जिला सीईओ के आदेश पर जांच अधिकारियों ने ग्राम हसुआ की टटोली नब्ज, मामला पीएम आवास में हुई गड़बड़ी का, शिकायतकर्ताओं को कार्रवाई का इन्तेजार

(भानु प्रताप साहू)
बलौदाबाजार/कसडोल। कसडोल विकासखंड की ग्राम हसुआ में पीएम आवास में हुई धांधली की कहानी परत दर परत खुलता जा रहा है, यहाँ जनपद के अधिकारियों की जांच के बाद बीते 18 सितंबर को पहुंचे जिले की टीम ने भी सघनता से जांच किया। जिसमें ग्राम के जिम्मेदारों द्वारा अपने चहेतों को किये उपकृत की हकीकत सामनें आया। मामला यही तक नही था यहाँ जांच में पहुंचे अधिकारियों ने शिकायतकर्ता के साथ-साथ ग्राम के पास से गुजर रहे ग्रामीणों से भी रोजगार सहायिका के आवास की जानकारी लिया। जिसमें ग्रामीणों ने भी जांच अधिकारियों को रोजगार सहायिका के आवास की जानकारियां दी। बहरहाल अब तमाम जांच के बाद शिकायतकर्ताओं को प्रशासन से कार्रवाई का इन्तेजार है।
यह था मामला
कसडोल जनपद की ग्राम हसुवा में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत यहां पदस्थ रोजगार सहायिका और ग्राम के जिम्मेदारों ने गरीब हितग्राही के बजाय ग्राम के ही रोजगार सहायिका के पिता के नाम फार्म भरकर आवास स्वीकृति करा लिया था जबकि रोजगार सहायिका का खुद का 5-6 कमरों का पक्का मकान मुख्य मार्ग में निर्मित है, लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने के लिए जमा किये फार्म में कच्चा मकान को दर्शाकर शासन को गुमराह किया। इसके अलावा रोजगार सहायक को ग्राम हसुवा के सचिव एवं पीएम आवास एडीईओ ने भी खूब साथ दिया था जिससे स्वीकृति के बाद पीएम आवास की सूची नेट पर दिख रहा था जिसमे रोजगार सहायिका के पिता का नाम स्पष्ठ के साथ ही स्वीकृति आवास की जियो टेकिंग भी हो गया था। जिसकी जानकारी ग्रामीणों को होने पर इसकी शिकायत डीएम के पास किया गया था। सूत्रों की माने तो अब
सरपंच, सचिव एवं रोजगार सहायक ने पुनीराम खटकर के अलावा ग्राम हसुवा में अनेक अपात्रों को पात्र बताकर शासन को गलत जानकारी दिया हैं जिसे अब सूची से नाम हटाने की फिराक में हैं।
देख लेने की दी धमकी
मौके पर पहुंचे जांच करने अधिकारियों के समक्ष ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों द्वारा शिकायतकर्ताओ को देख लेने की धमकी देते हुए उल्टा उन्ही पर ही आरोप लगाया जाने लगा, धमकी देने वालों के हौसले से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस कदर से उन्हें प्रशासनिक अधिकारियों का कोई डर नहीं है। तभी तो एक तो चोरी ऊपर से सीना जोरी वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए सभी के समक्ष देख लेने की धमकी दे डाली। इसके अलावा शिकायतकर्ताओं से ही वाद विवाद करने को आतुर थे।
कड़ी कार्रवाई की मांग
जनपद और जिला सीईओ की टीम द्वारा हुई निष्पक्ष जांच के बाद अब पीड़ितों को प्रशासन की कार्रवाई का इन्तेजार है। विदित हो कि 27 अगस्त को ग्राम के गोरेलाल साहू, रामदुलारी साहू, शैलेश साहू एंव मोतीलाल साहू ने कलेक्टर जनदर्शन में पहुंच कर लिखित में ग्राम हसुआ में हुई बड़े पौमने में चहेतों को उपकृत करने की शिकायत किया था जिस पर डीएम ने तत्काल मामले की जांच के लिए जिला सीईओ को स्थानान्तरित कर दिया था। जिसके बाद जनपद से लेकर जिला पंचायत की टीम ने ग्राम हसुआ पहुंच कर हकीकत देखा तो पूरा दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। बहरहाल अब शिकायतकर्ताओं को जिम्मेदारों के ऊपर कड़ी कार्रवाई की मांग है।
इनका कहना है।
जिला सीईओ के निर्देश के बाद हमारे द्वारा ग्राम हसुआ में 18 सितंबर को जाकर जांच किया गया है, अग्रिम कार्रवाई सीईओ सर करेंगे।
सुरेश कुमार कंवर सहायक परियोजना अधिकारी, जिला पंचायत बलौदाबाजार
हमारे द्वारा शिकायत के अनुसार ही बयान दिया गया है, प्रशासन ने पूरी निष्पक्ष से जांच की है। जांच के अनुसार जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होना चाहिए।
गोरेलाल साहू
शिकायतकर्ता