अनूपपुर

कवर्धा से लखनऊ चल रही पक्षीराज बस हुई दुर्घटना ग्रस्त

बारात परमिट के आधार पर पिछले 3 वर्ष से लगातार अंतर राज्य बस संचालित कर रहा है रूपा

18 घायल और एक यात्री दुर्घटना में हुआ मृत होने की खबर

अनुपपुर। छत्तीसगढ़ के कवर्धा में लखनऊ से कवर्धा तक डेली सर्विस पर चलने वाली पक्षीराज बस पिछले 14 फरवरी 2022 को सोमवार के दिन दुर्घटनाग्रस्त हो गई है जिसमें दो दर्जन यात्रियों के घायल होने की खबर है वही 3 मजदूर यात्री बड़े गंभीर बताए जाते हैं एक मजदूर यात्री मौके पर ही मृत्यु हो गई है, पुलिस मौके पर पहुंचकर सभी दुर्घटना पीड़ित यात्रियों को अस्पताल की तरफ भिजवाया है वही मृत व्यक्ति का पंचनामा बनाकर पीएम के लिए भेज दिया गया है दुर्घटनाग्रस्त बस क्रमांक एमपी 18 p 383 है जो कि शहडोल में 15 स्लीपर और 20 सीट में रजिस्टर्ड है दुर्घटना के दिन बस में लगभग 70 सवारी सवार थे। बस शहडोल के रूपा की बताई जाती है जो पक्षीराज बस के नाम पर संचालित है आरटीओ शहडोल द्वारा दुर्घटनाग्रस्त बस का बारात के लिए परमिट बनाया गया है परिवहन विभाग द्वारा दिए गए परमिट के अनुसार दुर्घटना के दिनाक को बस यूपी में होना था लेकिन उस समय बस छत्तीसगढ़ में थी बारात की जो पैसेंजर लिस्ट बनाई गई है वह मात्र 5 लोगों की है शासन का राजस्व गबन करने में महारत प्राप्त संचालक मात्र ₹3000 मध्य प्रदेश सरकार को देकर महीने का ₹32000.00 एक बस में बचा रहा है शासन के राजस्व का मोटर मालिक डाका डाल रहा है छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश का टैक्स भी नहीं पटाया गया है हादसे के बाद बस के दोनों ड्राइवर नसे में धर्त थे गाड़ी में काफी मात्रा में शराब की बोतल ले पाई गई क्योंकि यूपी में शराब सस्ती है इसलिए उधर से छत्तीसगढ़ की तरफ लाया जाता है प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जो चालक गाड़ी चला रहा था उसके पास लाइसेंस भी नही था। मिली जानकारी के अनुसार यह बस पिछले 3 साल से आरटीओ शहडोल के विशेष कृपा से संचालित है बस का परमिट सिर्फ बारात के लिए था, बारात परमिट के शर्तों के मुताबिक जिन बारातियों को बस लेकर के जाएगी उन्हीं बारातियों को ही वापस ले करके आएगी परमिट में मात्र एक फेरा ही जाना और आना है विभाग से मिले परमीट के साथ यात्रा करने वाले का नाम पता की लिस्ट संलग्न रहती है नियमों के मुताबिक पैसेंजर लिस्ट में जिन यात्रियों का नाम होगा उन्हें ही बीमा कंपनी दुर्घटना के बाद बीमा क्लेम की राशि प्रदान करेगी लेकिन उक्त दुर्घटनाग्रस्त पक्षीराज बस के परमिट में संलग्न पैसेंजर लिस्ट में मात्र 5 यात्रियों का नाम दर्ज है दर्ज नामों में किसी भी मौजूदा दुर्घटनाग्रस्त यात्रीयो का नाम पता नहीं है,जो नाम दर्ज हैं वह सभी शहडोल और रीवा के बताए जाते हैं बस संचालक के भ्रष्ट कारनामे के कारण दुर्घटना से पीड़ित परिवारों को बीमा कंपनी से भी लाभ भी नही मिल पाएगा। पक्षीराज बस संचालक द्वारा अपनी कई दर्जन बसों 88.8 परमिट लेकर बारात ना ढोकर उसका संचालन सवारी ढोने में किया जा रहा है इस अवैध बस की शिकायत लगातार डीएसपी शहडोल एवं आरटीओ शहडोल से की जाती रही है,लेकिन अधिकारियों के हर कदम पर चांदी के जूतों की बौछार और मार्ग पर चांदी की चटाई बिछाने वाले बस मालिक के आगे यह सब जिम्मेदार अधिकारी गण भी नतमस्तक हो गए हैं और चंद पैसों के लालच में यात्रियों की जान जोखिम में डाल रहे हैं और शासन का कई लाख रुपए का गबन कर रहे हैं। दरअसल, कवर्धा-बेमेतरा बार्डर पर पंडरिया ब्लॉक के बजाग-कुकदुर मार्ग पर हनुमत खोल के पास सोमवार सुबह करीब 7 बजे अनियंत्रित होकर बस पलटने से 18 यात्री घायल हुए है उनमें 3 यात्री काफी गंभीर बताए जाते हैं जबकि बेमेतरा के नांदघाट निवासी हरीचंद निषाद 19 पुत्र विजय निषाद की मौत हो गई है बस में सवार सभी ही यात्री लेवर बताए जाते हैं जो छत्तीसगढ़ से उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर जाकर अपनी रोजी कमाकर घर लौट रहे थे। 3 प्रदेशों के विभिन्न जिलों के परिवहन अधिकारी और थानों के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा पिछले 3 वर्षों से लगातार संचालित इस बस को कभी चेक नहीं किया गया या फिर सेटिंग बनाकर इस बस मालिक को अवैध संचालन का परमिशन दे दी गई है बारात परमिट के नाम पर शहडोल का शातिर मालिक रूपा लगातार लेवरो की लगातार तस्करी कर रहा है। यह बस उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ तीन राज्यों में दौड़ लगा रही थी,सत्ता पक्ष का कार्यकर्ता बनकर यह बस मालिक लगभग कार्य नियम विरुद्ध कर रहा है यह बस संचालक आए दिन विभिन्न जनप्रतिनिधियों से फोन करा कर अधिकारियों कर्मचारियों को धमकाता है और अपना फर्जीवाड़ा वाले काम को बड़े आसानी से करवाता है इसके द्वारा बारात परमिट लेकर कवर्धा से लखनऊ बेमेतरा से लखनऊ बेमेतरा से पुणे शहडोल से इलाहाबाद मनेंद्रगढ़ से इलाहाबाद, अंबिकापुर से इलाहाबाद शहडोल से की तरफ दर्जनों बसें अवैध तरीके से लगभग दो दर्जन बस संचालित कर रहा है मात्र ₹3000 पटाकर शासन का लगभग ₹32000 का गबन कर रहा है इस तरह से यदि सभी बसों का जोड़ा जाए तो लगभग राशि लाखों में हो जायेगी जिसमें परिवहन विभाग के अधिकारियों की भी संलिप्तता है जिसकी शिकायत प्रदेश सहित जिले के अधिकारियों से करने के बाद भी यह अधिकारी आंख बंद करके अवैध बस संचालन के लिए मौन स्वीकृति दे रखे हैं.!!

