शिक्षा के मंदिर में छात्राएं पढ़ने की जगह लगा रही झाड़ू, सरकारी स्कूलों में शिक्षा का हुआ बंटाधार, मामला मिनी माता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कसडोल का

(भानु प्रताप साहू)
बलौदाबाजार/ कसडोल। प्रदेश सरकार शिक्षा के स्तर को बढ़ाने जिस तरह से प्रयासरत है ठीक उसी के विपरीत बलौदाबाजार शिक्षा विभाग के कर्णधार बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने में आमादा है तभी तो जिले की कसडोल नगर के मुख्य बाजार में संचालित शासकीय मिनी माता कन्या स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को पढ़ाई की जगह इन दिनों झाड़ू लगाना पढ़ रहा है। लेकिन इसकी जानकारी किसी भी जिम्मेदार को नही है, अचरज की बात तो यह है कि यहाँ मॉनिटरिंग करने के लिए शिक्षा विभाग ने ब्लाक स्तर से लेकर जिला स्तर तक अधिकारियों की नियुक्ति भी की है लेकिन यहाँ जिम्मेदार केवल सरकार की छवि को धूमिल करने में लगे हुये है तभी तो यहाँ कई माह से झाड़ू लगा रही छात्राओं की जानकारी किसी भी जिम्मेदार को नही है। और आज तक इन गैर जिम्मेदार शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई हुई।
शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों ने लिया संज्ञान
स्कूल में छात्राओं द्वारा झाड़ू लगाने की शिकायत मिलने पर सोमवार को शाला विकास समिति के अध्यक्ष घनाराम साहू एंव सदस्य श्रीमती नीलू चंदन साहू, हरिराम कैवर्त्य, विमल अजय, नीरेंद्र क्षत्रिय एवं श्रीमती संतरा यादव द्वारा संयुक्त रूप से विद्यालय जाकर देखा तो पूरी हकीकत सामने आ गया। यहाँ समिति के सदस्यों के सामने ही नौनिहालों द्वारा झाड़ू लगाया जा रहा था। इस बात की जब जानकारी सदस्यों द्वारा लिया गया तब बच्चों ने बताया की भृत्यों के आने का कोई नियत समय निर्धारित नही है, जिससे मजबूरन कक्षा प्रारंभ होने से पहले ही कक्षा की साफ सफाई करनी पड़ती है और इसी कारण हमने प्रत्येक दिन के हिसाब से आपस में पारियां बांधी हुई हैं। इस तरह का जवाब सुनने के बाद समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों द्वारा तत्काल इसकी सूचना विकासखंड शिक्षा अधिकारी सहित जिले के तमाम अधिकारियों को इसकी जानकारी देकर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा है।
ऐसे कैसे पढ़ेंगे बच्चे
जिलेभर के सरकारी स्कूलों में शिक्षा की क्या हालत है इस बात का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि यहां छात्रों के हाथों में कॉपी-किताब की जगह झाड़ू नजर आ रहे है। यहाँ शिक्षा विभाग ने भले ही स्कूलों की साफ-सफाई की जिम्मेदारी भृत्यों के भरोसे कर रखा है लेकिन यहाँ तो भृत्य प्राचार्य तक को अनसुना कर रहे है खैर मामला अब मीडिया में आने के बाद सभी जिम्मेदार कार्रवाई की बात कह रहे है।
इनका कहना है।
मेरी बात कोई भृत्य नहीं मानते इसके साथ ही समय पूर्व इन्हें शाला आने को कह चुका हूँ पर ये लोग अपनी मर्जी से चलते हैं। जिसके बारे में मेरे द्वारा पूर्व में दो से तीन बार विकासखंड शिक्षा अधिकारी को शिकायत किया गया है।
आर. के. मनहर, प्राचार्य मिनी माता स्कूल, कसडोल
इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। आपके बताने पर मुझे अभी पता चल रहा है जानकारी लेकर ही कुछ कह पाऊंगा। अगर बच्चों द्वारा विद्यालय या कक्षा की सफाई की जाती है तो दोषियों पर निश्चित रूप से कार्यवाही की जावेगी।
कमलेश गुप्ता, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, कसडोल