सेवा-सहयोग में तत्पर विभूतियों व नारी शक्तियों का हुआ सम्मान : कोरोना संकट की वजह से वितरित किया गया डिजिटल प्रमाण पत्र
रिपोर्टर@समर बहादुर सिंह

अनूपपुर। समाज सेवा के क्षेत्र में अग्रणी संस्था मां नर्मदा स्वास्थ्य सेवा व लोक सेवा समिति के द्वारा आज अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस के अवसर पर समाज सेवा क्षेत्र के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभूतियों का सम्मान किया गया है, यह सम्मान कोरोना संकट की वजह से ऑनलाइन डिजिटल प्रमाण पत्र वितरित करके किया गया है ताकि कोरोना संकट में शासन के नियमों एवं मापदंडों का पालन किया जा सके । संस्था का यह मानना है कि मानव-जीवन का मूल सिद्धांत है कि “किसी भी जरूरतमंद की, असहाय की, किसी-न-किसी रुप में सेवा-सहयोग इन रूपों में करना रक्तदान , रोगी के लिये औषधि- खानपान की व्यवस्था, भूखे को अन्न, प्यासे को जल, वस्त्रहीन को वस्त्र, अशिक्षित को शिक्षा, निराश्रयी को आश्रय एवं जीविकाहीन को जीविकोपार्जन में सहयोग-साथ देना इत्यादि ही अत्यन्त उत्तम सेवा-सहयोग होता है. जो व्यक्ति नि:स्वार्थ भाव से दूसरों के हित में संलग्न रहते हैं, वही सच्ची सेवा-सहयोग होता है. ऐसा करने पर जीवन में सच्चे सुख का अनुभव होता है. हम सभी भी इसे अपने कार्य रुप में परिणीत करेंगे तो सच्चे सुख के आनन्द में विभोर हो उठेंगे.इन्हीं भावनाओं को चरितार्थ करते हुए देश की महान विभूतियों, देवात्माओं, मातृशक्तियों से प्रत्यक्ष- अप्रत्यक्ष संपर्क, सहयोग, सानिध्य प्राप्त कर, इन सभी विभूतियो का सारस्वत सम्मान करने का सुअवसर मां नर्मदा स्वास्थ्य सेवा व लोक-सेवा समिति को प्राप्त हुआ है इसी कड़ी में आज 15 मई 2020 को अन्तर्राष्ट्रीय परिवार दिवस के अवसर पर देश के अतिविशिष्ट सामाजिक सेवकों-सेविकाओं, भामाशाहों, देवात्माओं, स्वास्थ्य व रक्त- वीरों- वीरांगनाओं का सारस्वत सम्मान किया गया है. इसके पूर्व भी विभूतियों का सम्मान विभिन्न अवसरों पर दो बार किया जा चुका है आज इस तरह का आयोजन तीसरी बार संपन्न किया जा रहा है, आज के कार्यक्रम में इन विभूतियो को सम्मानित किया गया है।रक्तवीर भामाशाह के रूप में वीरेन्द्र शर्मा, रक्तकोष प्रभारी जिला चिकित्सालय, उमरिया,रक्त-वीरांगना: नारी शक्ति सुश्री मानसून चमड़िया रीवाजनाब मोहम्मद असफ़ाक जन हमदर्द सेवा समिति व फरिश्ता-ए-हिन्दुस्तान, धमतरी , विपुल गोयनका कोतमा ,भूषण प्रसाद सूर्यवंशी ,ॐ सांई रक्तदाता सेवार्थ समिति: सरगुजा रक्त व स्वास्थ्य भामाशाह के रूप में जनाब शाद अहमद खान , शहडोल,रक्त व नेत्रदान भामाशाह के रूप में राज आढ़तिया (रक्तदान शतकवीर), नवदृष्टि फाउन्डेशन, दुर्ग,
रक्त भामाशाह” अमरदीप भारूका , प्रयास फाउंडेशन, बैढ़न सिंगरौली रक्त भामाशाह अजय प्रसाद (रक्तदान शतकवीर सपत्नीक), आसनसोल, “शतकीय रक्त-वीरांगना नारी-रत्न श्रीमती ललिता देवी प्रसाद (रक्तदान शतक वीरांगना: पति-पत्नी), आसनसोल, प.बंगाल, दिव्यांग सेवा वीरांगना नारी-रत्न श्रीमती मधुश्री राय ,प्रयास फाउंडेशन, शहडोल, पत्रकार-शिरोमणि के रूप में सुनील चौरसिया प्रधान संपादक कोयलांचल टाइम्स अनूपपुर, रक्तवीर अजय जायसवाल पत्रकार शहडोल रक्त-वीरांगना नारी-रत्न सुश्री रूपाली कुराने कोल्हापुर, महाराष्ट्र, रक्त-वीरांगना: नारी-रत्न श्रीमती सुषमा जंदाणी (जैन) धनपुरी (शहडोल), समाज-रत्न” संथा के संरक्षक श्री डॉ॰ शिवशरण श्रीवास्तव ‘अमल’ (वरिष्ठ बैंक प्रबंधक, साहित्यकार, ज्योतिषी, समाजसेवक बिलासपुर,रक्तवीर भामाशाह कीर्ति कुमार परमानन्द, छग ब्लड डोनर फाउंडेशन, भिलाई-दुर्ग समाज-रत्न सोनाभ अग्रवाल (सेन्टी गर्ग) ढेलवाडीह-कटघोरा (कोरबा) ,रक्तवीर भामाशाह” एम.