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बजट आत्मनिर्भर एवं विकसित भारत के आकांक्षाओं को पूरा करेगा-डाॅ. जे.के. संत

रिपोर्टर प्रकाश कुशवाहा

अनूपपुर। शासकीय तुलसी महाविद्यालय के द्वारा अंतरिम बजट 2024-25 पर राष्ट्र स्तरीय पैनल द्वारा विश्लेषण का आयोजन 03 फरवरी 2024 को किया गया। इस कार्यक्रम में पैनलिस्ट के रूप में बैंक ऑफ बड़ौदा, कोलकत्ता जोन के मुख्य प्रबन्धक तथा बैंकर नीरज कुमार हिमांशु, गांधी शताब्दी स्मारक स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोयलसा, आजमगढ़ के अर्थशास्त्र विषय के सहायक प्राध्यापक डॉ. मनमोहन लाल विश्वकर्मा तथा शासकीय महाविद्यालय, नरियावाली जिला सागर मध्यप्रदेश के अर्थशास्त्र विषय के सहायक प्राध्यापक डॉ. अंकित कुमार सूर्यवंशी रहे। कार्यक्रम का संचालन देवनागरी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के राजनीति विज्ञान विषय के सहायक प्राध्यापक पीयूष त्रिपाठी द्वारा किया गया। इस मौके पर शासकीय तुलसी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जे.के. संत ने अपने संदेश में बताया कि बजट आत्मनिर्भर एवं विकसित भारत के आकांक्षाओं को पूरा करने वाला है। नीरज कुमार हिमांशु ने बताया कि बजट में पूंजीगत खर्च के लिए आवंटन का बढ़ना बहुत अच्छी बात है किंतु इसके साथ ही सरकार को राजस्व व्यय बढ़ाने पर भी जोर देना चाहिए। डॉ. मनमोहन लाल विश्वकर्मा ने बताया कि अंतरिम बजट 2024-25 में वित्तमंत्री ने युवा, गरीब, महिला और किसानों के विकास पर ज्यादा जोर दिया है। इनको सरकार द्वारा भारत की चार प्रकार की जाति कहा जा रहा है। डॉ. अंकित कुमार सूर्यवंशी के द्वारा बजट में महिलाओं के लिए प्रावधान, रोजगार एवं निवेश की चुनौतियों पर बात रखी गयी। उन्होंने बजट में जेंडर बजटिंग के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके पूर्व पीयूष त्रिपाठी ने बताया कि यह लगातार दूसरा सत्र है जब तुलसी महाविद्यालय और देवनागरी महाविद्यालय के बीच हुए समझौता ज्ञापन के अंतर्गत इस तरह का संयुक्त आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अंत में संयोजक अमित भूषण द्विवेदी के द्वारा परिचर्चा की समीक्षा की गई तथा विनोद कुमार कोल, सहा.प्रा. समाजशास्त्र द्वारा आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम में उत्तराखंड से बी एन शर्मा, पिपरिया से डॉ. अनिता सेन, राजगढ़ मध्यप्रदेश से हेमंत कुमार शर्मा तथा भारी संख्या में विद्यार्थी, प्रतियोगी छात्र-छात्राएं शामिल रहे।

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