अनूपपुर

पवित्र नगरी में पुलिस के संरक्षण में अवैध कारोबारियों के हौसले बुलंद

रिपोर्टर@संजीत सोनवानी

जगह-जगह पर सट्टा और शराब का कारोबार जारी


अनूपपुर। पवित्र नगरी अमरकंटक आज कल अपराधियों का गढ़ बनता जा रहा है और आज जो हम आप को तस्वीर दिखा रहे है वो अपने आप मे चैंकाने वाली है,एक तरफ अमरकंटक पुलिस दावा करती है कि सब कुछ ठीक चल रहा है पर कैसे ठीक चल रहा है उसकी बानगी आप यहां देख सकते है। अमरकंटक के पान गुमटियों से लेकर चाय दुकान तक एक ही बात की चर्चा है कि थाना प्रभारी कौन है क्यों कि थाना प्रभारी भानू प्रताप सिंह से ज्यादा चर्चा विजय बुंदेला की हो रही है सूत्र बताते है कि जब से ये दोनों अमरकंटक थाने में आये है अवैध कारोबार चरम पर है पहले तो बुंदेला ने अपने रुतबे को ऐसा अमली जामा पहनाया की लोगों को लगा कि अब अमरकंटक में कोई भी अवैध काम नही होंगे और जिसका उदहारण ये रहा कि सट्टा माफिया के नाम से मशहूर कोई अट्टू नामक व्यक्ति का सट्टा बंद करा दिया गया लोगों को लगा कि अमरकंटक में एक नई सुबह हो रही है।
सह पर शुरू हुआ खेल
सूत्र बताते है कि एक तरफ एक सटोरिया को तो पुलिस ने निपटा दिया पर दूसरी तरफ सट्टा किंग अजित और नीलेश को तैयार कर सट्टे की कमान सौंप दी गई हालात ऐसे है कि हमे भी लगा कि लोग ऐसे ही कह रहे होंगे पर जो तस्वीरें हमारे कैमरे में कैद हुई हो अपने आप मे ये बताती है कि अमरकंटक थाने में जो होता है वो दिखता नही और जो नही हो रहा उसकी वाहवाही पुलिस लूट रही है।
आंखो देखा हाल
अमरकंटक में जब हम एक चाय दुकान पर खड़े थे तभी नजर पड़ी एक गुमटी पर जहां एक शख्स बैठा लोग आ रहे थे और पैसे दे कर नंबर नोट करवा रहे थे जिज्ञासा बढ़ी जानने की हम भी पहुंच गए इस गुमटी के पास फिर जो हुआ वो अपने आप मे अचंभित करने वाला था पर हमें इसकी पुष्टी करनी थी सो हमने भी सट्टा लगाने का फैसला किया और गुमटी पर बैठे जनाब से बातों बातों में जानकारी ली कि किन का कारोबार है साहब ने सारी जानकारी भी दी और 10 रुपये का सट्टा हमारा भी लगाया अब हमें जानकारी तो थी नही क्या लगता है कैसे लगता है पेंच फंस गया पर हम ने कहा भाई जो तुम्हारी मर्जी हो लगा दो और साहब ने 4 नंबर पर 10 रुपये हमारे भी लगा दिए और जब हमने इन महाशय से कैमरे में बात करनी शुरू की तब जो खुलासा हुआ वो आप सब के सामने है इस पूरे सट्टे का किंग उक्त व्यक्तियों के हाँथ में इस समय अमरकंटक की कमान सौंपी गई है।
पुलिस की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में
अगर पुलिस पूर्व के सट्टा किंग को धरासाई कर सट्टे के कारोबार पर विराम लगा सकती है तो क्या उसके बाद जन्मे दो सट्टा किंगो के बारे में अमरकंटक पुलिस को भनक नही थी और थी तो कार्यवाही क्यों नही हुई सूत्र बताते है कि ये दोनों सट्टा किंगों को पुलिस की सह पर ही कमान सौंपी गई है इसलिए इन पर कार्यवाही नही की जा रही थी
बुंदेला पर उठ रहे सवाल
सूत्रों के हवाले से खबर जो आ रही है वो ये है कि थाना प्रभारी भानू सिंह महज एक मोहरा है असलियत में थाना इस समय पर विजय बुंदेला संचालित कर रहे है कोई भी अवैध कारोबार बंद करना हो शुरू करना हो ये बुंदेला साहब ही तय करते है।
गिड़गिड़ाते रहे सट्टा किंग
सट्टा पर्ची काटने वाले युवक ने इस खेल के जिन किंगो का नाम लिया उनमें पहला नाम अजीत और दूसरा नाम नीलेश का सामने आया और इत्तेफाक से एक सट्टा किंग अजीत सामने आ गया और कैमरा देख कर उसके चेहरे रंग उड़ गये। अमरकंटक में लाखों का सट्टा रोज होता है और ऐसे ही पान ठेलों से लेकर चाय की गुमटियों तक पर्ची काटने वाले बैठे है पर दुर्भाग्य पूर्ण ये है कि इतना सब होने के बाद भी इस बात की पुलिस को जनकारी नही है और अगर है पूरे खेल की जानकारी तो हमारे सूत्रों का सही कहना है कि ये पूरा खेल इनके संरक्षण में ही चल रहा है
पवित्र नगरी को कर रहे अपवित्र
सूत्र बताते है कि आज कल अमरकंटक थाना क्षेत्र में अवैध सट्टा अवैध शराब का कारोबार खूब फल फूल रहा है जो अमरकंटक के लिए ठीक नही है एक तरफ पवित्र नगरीय अमरकंटक का दर्जा दिया जाता है तो वही दूसरी तरफ अवैध मदिरा से पवित्र नगरी को  अपवित्र कर रही है।

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