आरटीओ शहडोल की गतिविधियां संदिग्ध

इस दुर्घटना के बाद सबसे बड़ा सवाल यह उभर कर आरहा है कि 10 घंटे में ही 737 किमी का सफर कैसे संभव हो पाएगा,इस दुर्घटना ने आरटीओ शहडोल के नियम विरुद्ध की जारही गतिविधियो की पोल खोल कर रख दी है बस डेली सर्विस के तर्ज पर लखनऊ से चली थी और कवर्धा कि तरफ जा रही थी,जबकि शहडोल के साहब ने उसे उस दिनांक को कवर्धा से लखनऊ जाने की तरफ का बारात परमिट दिया था,दुर्घटना के समय और उस दिन गाड़ी को लखनऊ में होना था यदि इस मामले की बारीकी से जांच की जाए तो भ्रष्ट बस मालिक और ईमानदार अधिकारी के कारनामे का बहुत सारा मामला उजागर होगा।
शहडोल मध्य प्रदेश के रूपा की कंपनी अधिकांश छोटी- बड़ी बसें बिना परमिट के छत्तीसगढ़ के मनेद्रगढ़ केल्हारी पेंड्रा बढ़ता राई,बिलासपुर रायपुर कवर्धा पंडरिया कबीरधाम में सवारी ढो रही है इससे सरकार को मिलने वाले रोड टैक्स का भारी नुकसान हो रहा है।

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