां सचिव व अन्य जिम्मेदार तो दूर की बात रोजगार सहायक भी धमकी देने से बाज नही आता और वह जितनी मर्जी लोगों को धमकाना नही छोड़ता है। पंचायत मे हो रहे भ्रष्टाचार और तह तक पहुंच चुके काली करतूतों को छिपाने के लिए यहां के सरकारी नुमाइंदे कितनी हद तक गिर जायेंगे यह तो या यहां के निवासी बता सकते हैं या फिर इनके भ्रष्टाचार की जड़ों को खोदने वाले। सरकारी खजाने मे सेंधमारी कर गले तक पहुंचा चुके दो नंबर की कमाई पर जब चौथे स्तंभ ने रोक लगाकर उन पैसो को जनहित मे खर्च करने की सोची तो उसे रोकने की हर मुमकिन कोशिश की गई। कोशिश कामयाब न होते देख आखिरकार किरगी पंचायत के रोजगार सहायक रामायण गौतम ने बुधवार की दोपहर आशीष द्विवेदी को फोन लगाकर कितनो को निपटाने की बात कहकर सचेत होकर यहां हाथ डालने की बात कहते हुये धमकी तक दे डाली।
अनूपपुर। जब पानी सिर से ऊपर चला जाये तो यह समझ लेना चाहिये कि संकट अब नजदीक है। हालांकि यह कहावत है तो पुरानीए लेकिन जिंदगी की पूरी सच्चाई इस कहावत मे चरितार्थ होती है। कुछ ऐसा ही जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ के किरगी पंचायत का है जहां तह तक पहुंच चुके भ्रष्टाचार को छिपाने तथा भ्रष्टाचार रूपी पानी सिर से ऊपर जाने व उसकी पोल खुलने के डर से रोजगार सहायक हर उस व्यक्ति को देख लेने तथा निपटा देने तक की धमकी देने से गुरेज नही कर रहे हैं। वैसे तो जनपद मे 102 पंचायतें विकास के पायदान पर आगे बढ़ रही हैंए जिनमे किरगी पंचायत का भी नाम हैए लेकिन उक्त पंचायत को नाम आगे से नही बल्कि पीछे से पहले पायदान पर हैए वही भ्रष्टाचार के मामले मे यह वर्षो से पहले पायदान पर काबिज है जो रामायण गौतम जैसे सरकारी नौकरों के बदौलत आगे भी पहले पायदान पर बना रहेगा।
आरटीआई लेने से किया इंकार
केन्द्र सरकार ने सरकारी विभागों मे हो रहे भ्रष्टाचार पर नकेल कसने तथा कामों मे पारदर्शिता लाने व विभिन्न जानकारियों को आमजन तक सुलभ तरीके से पहुंचाने के लिए सूचना का अधिकार अधिनियम बनायाए जिसके तहत हर भारतीय नागरिक किसी भी विभाग मे जानकारी प्राप्त कर सकता हैए लेकिन भ्रष्टाचार के गर्त मे समाये किरगी पंचायत के होनहार रोजगार सहायक ने केन्द्र सरकार के उक्त अधिनियम को धता बताते हुये 30 अगस्त 2019 को आरटीआई लेने से ही इंकार कर दिया। जिसके बाद किरगी पंचायत मे उक्त आरटीआई रजिस्ट्री के माध्यम से भेजा गया।
पत्र पढ़ते ही दे डाली धमकी
सूचना का अधिकार पत्र डाक के माध्यम से मिलने पर पत्र पढ़कर उसका जवाब देने से लगभग इंकार करने की स्थिति मे महाशय ने पत्रकार आशीष द्विवेदी को 11 सितंबर की दोपहर 3ण्09 बजे मोबाइल नंबर 8319793446 से फोन कर अपने आपको ग्राम पंचायत कार्यालय का पड़ोसी बताकर धमकी देना शुरू कर दिया। बातो ही बातो मे उसने पत्रकार से पूरी प्रक्रिया जानने की कोशिश की तथा यह बता दिया कि यहां रोज सीएम हेल्पलाइन व आरटीआई लगते रहता हैए लेकिन रिकार्ड किसी को नही दिया जाता है। यहा किरगी पंचायत है यहां जो भी हस्तक्षेप करता है उसे निपटा दिया जाता है। अब आपको यहां हाथ डालना है तो सोच समझकर डालियेगा। पडोसी ने ग्राम पंचायत तीन दिनो से न खुलने तक की जानकारी स्वयं दी। उक्त नंबर को जब ट्रू कॉलर सर्च किया गया तो ट्रू कॉलर ने आरओ सह किरगी गौतम जी के नाम से होना बताया।
पूर्व मे भी हो चुका है आडियो वायरल
मिली जानकारी के अनुसार रोजगार सहायक रामायण गौतम सरकारी आवास मे रहते हुये सरकार की मर्यादा अभियान को ठेंगा दिखाकर अपनी पत्नी के नाम से सरकारी आवास मे ही शौचालय निर्माण योजना का लाभ लिया है वही कुछ महीने पहले इनके द्वारा फोन मे सीईओए सचिव तथा अन्य जिम्मेदारों को पानी पी.पीकर गाली देने का मामला उजागर हुआ था जो मीडिया मे छाया हुआ था। अब एक बार फिर से भ्रष्टाचार उजागर होने से बौखलाये रोजगार सहायक ने पत्रकार को फोन कर सचिव के काम न करने तथा किरगी पंचायत से किसी भी आरटीआई का जवाब न मिलने सहित कड़े शब्दों मे धमकाने का प्रयास किया। इस दौरान आशीष द्विवेदी ने फोन मे हुये बातचीत को रिकार्ड कर लिया जिसे सुनकर ऐसा प्रतीत होता है कि किरगी पंचायत समेत जनपद मे सिर्फ एक नाम है वह है रामायण गौतमए जो जब जैसा चाहे कर सकता है जिसे रोकने टोकने वाला कोई नही है भले ही वह ए ग्रेड का अधिकारी ही क्यों न हो।