*तेरसिया केवट को पता नहीं और भुगतान हेतु भेज दिया दस्तावेज*
*तेरसिया केवट को पता नहीं और भुगतान हेतु भेज दिया दस्तावेज*
*बरतराई खदान के पर्सनल मैनेजर व बाबू का एक और कारनामा उजागर*
संतोष चौरसिया
जमुना कोतमा कोल इंडिया की सहायक कंपनी एसईसीएल के जमुना कोतमा क्षेत्र के उपछेत्र आमाडाड बरतराई खदान का पर्सनल विभाग इन दिनों सुर्खियों में है विशेषकर वहां पर पदस्थ बाबू जनार्दन सिंह और पर्सनल ऑफिसर एचएन सिंह द्वारा सीएमपीएफ के भुगतान हेतु रामाधार शर्मा से लाखों रुपए लिए जाने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि इनके द्वारा किए गए एक और कारनामे का खुलासा हुआ है जिसमें की तेरसिया केवट के नाम से कालरी में सेवानिवृत्त हुए कालरी कर्मचारी के समस्त भुगतान हेतु दस्तावेज लगाकर भेज दिए गए जबकि उक्त कालरी कर्मचारी की पत्नी सिरसिया केवट कोई संबंध में पता ही नहीं है यह गहन जांच का विषय है कि बिना दस्तावेज की जांच परख किए भुगतान हेतु कैसे भेज दिया गया
*यह है पूरा मामला*
ज्ञात हो कि तेरसिया केवट पत्नी जियालाल पिता शिवमंगल निवासी वार्ड क्रमांक 10 दैखल पयारी ने दिनांक 6 नवंबर 2020 को आमाडाड़ वरतराई के उप क्षेत्रीय प्रबंधक ओ पी दुबे के पास शिकायत पत्र लेकर पहुंची की उसके पति के भविष्य निधि ग्रेजुएटी एवं पेंशन का आधा पैसा उसे दिलाया जाए तेरसिया केवट ने बताया कि वह जियालाल भूतपूर्व कर्मचारी की ब्याहता पत्नी है और उसके पति जियालाल दिनांक 31 अक्टूबर 2020 को अपने कार्य से सेवा मुक्त हो गए हैं और उनके पेंशन के दस्तावेज में मेरे फोटो के स्थान पर अपने अवैध पत्नी का फोटो चश्मा करके कंपनी के साथ धोखाधड़ी एवं जालसाजी किया जा रहा है जबकि कंपनी के समस्त दस्तावेजों में मुझ प्रार्थीया का नाम दर्ज है एवं मैं ही जियालाल की वैध पत्नी हूं और मेरे 3 पुत्र एवं एक पुत्री भी हैं जो जियालाल की संतान हैं
*न्याय की मांग*
पीड़िता तेरसिया केवट ने उपक्षेत्रीय प्रबंधक से मांग किया है कि उसके साथ न्याय करते हुए उसके एवं संतानों को उसके पिता के देय राशि में से आधा दिलाए जाने की कृपा की जाए एवं मुझे प्रार्थीया के नाम से पेंशन का फार्म पुनः भरवा कर भेजने की दया किया जाए
*लग रही इनकी भूमिका संदिग्ध*
ज्ञात हो कि जिस तेरसिया केवट का दस्तावेज तैयार करते समय आधार कार्ड लगाया गया था उसमें फोटो स्पष्ट तौर पर दिख रहा है हां यह जरूर है कि दोनों ही आधार कार्ड में तेरसिया केवट पतिजियालाल केवट ही लिखा है लेकिन दोनों का फोटो अलग है आधार नंबर अलग है जन्मतिथि अलग है तो फिर किस आधार पर और किस लालच में लिपिक के द्वारा बढ़ाया गया और क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक द्वारा प्रमाणित किया गया यह भी गहन जांच का विषय है
*आयुक्त कोयला खान भविष्य निधि को लिखा पत्र*
उक्त मामले मे खुद की कलम फसती देख उप क्ष प्रबंधक कार्मिक ने दिनांक 12 नवंबर 2020 को पत्र क्रमांक एसईसीएल ज/को उ/क्षे/ प्र/आभूउक्षे 2020 /891 क्षेत्रीय आयुक्त कोयला खान भविष्य निधि कार्यालय सीपत रोड बिलासपुर को पत्र लिखा कि जियालाल आत्माज श्री शिवमंगल सीएमपीएफ नंबर जेबीपी/ 8/85 आमाडाड़ यू जी क्षेत्र से 31 अक्टूबर 2020 को सेवा मुक्त हो गए हैं उनकी पत्नी श्रीमती तेरसिया केवट पति श्री जियालाल द्वारा इस कार्यालय में आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया है जिसकी जांच प्रक्रिया प्रारंभ है शिकायतकर्ता तेरसिया बाई एवं प्रस्ताव के साथ भेजे गए तेरसिया बाई के आधार नंबर भिन्न-भिन्न है जो कि संदेह आत्मक हैं और यह प्रतीत होता है कि इनके दो पत्नी हैं और दोनों का नाम तेरसिया बाई है प्रस्तुत आवेदन पत्र की छाया प्रति दोनों तेरसिया बाई का आधार कार्ड की छायाप्रति पत्र के साथ संलग्न कर आवश्यक कार्यवाही हेतु भेजा जा रहा है अब सवाल यह उठता है कि जब दस्तावेज आपके पास उपलब्ध हैं तो वहां पत्र लिखने का क्या मतलब है यह भी गहन जांच का विषय है