छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर एसईसीएल में मनमोहक छत्तीसगढ़ी कार्यक्रम सम्पन्न
रिपोर्टर@राजेश सिंह

बिलासपुर। कोलइण्डिया एवं छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर दिनांक 01 नवंबर 2019 को एसईसीएल इंदिरा विहार स्थित खेल मैदान में निदेशक (कार्मिक) डा. आर.एस. झा के मुख्य आतिथ्य, विभिन्न विभागाध्यक्षों, एसईसीएल संचालन समिति, एसईसीएल कल्याण मण्डल, एसईसीएल त्रिपक्षाीय सुरक्षा समिति, अधिकारियों-कर्मचारियों, श्रमसंघ प्रतिनिधियों, दर्शकवृन्दों के उपस्थिति में रंगारग सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी फिल्म अभिनेता पद्मश्री अनुज शर्मा ने ’’अनुज नाईट’’ कार्यक्रम में अपने छत्तीसगढ़ी फिल्मों के गीत-नृत्य प्रस्तुत किए जिसका बड़ी संख्या में दर्शकों ने भरपूर लुफ्त उठाया। कार्यक्रम के शुभारंभ में मुख्य अतिथि, एसईसीएल संचालन समिति, एसईसीएल कल्याण मण्डल, एसईसीएल त्रिपक्षाीय सुरक्षा समिति एवं पद्मश्री अनुज शर्मा द्वारा दीप प्रज्जवलन कर छत्तीसगढ़ की माटी, हल, मानचित्र, धान की बाली का पूजन किया गया एवं छत्तीसगढ़ की मानचित्र पर माल्यार्पण कर सम्मान में पुष्प अर्पित किया गया। इसके बाद अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ से किया गया तत्पश्चात मुख्य अतिथि निदेशक (कार्मिक) डाॅ. आर.एस. झा ने कार्यक्रम आरंभ करने की घोषणा की।
पद्मश्री अनुज शर्मा के प्रस्तुत ’’अनुज नाईट’’ में इन्होंने ’’गणेश वंदना-जय देव-जय देव श्री गणेश देवा……….’’ से अपने कर्यक्रम की शुरूआत की उपरांत माता का जगराता ’’जगमग जगमग हो…………’’ प्रस्तुत किया। अगली कड़ी में जसगीत ’’ढोल बाजे रे नगाड़ा बाजे ना………’’ पर गीत-नृत्य प्रस्तुत किया गया उपरांत ’’ए दाई ओ लाली लाली चुनरी ओढ़े प्रस्तुत कर माहौल को और अधिक भक्तिमय बना दिया। अगली कड़ी में पद्मश्री अनुज ने ’’मंगल भवन अमंगल हारी, राम सियाराम जै जै राम…..’’ प्रस्तुत किया उपरांत जस गीत-’’तोर भुवना वो दाई तोर भुवना चहके चिरैया बोलै वो महामाया दाई तोर भुवना……..प्रस्तुत किया। अगली कड़ी में ’’संदेश परक गीत- नौ महिना ले कोख मा रखते कतको जोखिम सहते जी झन भूलौ माॅं-बाप ला……..’’ प्रस्तुत किया तत्पश्चात ’’प्यार देहे बर आए रहिस इंकार होगे जी…….’’ , ’’ये तोर नथनी के मोती रे मारे टूरा मन ला गोटी रे……………’’, मया दे दे मया ले ले फिल्म का गीत-’’मैं हो गए दिवानी रे का मोहिनी खवाए रे………….’’, ’’चढ़ती जवानी तोला प्यार होगे रामा……………..’’, ’’भारत माॅं के रतन बेटा हौं गा बढ़िया हौं मैं छत्तीसगढ़िया हौं गा………….’’, राहत फतेह अली का गीत ’’तेरा तुझको सौंप दे क्या लागत है मोए………..’’, ’’आजा ना गोरी अब झन तरसा तनमन भींग जाए जहुॅंरिया एैसे मया बरसा……’’ जैसे विविध गीत नृत्य के साथ प्रस्तुत किए। अगली कड़ी में ददरिया स्टाईल में ’’अरे हाय रे तैं रानी चुम्बक, मैं तोरे लोहा…….’’ प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में झंकार बीट पर ’’दिया बाती बनके रहिबो ओ मोर मंदिर के दिया ला जलाईके………’’ प्रस्तुत किया गया। इंदिरा विहार खेल मैदान में देर रात्रि तक सम्पन्न हुए इस कार्यक्रम में भारी मात्रा में दर्शकों की उपस्थिति रही। छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखने के लिए उमड़ी हुई भीड़ में एक विशेष उत्साह दिखाई पड़ रहा था। इस छत्तीसगढ़ी कार्यक्रम को सभी के द्वारा अत्यंत सराहा गया। कार्यक्रम के सफलतापूर्वक आयोजन में मुख्य प्रबंधक (का-प्रशा/जनसंपर्क/राभा) पी. नरेन्द्र कुमार एवं उनके टीम की मुख्य भूमिका रही।