अनूपपुर

अज्ञानता ही मानव के दुःख का कारण-कृष्ण रेणु

कलश स्थापना के साथ शुरु हुआ श्रीमद् भागवत कथा

अनूपपुर। अज्ञानता के कारण ही मनुष्य दुख से भरा जीवन जीता है, जो कि अपने वास्तविक जीवन को छोड़कर दिखावे मे जी रहा है उक्त विचार कथा वाचक कृष्ण रेणु ने भागवत कथा के वर्णन करते हुए कहा। कथा के पूर्ण कलश स्थापना हेतु शोभा  यात्रा निकाली गई जो कि पंचायती मंदिर होकर श्री शारदा मंदिर से वापस कथा उत्सव मे पहुची। इस अवसर पर आयोजक शिवहरे परिवार के सदस्य सहित महिलाए, पुरुषो की भीड़ शामिल रही। कथा वाचक ने कहा कि भागवत कथा को एकाग्र चित्त लगाकर सुनने से गंगा स्नान एवं तीर्थ यात्रा के बराबर पुण्य प्राप्त होता है। लेकिन आज का मानव चंकाचैंध की जीवन की ओर ज्यादा झुकाव बनाए हुए है। जो पूरे जीवन काल मे धन, मकान बनाने मे लगा रहता है जो कि सब मोह माया है। कथा सुनने नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र से भी लोग पहुच रहे है। कथा के दौरान कथा श्रोता संदीप शिवहरे , लक्ष्मी ‘शिवहरे, प्रताप शिवहरे, दुर्गा’शिवहरे , दीपक ‘शिवहरे, प्रकाश शिवहरे, मनीष एवं आशीष  ‘शिवहरे सहित अन्य श्रोतागण उपास्थित रहे।

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