
कॉलरी कर्मचारियों ने कहा: चोरी का उच्चस्तरीय हो जाँच
रामनगर। बीती रात रीजनल वर्कशॉप बिजुरी हसदेव क्षेत्र में आर्मर्ड केबल 35 स्क्वायर एमएम 80 मीटर और एचटीटी केबल 20 मीटर लगभग कुल 100 मीटर वर्कशॉप के अंदर से चोरी हो गई। जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 80 हजार रूपए है जिसका लिखित जानकारी वर्कशॉप प्रभारी एस.एन. वर्मा को इलेक्ट्रिक सुपरवाइजर प्रभात कुमार गौतम ने दिया। जिसमें वर्कशॉप प्रभारी एस.एन. वर्मा ने शंखमणि मिश्रा को बिजुरी थाने में जाकर सूचना देने और एफआर दर्ज कराने का आदेश दिए। जिस पर शंखमणि मिश्रा ने उल्लेख किया है कि वर्कशॉप का न तो ताला टूटा है और न तो खिड़की और ना ही सेंधमारी हुई है साथ ही उन्होंने बताया है कि रात्रि पाली में मो. मुजम्मिल अंसारी पुरुषोत्तम दास साहू और राज किशोर गुप्ता तीन गार्डों की ड्यूटी थी। विदित हो कि पूर्व में भी रीजनल वर्कशॉप के 2 गार्ड कई दिनों तक चोरी के मामले में जेल से अभी कुछ दिन पूर्व ही आए हैं और उस समय के रीजनल वर्कशॉप प्रभारी का भी कोर्ट के द्वारा वारंट काटा गया था तथा इस घटना से रीजनल वर्कशॉप के प्रभारी एस.एन. वर्मा समेत कई अधिकारी सन्देह के घेरे में आ गये हैं। रीजनल वर्कशॉप प्रभारी एसएन वर्मा हसदेव क्षेत्र के कई संवेदनशील पदों पर एक साथ कभी-कभी चार्ज में रहते हैं। रीजनल वर्कशॉप प्रभारी, स्टाफ ऑफीसर, रीजनल स्टोर सामग्री निरीक्षण/परीक्षण, मैटेरियल मैनेजर, डिप्टी चीफ इंजीनियर एक साथ 5 पदों पर जिम्मेदारी निभाते हैं। जिसके कारण रीजनल वर्कशॉप में इतना समय नहीं दे पाते हैं, लेकिन रीजनल वर्कशॉप में हसदेव क्षेत्र के अधिकांश खदानों के मशीनरी का मरम्मत होता है और अति आवश्यक केबल चोरी होने के कारण कार्य में निश्चित बाधा पहुंचा है। वहीं रीजनल वर्कशाॅप कुछ कर्मचारियो लोग का कहना है कि बार-बार चोरी की घटना से रीजनल वर्कशॉप का कार्य बाधित हो रहा है। जिसका उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए जिसे चोरी की घटनाओं पर रोक लग सके।