अनूपपुर

गैर संचारी रोगों पर अनूपपुर में आशा कार्यकर्ताओं का पांच दिवसीय प्रश‍िक्षण शुरु

रिपोर्टर प्रकाश कुशवाहा

अनूपपुर। गैर संचारी रोगों से वाकिफ कराने के लिए आज यहां आशा कार्यकर्ताओं एवं आषा सहयोगियों के पांच दिवसीय प्रश‍िक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ हो गया। मौहरी क्षेत्रीय विकास समिति के सहयोग से लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के तत्वावधान में आयोजित इस प्रश‍िक्षण कार्यक्रम में अनूपपुर जनपद की 26 आशा कार्यकर्ताएं एवं 2 आशा सहयोगनी भाग ले रही हैं। प्रश‍िक्षण के दौरान आशा कार्यकर्ताओं को मातृ एवं श‍िशु मृत्यु दर में कमी लाने, टीकाकरण बढ़ाने, संस्थागत प्रसव बढ़ाने, आवश्‍यकता के समय जननी सुरक्षा एक्सप्रेस का उपयोग करने समेत विभिन्न स्वास्थ्यमूलक बातों से परिचित कराया जा रहा है। मुख्य प्रश‍िक्षक श्रीमती गरिमा श्रीवास्तव, चेती मेहरा एवं बबीता त्रिपाठी द्वारा आषा कार्यकर्ताओं को स्वास्थ्य कार्यक्रमों की पहुंच आम लोगों तक बेहतर ढंग से बढ़ाने की बारीकियों से अवगत कराया जा रहा है।जिला कम्यूनिटी मोबिलाइजर निश्‍चय चतुर्वेदी एवं प्रश‍िक्षण प्रभारी रमेश द्विवेदी ने बताया कि प्रशिक्षण में आशा कार्यकर्ताओं को उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, स्तन कैंसर, मुंह का कैंसर एवं गर्भाशय का कैंसर (बच्चेदानी के मुंह का कैंसर) के रोग एवं लक्षण को पहचानने की बारीकियों से अवगत कराया जा रहा है। प्रशिक्षण उपरांत आशा कार्यकर्ताओं द्वारा ग्रामों में भृमण कर 30 एवं 30 वर्ष के ऊपर के प्रत्येक पुरुष/महिलाओं में उपर्युक्त बीमारियों व उनके लक्षणों की पहचान हेतु समुदाय आधारित मूल्यांकन प्रपत्र भरा जाएगा, ताकि उपर्युक्त बीमारियों के लक्षण वाले व्यक्तियों की पहचान कर उनका शीघ्र उपचार प्रारंभ किया जा सके। जिला कम्यूनिटी मोबिलाइजर श्री चतुर्वेदी ने बताया कि अगस्त से अब तक इस तरह के 14 प्रश‍िक्षण सत्र हो चुके हैं। प्रश‍िक्षण के दौरान आशा कार्यकर्ताओं को कोरोना के दौरान बरती जानी वाली सावधानियों के बारे में भी बताया जा रहा है। ताकि वे इसके प्रति आमलोगों को जागरूक कर सकें। श्री चतुर्वेदी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्राम में निचले स्तर तक के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने हेतु आशा कार्यकर्ताओं को क्रमबद्ध ढंग से समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जाता है। जिले की आशा कार्यकर्ताओं द्वारा समुदाय के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं एवं योजनाएं उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी जा रही है। प्रषिक्षण में भाग ले रही आषा कार्यकर्ता श्रीमती शीलू मिश्रा ने बताया कि प्रषिक्षण प्राप्त करने के बाद मैदानी कार्य के दौरान आषा कार्यकर्ताओं की कार्य पद्धति में निखार आया है और वह पहले से और अच्छी तरह से अपने कत्र्तव्यों का निर्वहन करने में सक्षम हुई हैं। समुदाय तक आशाओं की पहुंच हो जाने से संस्थागत प्रसव की संख्या लगातार बढ़ रही है तथा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी आई है। आशाएं कोरोना से बचाव के लिए आम लोगों को सावधानियां बरतने के प्रति जागरूक करने में भी सफल हो रही हैं।

Related Articles

Back to top button