काम दिलाने के बहाने हैदराबाद ले जाकर 7 माह तक दुष्कर्म किए जाने के मामले में पुलिस ने किया अपराध दर्ज
*युवती को गुमराह कर युवक ले गया हैदराबाद काम दिलाने के बहाने कैद करके 7 माह तक करता रहा शारीरिक शोषण*
*किसी तरह जान बचाकर भागी युवती ने की थाना भालूमाडा में अपराध दर्ज*
संतोष चौरसिया अनूपपुर जिले के थाना भालूमाडा के अंतर्गत ग्राम पोडी जिला अनूपपुर में एक युवक द्वारा एक युवती को गुमराह करके काम दिलाने के बहाने हैदराबाद ले जाकर उसे कैद करके उसका शारीरिक शोषण लगभग 7 माह से करता रहा और जब वह किसी तरह वहां से छूटकर भागी तो वह थाना भालूमाडा पहुंचकर आपबीती सुनाई जिस पर तस्दीक पश्चात आरोपियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है
*यह है पूरा मामला*
पीड़िता श्रीमती गुड़िया देवी बदला हुआ नाम पति मौसम केवट निवासी पोड़ी ने गत दिनांक 22 दिसंबर 2019 को थाना भालूमाडा प्रभारी को लिखित रिपोर्ट करते हुए बताया कि धनी राम केवट जो कि ग्राम छुलकारी का निवासी है उसका पोडी आना जाना था मेरे पति के साथ मित्र जैसा व्यवहार था यह कि मेरे पति की स्थिति अपाहिज जैसी और कमजोर है जिसका फायदा उठाकर धनीराम केवट ने मुझसे कहा कि तुम लोग मेरे साथ हैदराबाद चलो और छोटे बच्चे को साथ में ले लो मैं तुमको काम में लगवा दूंगा एक दो महीने बाद जब कमाने लगोंगी तो अपने बीमार पति एवं बड़े बेटे को भी वही बुलवा लेना फिर अपना क्वार्टर लेकर रहना और बड़े बेटे को भी काम में लगवा दूंगा तब मैं धनीराम की बातों में आकर हैदराबाद चली गई वहां पहुंचने के बाद मुझे पता लगा कि मैं फंस चुकी हूं धनीराम द्वारा मुझे वह मेरे छोटे बेटे को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया मेरे बेटे को खूब मारता था तथा जान से मारने की धमकी देकर कमरे में कैद करके मेरा शारीरिक शोषण एवं बलात्कार करता था मेरे द्वारा मना करने पर खूब मारता था लगातार 7 महीने से मेरे साथ धनीराम केवट द्वारा जबरदस्ती किया गया जब मेरे बच्चे का तबीयत खराब हो गया तो घर पहुंचाने के बहाने हम लोगों को लाया गया एवं ग्राम छुलकारी में मुझे अपने कमरे में कैद करके बच्चे को धुरवासिन स्टेशन में छोड़ दिया और मेरे बड़े बेटे को फोन कर दिया और डरा कर कह दिया कि अपने भाई को धुरवासिन स्टेशन से ले जाओ मुझे भी पता नहीं था कि मेरा छोटा बेटा कहां गया मैं डर गई थी कि कहीं वह मेरे बेटे को जान से मार दिया हो
*विमला की मदद से भागने में हुई सफल*
गुड़िया देवी ने बताया कि वह जब छुलकारी में हल्लागुल्ला करती थी तो दीप कुमार केवट और लल्लू केवट जो कि दोनों उसके सगे भाई हैं तथा श्रीमती गीता जोकि धनीराम की पत्नी है और उसके बड़े भाई की पत्नी श्रीमती पूजा यह लोग मेरी निगरानी करते थे और मेरे साथ मारपीट करते थे इसके अलावा धनीराम के पिता ने भी मुझे मारा तो मेरा बाया हाथ टूट गया और मेरे हाथ में 1 महीने तक कच्चा प्लास्टर सरकारी जिला हॉस्पिटल अनूपपुर में करा कर पुनः घर में लाकर कैद कर दिया मुझे डरा दिया गया था कि हॉस्पिटल में हल्ला करोगी या फिर डॉक्टर को सच्चाई बताने का प्रयास करोगी तो हम तुम्हें जान से मार देंगे उसी घर की छोटी बहू श्रीमती विमला जो कि कल्लू केवट की पत्नी को मुझ पर दया आ गई उसने मेरी बहुत मदद की और जब कोई घर में नहीं रहते थे तो मुझे चोरी से खाना खिलाती थी बाकी समय मैं भूखी रहती थी और जब दिनांक 10 दिसंबर 2019 को घर में कोई नहीं था तो श्रीमती बिमला ने मुझे खाना खिला और मुझे चुपके से भागने का रास्ता बताइई तब मैं बस स्टैंड लगभग शाम 7 बजे पहुंची वहां से एक अनजान व्यक्ति से घर में फोन लगवाई तब मेरे बड़े बेटे ने मुझे वहां से लुका छुपाकर घर लेकर आया आज थाने में रिपोर्ट दर्ज कर उचित कार्यवाही के साथ न्याय दिलाया जाने की मांग की गई जिस पर आज यह मामला पंजीबद्ध किया गया है
*इनके खिलाफ हुआ मामला पंजीबद्ध*
ज्ञात हो कि पीड़िता द्वारा लिखित शिकायत 22 दिसंबर 2019 को किया गया था जिसके बाद पुलिस द्वारा मामले की तस्दीक करने के बाद दिनांक 24 दिसंबर 2019 को आरोपी धनीराम केवट दीप कुमार केवट लल्लू केवट गीताबाई केवट पूजा केवट धनीराम का पिता निवासी छुलकारी के विरुद्ध अपराध धारा 363 365 368 344 323 376 376 (2)( n)406 34 के तहत मामला पंजीबद्ध कर आरोपियों की तलाश की जा रही है
*इनका कहना है*
आरोपियों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर पीड़िता का मेडिकल परीक्षण करा दिया गया है जल्दी आ गई कार्यवाही पूरी की जाएगी
त्रिवेणी प्रसाद मिश्रा
एसआई थाना भालूमाडा