वासुदेव राव (रक्त शतकवीर), संस्थापक ॐसांई रक्तदाता सेवार्थ समिति, रायपुर, रक्तवीर भामाशाह डेविड फेलिक्स मेंडोंसा (रक्त शतकवीर), मुम्बई, महाराष्ट्र, समाज-रत्न हनी गुप्ता, डोंगरगढ़ ,रक्तवीर भामाशाह अखिलेश पुरवार, मिलन ब्लड डोनर, कटनी रक्तवीर भामाशाह दिलीप के.भंसाली (माहेश्वरी) (रक्तदान शतक के निकट), रतलाम,समाज-रत्न” डॉ॰ शैलेन्द्र दुबे, जीवन सार्थक समिति, बसोदा- विदिशा रक्त-वीरांगना: नारी-रत्न” श्रीमती विद्या राठौड़, अनूपपुर,समाज-रत्न प्रकाश शर्मा छापीहेड़ा (राजगढ़)नारी-रत्न श्रीमती डॉ॰ अनिता अग्रवाल बिलासपुर पत्रकार-शिरोमणि गोपाल दास अग्रवाल, वरिष्ठ पत्रकार, शहडोल, इन सभी विभूतियों को पहले प्रशस्ति-पत्र व आज सम्मान-पत्र आनलाइन डिजिटली भेजकर विभिन्न उपाधि से संथा के द्वारा सारस्वत-सम्मान किया गया.ज्ञातव्य हो कि इसके पूर्व भी 26 अप्रैल अक्षय तृतीया व भगवान परशुराम प्राकट्योत्सव पर भी मप्र व छग की सात अतिविशिष्ट सामाजिक सेविकाओं, स्वास्थ्य व रक्त-वीरांगनाओं मप्र में सर्वाधिक बार प्लेटलेट्स (अफरेसिस) डोनेट करने वाली व सदैव रक्त-सेवा में सक्रिय- भोपाल सुश्री प्रियांशु माहेश्वरी (बियाणी), जीवन सार्थक समूह- भोपाल की समाजसेविका सुश्री डॉ॰ श्रुति सोनी,उज्जैन की समाजसेवी व मानवाधिकार कार्यकर्ता सुश्री विनी चौधरी (अग्रवाल), गैरतगंज-रायसेन की महिला व बाल कल्याण सेविका सुश्री सुनीता आर्या,मां नर्मदा समिति में महिला व बाल विकास की संयोजिका श्रीमती रश्मि चतुर्वेदी,विन्ध्यवासिनी जन-कल्याण समिति- केवलारी (सिवनी) की सचिव श्रीमती इरशाद बेगम छग के बालोद जिले के दल्लीराजहरा की समाजसेविका श्रीमती दिक्शिला बंसोडे का सम्मान-पत्र व प्रशस्ति-पत्र आनलाइन डिजिटली भेजकर नारी-शक्ति उपाधि से सारस्वत-सम्मान किया गया था. इसके बाद 2 मई जानकी जयन्ती (सीता नवमी) को द्वितीय बार-छग के रायपुर की सक्रिय रक्त-वीरांगना व खुशियाली फाउंडेशन की संस्थापक- सुश्री सहोदरा (ममता) साहू,छग के बेमेतरा जिले की सक्रिय रक्त-वीरांगना व बेमेतरा की सर्वाधिक सक्रिय पार्षद सुश्री नीतू कोठारी हरियाणा के हिसार की सक्रिय रक्त-वीरांगना व ब्यूटी-क्वीन श्रीमती निशा मेहता,उड़ीसा के मयूरभंज जिले के करंजिया शहर की सक्रिय रक्त-वीरांगना व समाजसेविका श्रीमती दीप्ति अग्रवाल (भारूका), चण्डीगढ़ की अखिल भारतीय सक्रिय रक्त-वीरांगना श्रीमती सोनाली शर्मा,मप्र के उमरिया जिले की प्रथम प्लेटलेट्स (अफरेसिस) डोनर महिला, सक्रिय रक्त-वीरांगना श्रीमती नैना मण्डवारिया का “सम्मान-पत्र व प्रशस्ति-पत्र आनलाइन डिजिटली भेजकर नारी-शक्ति उपाधि से सारस्वत-सम्मान किया गया था. सभी सम्मानित किए जाने वाले विभूतियों का संथा ने प्रभु सबका सर्वतोभद्र मंगल करें. प्रेरणाश्रोत बन निरन्तर मार्गदर्शन प्रदान करते हुये, हम सबके प्रति अगाध-निष्ठा, प्रेम व श्रद्धा का उदय करते हुये, हमें गौरवान्वित कर, हमारे जीवन को सफल बनाने में, पूर्ण सहायक सिद्ध हों, हमें आपके द्वारा आयोजित क्रियाकलापों से आत्मालोचन का अवसर व आभास हो, हम सब दिनों-दिन सेवा-सहयोग कल्याण के सशक्त माध्यम बनें, प्रगतिन्नोति हो, सर्वतोमुखी समृद्धि की मंगल-कामना, आकांक्षा व सद्भावना की शुभकामनाये दी.